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Ajmer At a Glance
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Primary Contact | Bharat Bhargav, Nagar Pramukh, 75975-26899 |
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News and Updates of Ajmer
- प्रत्येक मंगलवार को शाम 6 बजे से स्वाध्याय वर्ग एवं भजन संध्या में आइये स्थान - 'एकाक्षरं', विवेकानंद केंद्र कार्यालय, नई बस्ती भजन गंज, अजमेर Contact - Meenakshi Jangid - +91 9653984824
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Recent Activities Organized by Ajmer
Others
:परिवार, समाज की मूलभूत इकाई
07-Apr-2024 | 130 Present
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विवेकानंद केंद्र की ओर से नाका मदार मधुबन कॉलोनी के सामुदायिक भवन में आयोजित अमृत परिवार होली मिलन समारोह में केंद्र की राजस्थान प्रांत संगठक शीतल जोशी ने कहा कि परिवार समाज की मूलभूत इकाई है। इसीलिए यदि परिवार में राष्ट्र निर्माण के विचारों का पोषण होता है तो राष्ट्र उत्साह और दृढ़ता से काम करेगा। उन्होंने कहा कि विभिन्न संगठनों द्वारा समय-समय पर परिवारों को जोड़ने एवं भारतीय संस्कृति के जीवन मूल्यों पर आधारित परिवारों का पुनर्गठन करने के लिए प्रयास किए, जा रहे हैं। । इसी कड़ी में विवेकानंद केंद्र ने अमृत परिवार योजना प्रस्तुत की है। जिससे परिवारों में अनावश्यक तनाव एवं परिजनों में व्याप्त नीरसताको समरसता में परिवर्तित करते हुए नित्य निरंतर उत्साह बनाए रखने के लिए यह संकल्पना निरुपित की जा रही है। इससे ही संपन्न, सक्षम, समृद्ध, स्वस्थ परिवार बनेगा वो ही अमृत परिवार होगा। अमृत परिवार संयोजक नाथूलाल जैन ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ विवेकानंद केंद्र के नगर संचालक डॉ. श्याम भूतड़ा एवं डॉ. आर.पी. अरोड़ा ने दीप प्रज्वलन कर किया।कार्यक्रम में परिवारों को युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति मय टीम ने विभिन्न खेल देव देवी भक्त, परिवार कहता है और परिचय खेलों के माध्यम से योग क्रीड़ा कराई। नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि कार्यक्रम में विस्तारों के करीब केंद्र के चारों ब 50 परिवारों ने भाग लिया। इसमें डॉ. स्वतंत्र कुमार शर्मा, रविन्द्र जैन, नितिन गोयल, सुगन चंद गहलोत आदि का विशेष सहयोग रहा।
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Utsav
:विवेकानंद केंद्र ने मनाया साधना पर्व
19-Nov-2023
विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की अजमेर शखा की ओर से रविवार को सुभाष उद्यान में साधना पर्व कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें कार्य पद्धति प्रमुख डॉ. स्वतंत्र शर्मा ने कहा कि साधना का अर्थ है- राष्ट्र के लिए निश्चित कार्य नियमित रूप से करना। उन्होंने कहा कि एकनाथजी का विचार था कि हमारे देश की समस्याओं का समाधान पूरे देश में सही विचारों का एक शक्तिशाली आंदोलन शुरू करने में निहित है। नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि विवेकानंद केंद्र के संस्थापक एकनाथ रनाडे की जयंती को केंद्र साधना दिवस के रूप में मनाता है। इस अवसर पर अजमेर के विभिन्न क्षेत्रों में चल रहे केन्द्र के करीब 13 योग वर्गों के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया तथा क्रीडा योग संगम किया। इस मौके पर अखिल भारतीय संयुक्त महासचिव निवेदिता भिड़े के साधना दिवस पत्रक का वाचक लक्ष्मी दीदी ने किया। नगर संचालक डॉ. श्याम भूतड़ा ने भी कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम में रविंद्र जैन, श्याम वीर तोमर, सुलोचना, बीना तोमर आदि का सहयोग रहा।Read More
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Karyapaddhati
:संस्कार वर्ग
08-Oct-2023 | 60 Present
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विवेकानंद केंद्र शाखा अजमेर मे आज संस्कार वर्ग का आयोजन किया गया जिसमें तीन ओंकार प्रार्थना से शुरूआत हुई । प्रत्येक रविवार होने वाले संस्कार वर्ग में आज भी हर्षोल्लास के साथ संस्कार वर्ग हुआ। आज आज्ञाभ्यास और सूर्यनमस्कार एवं क्रीडा योग गंगा स्नान और सजगता के खेलों के साथ ही विकास की राह में चल रहे संस्कार वर्ग मे बाल साथियों ने आनंद लिया और जोश के साथ गीत हम भारत की संताने गाया । हम भारत की संतान विषय पर चर्चा के साथ ही इसके महत्व को जाना।
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Utsav
:विश्व बंधुत्व दिवस सितम्बर माह विशेष
23-Sep-2023 | 400 Present
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वंदे मातरम विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर राजकीय बालिका विद्यालय आदर्श नगर अजमेर विश्व बंधुत्व दिवस सितंबर माह विशेष को ध्यान में रखते हुए आज कार्यक्रम किया गया स्वामी विवेकानंद के शिकागो धर्म सभा में दिए गए व्याख्यान को सूक्ष्म भाव में बताया एवं भारत माता के प्रति स्वामी जी का असीम प्रेम और मैं भी भारत माता के लिए अपना कुछ सहयोग दूं ऐसी भावना बच्चों को दी गई कुल संख्या 400 की रही
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Utsav
:देश और समाजसेवा में भूमिका निभाएं युवा
11-Sep-2023 | 55 Present
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स्वामी विवेकानंद के 11 सितंबर 1893 में शिकागो में दिए प्रथम उद्बोधन की स्मृति में संस्कार नर्सिंग कॉलेज, कोटड़ा में संगोष्ठी हुई। जिसमें विवेकानंद केंद्र के नगर प्रमुख भारत भार्गव ने स्वामी विवेकानंद की गौरव गाथा का परिचय देते हुए कहा कि वास्तव में संकुचित विचारधारा और कट्टरता जैसे पिशाचों ने हमारी सुंदर पृथ्वी को शिकंजे में कस रखा है। यदि यह पिशाच नहीं होते तो मानव समाज ने बहुत अधिक प्रगति की होती। भार्गव ने स्वामी विवेकानंद के वाक्य को दोहराते हुए कहा कि हमें अपना जीवन दूसरों के कार्य में लगाना चाहिए। दुखियों का दुख हल्का कर एवं शिक्षित समाज को जीवन संघर्ष में मार्गदर्शन करके उन्हें स्वावलंबी बनाने में मदद करके ही विश्व बंधुत्व के सपने को साकार कर सकते हैं। कॉलेज के प्राचार्य दिनेश पुरोहित ने युवाओं को देश और समाजसेवा में योगदान देने के लिए प्रेरित किया। रविंद्र जैन ने बताया कि सितंबर माह में अजमेर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में स्वामी विवेकानंद के विश्व बंधुत्व के संदेश को लेकर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। यहां मौखिक प्रश्नोत्तरी का आयोजन भी किया गया। सही जवाब देने वाले प्रतिभागियों को केन्द्र साहित्य देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में कमल किशोर वैष्णव, रक्षा पाराशर, मोनिका तिवारी एवं रामस्वरूप का विशेष सहयोग रहा।
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Yoga-Satra-And-Modules
:योग सत्र
08-Sep-2023 to 11-Sep-2023 | 60 Present
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वंदेमातरम महिला इंजीनियरिंग कॉलेज में चल रहे इंडक्शन प्रोग्राम के तहत योग सत्र और प्रथम वर्ष की छात्राओं के द्वारा योग सत्र में नियमित आना और विवेकानंद केंद्र की पद्धति से योग अभ्यास को सिखाना तथा सजकता के खेलों से स्वयं का सर्वांगीण विकास भी हो रहा है इसका भी सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिला एंव चर्चा के माध्यम से अपने स्वयं के कौशल को बढ़ाना तथा भारत की महत्वपूर्ण इकाई व्यक्ति स्वयं ➡️परिवार➡️ समाज ➡️व राष्ट्र में हो रहे सकारात्मक कार्य को अंगीकार करने का प्रण एंव स्वयं का थोड़ा-थोड़ा योगदान ईश्वरी कार्य में देना एवं स्वामी विवेकानंद की जीवनी का अध्ययन करके स्वामी विवेकानंद के विचारों को जन-जन तक प्रचारित और प्रसारित करने का संकल्प; नियमित चर्चा में छात्राओं द्वारा व्यक्तिगत और समष्टिगत विषयों पर प्रश्न पूछना एक उत्साह को संकेत कर रहा है* इसी तरह से अपना स्वयं का सर्वांगीण विकास होगा इस बात को अंगीकार किया ।
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Karyapaddhati
:'स्वस्थ जीवन का आधार है योग'
02-Sep-2023
बीमा सप्ताह के दौरान अलवरगेट स्थित भारतीय जीवन बीमा निगम का योगासन शिविर जारी है। इसमें विवेकानन्द केन्द्र राजस्थान के कार्यपद्धति प्रमुख डॉ. स्वतन्त्र शर्मा ने कहा कि स्वस्थ जीवन का आधार योग है। चित्त की शांति से ही जीवन में समत्व आता है। भागदौड़ भरी जीवनशैली के कारण मानव मधुमेहएवं उच्च रक्तचाप व्याधियों से जूझ रहा है। इस दौरान 'शिथलीकरण अभ्यास, श्वसन, सूर्यनमस्कार, आसन एवं प्राणायाम का प्रशिक्षण दिया गया। वरिष्ठ मण्डल प्रबंधक ओम प्रकाश छापरवाल ने कहा कि अधिकारियों एवं कार्मिकों के लिए प्राणायाम एवं तनाव मुक्ति के सत्र नियमित होते हैं। विभाग संपर्क प्रमुख रविन्द्र जैन भी मौजूद रहे।Read More
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Karyapaddhati
:प्रत्येक विचार और कर्म राष्ट्र के विकास को समर्पित हो यही सही मायने में योग है - स्वतंत्र शर्मा
13-Aug-2023 | 55 Present
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विवेकानंद केंद्र अजमेर द्वारा अजमेर के कार्यकर्ताओं के लिए आज सुभाष उद्यान में केंद्र वर्ग का आयोजन किया गया। जिसमें अपने विचार प्रकट करते हुए डॉ स्वतंत्र कुमार शर्मा ने कहा कि आज देश में विघटनकारी तत्व हमारी एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचा रहे है ऐसे में सकारात्मक विचारों का बीजारोपण ही इसका प्रति उत्तर है और विवेकानंद केंद्र योग, स्वाध्याय और संस्कार वर्ग के माध्यम से जन-जन में स्वामी विवेकानंद के सकारात्मक विचारों के बीजारोपण का कार्य कर रहा है।हम सभी को आज आजादी के अमृत काल में स्वामी विवेकानंद के विचार नर सेवा ही नारायण सेवा को लेकर कार्य करने की अत्यंत आवश्यकता है। नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि केंद्र वर्ग में योग, आसन, प्राणायाम के साथ-साथ क्रीड़ा योग के तहत डमरू दौड़, मानव शेर- बंदूक और महाभारत श्रृंखला जैसे खेलों का संह भी आयोजन किया जिसमें साधकों ने उत्साह से भाग लिया। इस अवसर पर नगर संचालक डॉ श्याम भूतड़ा, विस्तार संचालक दिनेश नवाल, युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति, लक्ष्मी चौहान, नाथूलाल जैन, रविन्द्र जैन, सुरेंद्र लखोटिया, सुगन चंद गहलोत सहित विवेकानंद केंद्र के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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Karyapaddhati
:"जन - जन मे सत्व जगाएंगे"
23-Jul-2023
वंदे मातरम् विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर केंद्र वर्ग में आप में से अधिकतर ने अपनी सहभागिता दी आप सभी को साधुवाद जैसा कि केंद्र वर्ग में हमने सजगता और बौद्धिक विकास के कुछ खेल खेलें , खेलों से आत्मीयता बढ़ती है और इस आत्मीयता से कार्य होता है आज हमने चर्चा के माध्यम से *युवा समाज और मेरी सहभागिता* के विषय को लेते हुए *"जन-जन में सत्व जगायेंगे"* और जगा भी रहे हैं लेकिन कहीं वह प्रक्रिया रुक ना जाए ,हम ठम ना जाए ,हम केवल विचार लेकर ही ना रह जाए इस क्रम को आगे बढ़ाते हुए जिस कार्य का प्रण हमने लिया है उसे आगे बढ़ाना है जीवन के इन भिन्न-भिन्न आश्रमों में भिन्न-भिन्न कर्तव्य होते हैं और आज की चर्चा में भी यही विषय हमने उठाया है कि हम अपने कर्तव्यों को भारत मां के कार्य में अर्पण करते रहना हैं हमारी धार्मिक अनुष्ठानों से युवा पीढ़ी को जोड़ना है यही आज वर्तमान में आवश्यक है* मुझे पूरी उम्मीद है आप चिंतन मंथन अवश्य करेंगे जय हिंद जय भारतRead More
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Utsav
:भारतीय चेतना विश्व के लिए कल्याणकारी
02-Jul-2023 | 80 Present
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स्वामी विवेकानंद ने अपने चरित्र एवं आचरण से यह सिद्ध कर दिया कि विशुद्ध भारतीय चेतना ही संपूर्ण विश्व के लिए कल्याणकारी हो. सकती है। यह बात चोटी योग संस्थान की स्वामी अनादि सरस्वती ने विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर द्वारा मन्ना हवेली में आयोजित गुरु पूर्णिमा कार्यक्रम मेंकहे। शीतल बेन ने गुरु पूर्णिमा को भारतीय संस्कृति के आचरण का अवसर बताया। इससे पूर्व क्रीडा योग के तहत अंकुर प्रजापति ने साधकों को योग खेल खिलाए। रविंद्र जैन के निर्देशन में भजन संध्या का आयोजन हुआ। इस अवसर पर नगर संचालक डॉ. श्याम भूतड़ा, के के गौड़, बी के चौहान सहित अन्य मौजूद रहे।
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Yoga-Satra-And-Modules
:योग व प्राणायाम सत्र
19-May-2023 to 26-May-2023
योग केवल शारीरिक दक्षता, कुशलता प्राप्त करने के लिए योग अथवा प्राणायाम करने तक ही सीमित नहीं है अपितु योग का स्वरूप अत्यंत व्यापक है। भारत की संस्कृति योगमय जीवन आधारित त्याग एवं सेवा से पूरित जीवन शैली है। उक्त विचार विवेकानंद केंद्र राजस्थान के प्रांत कार्यपद्धति प्रमुख डॉ. स्वतंत्र शर्मा ने योग एवं ध्यान सत्र के अभ्यास कराते हुए व्यक्त किए। अभ्यास में सूर्य नमस्कार के साथ अर्द्धकटि चक्रासन, पाद हस्तासन तथा अर्द्धचक्रासन का अभ्यास कराया गया।Read More
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Workshop
:शिविर में कर रहे व्यक्तित्व का विकास
15-May-2023 to 19-May-2023
विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा की ओर से शिवाजी पार्क में शाम 6 से 7 बजे तक 8 से 16 वर्ष के आयु के बालक-बालिकाओं के लिए व्यक्तित्व विकास शिविर का आयोजन किया जा रहा है। नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि बच्चों में जीवन के प्रति सकारात्मक एवं विकासात्मकदृष्टिकोण को विकसित करने का कार्य भी किया जाएगा। युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति ने बताया कि आज बच्चों को शेर बकरी फलों का राजा आदि खेल खिलाए गए। अभ्यास के साथ-साथ सूर्य नमस्कार का भी प्रशिक्षण दिया गया। शिविर में राधा राठी, सीमा चंद्रावत इंदु राठी, संगीता झंवर, पिंकी सिंघल आदि ने सहयोग किया।Read More
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Yoga-Satra-And-Modules
:योगमय जीवन पद्धति की धुरी है धर्मचक्र - डॉ. स्वतन्त्र शर्मा
08-May-2023 to 16-May-2023
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मनुष्य के सामाजिक, आर्थिक, भावनात्मकता के साथ साथ आध्यात्मिक जीवन को भी अच्छे स्वास्थ्य की दिशा में आवश्यक माना है। भारत का जीवन धर्ममय है जोकि त्याग और सेवा रूपी जीवन मूल्यों से जुड़ा हुआ है। यह धर्मचक्र यज्ञ के रूप में पूरी सृष्टि में चलता है जिससे सूर्य, चन्द्रमा, पृथ्वी, वायु, जल इत्यादि सभी जुड़े हुए हैं। चौरासी लाख योनियों में मनुष्य ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ कृति होने के कारण धर्मचक्र की पालना करते हुए मानव समाज को धर्मचक्र से जोड़ना ही योग कहा जाता है उक्त विचार विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी राजस्थान प्रान्त कार्यपद्धति प्रमुख डॉ० स्वतन्त्र शर्मा ने रेल उद्यान, श्रीनगर रोड पर संचालित किए जा रहे योग सत्र के तीसरे दिन अभ्यास कराते हुए व्यक्त कि संयोजक रविन्द्र जैन ने बताया कि आज ग्रुप मे सूर्यनमस्कार का प्रशिक्षण दिया गया तथा पोस्ट कोविड प्रभाव के अंतर्गत फेफड़ों की मजबूती के लिए श्वसन के अभ्यास कराए गए। नगर प्रमुख भारत भार्गव के अनुसार सत्र प्रतिदिन सुबह 6.00 बजे से संचालित किया जा रहा है। सत्र में विवेकानन्द केन्द्र की ओर से अमृत परिवार संयोजक नाथू ला जैन तथा युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति सहयोग कर रहे हैं।Read More
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Workshop
:आउट डोर समर केम्प प्रशिक्षण कार्यशाला
02-May-2023 to 06-May-2023 | 70 Present
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विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा की ओर से मधुबन पार्क में शाम 5 से 6 बजे तक 8 से 16 वर्ष के आयु के बालक-बालिकाओं के लिए व्यक्तित्व विकास शिविर का आयोजन किया जा रहा है। नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि बच्चों में जीवन के प्रति सकारात्मक एवं विकासात्मक दृष्टिकोण को विकसित करने का कार्य भी किया जाएगा। युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति ने बताया कि आज बच्चों को शेर बकरी फलों का राजा आदि खेल खिलाए गए। अभ्यास के साथ-साथ सूर्य नमस्कार का भी प्रशिक्षण दिया गया।
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Yoga-Satra-And-Modules
:शिविर में जानी योग- प्राणायाम की महत्ता
28-Apr-2023 to 07-May-2023 | 115 Present
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मध्य राजस्थान प्रादेशिक माहेश्वरी सभा और अजमेर जिला माहेश्वरी सभा संस्था के तत्वावधान में शुक्रवार से शिवाजी महाराज उद्यान आनासागर लिंक रोड पर योग-प्राणायाम शिविर शुरू हुआ। इसमें लोगों ने योग और प्राणायाम की महत्ता जानी। विवेकानंद केन्द्र कन्याकुमारी शाखा रामकृष्ण विस्तार के सहयोग से दस दिवसीय योग एवं प्राणायाम सत्र का आयोजन हुआ। महामंत्री मुकेश मून्दड़ा ने बताया कि साधकों ने योग क्रियाओं को सीखा। अध्यक्ष राकेश झंवर की अगुवाई में आंवला जूस प्रदान किया गया। डॉ. स्वतंत्र शर्मा, शशांक बजाज, दिनेश नवाल, भरत भार्गव, डॉ. श्याम भूतडा गौरव मिलक ने विशेष योगदान दिया। एडीए के पूर्व अध्यक्ष शिवशंकर हेड़ा, पार्षद नलिनी शर्मा, एस. डी. बाहेती, सुभाष नवाल, अशोक राठी, अशोक जेथल्या, गोविंद झंवर, श्रीवल्लभ मून्दड़ा, इंदु राठी आदि मौजूद रहे।
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Workshop
:आउट डोर समर केम्प प्रशिक्षण कार्यशाला
22-Apr-2023 to 26-Apr-2023
"दिनांक २२ से २६ अप्रेल , २०२३ तक आउट'डोर सम्मर कैंप प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित कि गई । बच्चे सकारात्मक एवं विकासात्मक दृष्टीकोण रख कर ही अपने जीवन की हर परिक्षा मे सफलता अर्जित कर सकते है । विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर की और से 8 से 16 वर्ष के आयु के बालक/ बालिकाओं के लिए शालीमार कॉलोनी में आयोजित आउटडोर समर कैंप में बच्चों को संबोधित करते हुए बताया । बच्चो को शिक्षा के साथ साथ खेलकूद, व्यायाम, गीत एवं साहित्य का ज्ञान होना भी आवश्यक है जिसमें उनका सर्वागीण विकास हो सके । कैम्प के दौरान बच्चों को कंगारू दौड़ , मेंढक दौड़ ,तीन टांग दौड़ तथा भस्मासुर, हाथी घोड़ा पालकी, डामरू दौड़ खेल सिखाये। आउट'डोर सम्मर कैंप के' दौरान' युवा प्रमुख अंकुर भईया ने बच्चों को अपने जीवन में स्वस्थ रहने के लिए खेलकूद के महत्व बताए। कैंप के दौरान बच्चों के खेल कहानी ,गीत ,व्यायाम तथा बौद्धिक सत्रों के माध्यम से शारीरिक दक्षता व्यक्तित्व विकास, संस्कारों के निरूपण का प्रयास किया गया।Read More
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Yoga-Satra-And-Modules
:शालीमार कॉलोनी योग सत्र
17-Apr-2023 to 26-Apr-2023
विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी के तत्वावधान में सोमवार को यादव विला, शालीमार कॉलोनी, आदर्शनगर में योग एवं ध्यान सत्र हुआ। इस दौरान डॉ. स्वतंत्र शर्मा ने कहा कि हमारे अस्तित्व के व्यक्त स्वरूप अन्नमयकोश है जिसे प्राणमय कोश की ऊर्जा संचालित करती है। ऊर्जा का भण्डार मन होता है तथा बुद्धिरूपी विज्ञानमय कोश उसे सही दिशा में प्रसारित करने का कार्य करता है। इन सभी का सम्मुच्चय ही योग कहलाता है। योग से आंतरिक रूप में यह शरीर, मन, बुद्धि एवं आत्मा के स्तर पर अनुभूत किया में जा सकता है। सत्र प्रतिदिन सुबह 6 से 7.30 तक चलेगा। युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति ने श्वसन अभ्यास, सूक्ष्म व्यायाम का अभ्यास कराया।Read More
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Yoga-Satra-And-Modules
:अंतर्निहित शक्तियों का जागरण ही योग है- शीतल जोशी
12-Apr-2023 | 89 Present
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सादर प्रकाशनार्थ विवेकानन्द केन्द्र का योग सत्र बी के कौल नगर में महेश वाटिका में संचालित योग सत्र का षष्ठ्म दिवस स्थूल से सूक्ष्म की यात्रा योग है। बीज मंत्रों के संघोष से समस्त व्यक्तित्व के प्रगटीकरण का कार्य करना और इसका विस्तार कर देना योग की साधना है। मंत्रों के प्रभाव को आत्मस्थ करना और दिनभर उस भाव में जीना ही योग की संकल्पना को साकार करना है। योग का अभ्यास एक घण्टा होता है लेकिन उसका प्रकटन चैबीस घण्टा होना है। अपनी अंतर्निहित शक्तियों को प्रकट करके अपने दिव्य भाव को प्रकट करना ही योग है। शरीर और मन को जोड़ कर अपने व्यवहार को मन, वचन, कर्म के साथ एकरूप होकर परिवार, समाज और राष्ट्र के कार्य को करने के लिए तत्पर हो जाना ही योग का व्यवहारिक दृष्टिकोण है और यह अपनत्व का भाव ही योग की साधना है। योग साधना स्वयं के लिए न होकर यदि समाज के लिए होगी और उसके लिए हम अपना समयदान करते हुए प्रशिक्षित होते हैं तो न केवल व्यक्ति निर्माण की संकल्पना साकार होती है अपितु राष्ट्र पुररूत्थान का मार्ग भी प्रशस्त होता है। विवेकानन्द समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए कार्य कर रहा है जिसमें बच्चों के लिए संस्कार वर्ग, युवा एवं वरिष्ठों के लिए स्वाध्याय वर्ग एवं योग वर्ग एवं सभी के लिए केन्द्र वर्गों का संचालन होता है क्योंकि इसके माध्यम से शरीर और मन की शुद्धि होती है और शरीर रूपी साधन शुद्ध होने से ही हम अपना सर्वश्रेष्ठ विकास कर सकते हैं। उक्त विचार विवेकानंद केंद्र की जीवनव्रती कार्यकर्ता एवं राजस्थान प्रान्त संगठक सुश्री शीतल जोशी ने श्री माहेश्वरी प्रगति संस्थान एवं महेश कल्याण समिति के द्वारा विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर के सहयोग से संचालित किए जा रहे योग एवं ध्यान सत्र के षष्ठ्म दिन का अभ्यास कराते हुए व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि भारत अपनी अंतर्निहित शक्तियों के जागरण से आज विश्व में अपना स्थान बना रहा है तथा इसमें अनुशासित होकर दीर्घकाल तक निरंतरता के साथ भारत के विकास के लिए श्रद्धाभाव से अपनी भागीदारी को सुनिश्चित करते हुए स्वयं को प्रस्तुत करना ही वर्तमान समय में योग की आवश्यकता है। नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि आज के अभ्यास में सूर्यनमस्कार के साथ अर्द्धकटि चक्रासन, पादहस्तासन तथा अर्द्धचक्रासन का अभ्यास सूक्ष्म चैतन्यता जागरण अनुभूति के साथ आवर्तन ध्यान की पद्धति से कराया गया। इस अवसर पर विवेकानंद केंद्र के नगर संचालक डॉ. श्याम भूतड़ा, रामकृष्ण विस्तार के संचालक दिनेश नवाल, योग शिक्षक शशांक बजाज, युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति उपस्थित थे। सत्र की व्यवस्था में श्री माहेश्वरी प्रगति संस्थान व महेश कल्याण समिति के सर्वश्री जयदेव सोमानी, सुरेंद्र लखोटिया, ज्वाला प्रसाद कांकानी, राकेश झंवर, मुरारी तोषनीवाल, गौरव मिलक,कमल काबरा, मुकेश मूंदड़ा , अनिल काहल्या , अंजनी भूतड़ा, अंकुश मुरक्या आदि ने अपना सहयोग प्रदान किया।
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Yoga-Satra-And-Modules
:वैश्वानर, तेजस और प्राज्ञ स्वरूप का प्रकटीकरण है योग - डॉ स्वतंत्र शर्मा
07-Apr-2023 | 110 Present
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अपने के स्थूल स्वरूप की वैश्वानर अवस्था को जानकर इसमें व्याप्त प्राण के तेजस को प्रकट करना और उसे विस्तार देकर बुद्धि की प्रज्ञा से आध्यात्मिक विकास करना ही योग है योग से स्वयं को जानने की प्रक्रिया श्वास पर अपने ध्यान को केंद्रित करने से शुरू होती है और फिर यह सजगता शारीरिक और मानसिक परिवर्तन के रूप में दृष्टिगोचर होती है| उक्त विचार विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी राजस्थान के प्रांत कार्यपद्धति प्रमुख *डॉ. स्वतंत्र शर्मा* ने *श्री माहेश्वरी प्रगति संस्थान* एवं *महेश कल्याण समिति* के द्वारा *विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा* अजमेर के सहयोग से संचालित किए जा रहे योग एवं ध्यान सत्र के प्रथम दिन अभ्यास कराते हुए व्यक्त किए| उन्होंने बताया कि आज 15 साल से 70 साल तक का व्यक्ति पीठ एवं गर्दन दर्द से पीड़ित है जिसे आधुनिक विज्ञान टेक्स्ट नैक डिजीज कहा जाता है और इसका कारण गलत तरीके से बैठना और मोबाइल पर चैटिंग और गेमिंग है| इस रोग को अन्य तरीकों से दूर नहीं किया जा सकता है| केवल योगाभ्यास में सूक्ष्म व्यायाम एवं शिथिलीकरण इत्यादि के अभ्यास से ही हम शरीर की अनावश्यक जकड़न और कसावट को दूर कर सकते हैं| सत्र प्रतिदिन प्रातकाल 6:00 से 7:30 तक संचालित हो रहा है| आज के अभ्यास में श्वसन अभ्यास, सूक्ष्म व्यायाम तथा क्रीडा योग का आयोजन किया गया| इस अवसर पर विवेकानंद केंद्र के नगर संचालक डॉ. श्याम भूतड़ा, रामकृष्ण विस्तार के संचालक दिनेश नवाल, योग शिक्षक शशांक बजाज, रामकृष्ण विस्तार प्रमुख कुशल उपाध्याय, नगर प्रमुख भारत भार्गव, युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति एवं विवेकानंद विस्तार युवा प्रमुख लक्ष्मी चौहान उपस्थिति थीं | सत्र की व्यवस्था में श्री माहेश्वरी प्रगति संस्थान व महेश कल्याण समिति के सर्वश्री जयदेव सोमानी, सुरेंद्र लखोटिया, ज्वाला प्रसाद कांकानी,राकेश झंवर, मुरारी तोषनीवाल, गौरव मिलक,कमल काबरा, मुकेश मूंदड़ा , अनिल काहल्या , अंजनी भूतड़ा, अंकुश मुरक्या आदि ने अपना सहयोग प्रदान किया। नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि सत्र का समापन 16 अप्रैल को किया जाएगा| सत्र के अंत में सभी प्रतिभागियों को संस्था की ओर से आंवले का जूस पिलाया गया| श्री जयदेव सोमानी ने बताया के प्रथम दिन 110 लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है|
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Workshop
:सफलता का मूलमंत्र ‘डू यूअर बैस्ट- लीव द रेस्ट’’ - डाॅ. स्वतन्त्र शर्मा
27-Mar-2023 to 29-Mar-2023 | 156 Present
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क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान, अजमेर में विवेकानन्द केन्द्र का त्रि- दिवसीय योग सत्र संपन्न एक विचार लो। उसे अपना जीवन बना लो। उसके बारे में सोचो उसके सपने देखो, उस विचार को जीओ। अपने मस्तिष्क, मांसपेशियों, नसों, शरीर के हर हिस्से को उस विचार में डूबो दो और बाकी सभी विचारों को किनारे रख दो। यही सफल होने का तरीका है। स्वामी विवेकानन्द के इस विचार से विश्व में महान व्यक्तित्वों का निर्माण हुआ है। कार्य करते समय केवल कार्य का चिंतन करना और परिणाम को ईश्वर के चरणों में समर्पित करने का भाव रखना ही जीवन में न केवल सफलता प्राप्त होती है अपितु चिंता एवं तनाव भी दूर रहता है। उक्त विचार विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी राजस्थान के प्रान्त कार्यपद्धति प्रमुख डाॅ. स्वतन्त्र शर्मा ने क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान, अजमेर के बी.एस.सी. बीएड के विद्यार्थियों को त्रिदिवसीय योग सत्र के समापन के अवसर पर व्यक्त किए। उन्होंने व्यक्तित्व के पांच आयामों की व्याख्या करते हुए कहा कि हमारे अस्तित्व के पांच भाग होते हैं जिसमें पहला शरीर होता है तथा दूसरा उसे चलाने वाली ऊर्जा जिसे प्राण कहते हैं। तीसरा इस प्राण का स्रोत मन होता है तथा चैथा मन को दिशा देने वाली शक्ति बुद्धि होती है। पांचवा और अंतिम आयाम इन चारों के योग से बनता है जिसे आनन्द कहते हैं और यही योग का अंतिम लक्ष्य है। इस योग सत्र में विद्यार्थियों को श्वसन के अभ्यासों के साथ ही शिथिलीकरण अभ्यास सिखाए गए तथा बीजमंत्रों के साथ सूर्यनमस्कार का अभ्यास सिखाया गया। इसके अतिरिक्त मन को शांत रखने के लिए आसन कराए गए तथा कपालभाति क्रिया, नाड़ी शुद्धि प्राणायाम एवं भ्रामरी प्राणायाम का अभ्यास भी कराया गया। विवेकानन्द केन्द्र अजमेर के युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति ने अभ्यासों का प्रदर्शन किया तथा सत्र समन्वयक प्रो0 आयुष्मान गोस्वामी रहे।
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:'भारतीय परिवार संकल्पना त्याग पर आधारित'
11-Mar-2023 | 200 Present
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विश्व में सांस्कृतिक जीवन मूल्यों को प्रचारित और प्रसारित करने वाली एक मात्र संकल्पना भारतीय परिवार संकल्पना है। समाज के सभी परिवारों को जोड़ते हुए एक नए भारत का उदय संभव है। यह बात विवेकानंद केंद्र की राजस्थान प्रांत संगठक प्रांजलि येरीकर ने विवेकानंद केंद्र अमृत परिवार मिलन समारोह में कही। उन्होंने कहा कि भारतीय परिवार संकल्पना त्याग पर आधारित है। जहां स्वार्थ प्रबल होने लगता है वहां परिवार टूटने लगते हैं। विवेकानंद केंद्र भी अमृत परिवार योजना के जरिए परिवार को टूटनेसे बचा रहा है। इस दौरान संयोजक सुनील दत्त जैन, सह संयोजक नरेंद्र सिंह रावत सहित अन्य का सम्मान किया गया। विवेकानन्द संदेश यात्रा से जुड़े विधायक अनिता भदेल, भारत भूषण शर्मा, यादवराज कुमावत, बीना रानी, जौहरी लाल लवास, गणपत सिंह, श्यामवीर सिंह तोमर,लक्ष्मी चौहान, मीनाक्षी जांगिड़ आदि का सम्मान किया गया। अमृत परिवार योजना के संयोजक नाथूलाल जैन,' युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति की अगुवाई में सुईधागा, हाथी घोड़ा पालकी जैसे खेल हुए। उमेश कुमार चौरसिया की पुस्तकों का विमोचन किया गया। नगर प्रमुख भारत भार्गव आदि मौजूद रहे।
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Karyapaddhati
:क्रीडा योग संगम
05-Mar-2023
विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर के अंतर्गत सुभाष उद्यान मे क्रीडा योग संगम का आयोजन किया गया। जिसके अंदर योगाभ्यास, सूर्यनमस्कार तथा साथ ही क्रीड़ा योग हुए । गीत- "हम भारत कि संताने हैं "तथा केंद्र वर्ग चर्चात्मक विषय:- होली का आध्यात्मिक विष्य रखा गया। उपस्थित सभी साधकों ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किए।अतः अंत में केंद्र प्रार्थना हुई ।Read More
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:योग सत्र परिचय
28-Feb-2023 | 78 Present
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विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की अजमेर शाखा द्वारा आज 28 फरवरी 2023 को क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान अजमेर के M.Ed एवं B.Ed कक्षा के विद्यार्थियों के लिए योग परिचय सत्र का आयोजन किया गया। इस योग परिचय सत्र का उद्देश्य विद्यार्थियों में नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रमों में योग शिक्षा का जुड़ाव एवं उसके प्रैक्टिकल एप्लीकेशन को लेकर के रहा। प्रांत कार्यपद्धति प्रमुख डॉ स्वतंत्र शर्मा ने उपस्थित 78 विद्यार्थियों को प्रारंभिक श्वसन के अभ्यास एवं लूजनिंग प्रैक्टिस इसके अभ्यास कराए। इसके उपरांत लघु शवासन के अभ्यास के साथ योग एक जीवन पद्धति एवं उसके विभिन्न आयामों को लेकर सूक्ष्म चर्चा की। योग केवल शारीरिक अभ्यास ना होकर मन को शांत करने की क्रिया है तथा योग अर्थात जोड़ना अर्थात एक रूप हो जाना। व्यष्टि से समष्टि तक जोड़ने की प्रक्रिया योग है तथा योग का आचरण हमारी भारतीय संस्कृति का मूल मंत्र है इस मंत्र को भविष्य के राष्ट्र निर्माता होने के नाते एक शिक्षक को जानना बहुत आवश्यक है। इन विचारों के साथ ही योग परिचय सत्र में विद्यार्थियों ने अपना उत्साह प्रदर्शित किया और आगामी मार्च-अप्रैल और मई में विशेष योग सत्रों के आयोजनों को लेकर योजना बनाने का भी संकल्प भी लिया। इस अवसर पर शिक्षा अधिष्ठाता प्रोफेसर आयुष्मान गोस्वामी का भी आशीर्वाद प्राप्त हुआ। व्यवहारिक प्रशिक्षण में युवा प्रमुख श्रीअंकुर प्रजापति का सहयोग रहा
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Utsav
:मनुष्य का पूजन ही देव अर्चना है-हनुमंत राव
11-Sep-2022 | 115 Present
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मानव सेवा ही माधव सेवा है। मनुष्यता की सेवार्थ मनुष्यमात्र का पूजन ही देव अर्चना है। विश्वात्मा का देवत्व मनुष्य के रूप में प्रकट हुआ है। मानवीय संबंधों में आध्यात्मिकता को प्रतिष्ठित करना ही मनुष्य का धर्म है। सफलता का मापदण्ड भौतिक उत्थान न होकर बिखरी हुई आध्यात्मिक शक्तियों का एकत्रीकरण है और यही संगठनात्मक व्यवहार हमें पुनः विश्वगुरू के पद पर प्रतिष्ठित कर सकता है। स्वामी विवेकानन्द ने भारत की भूली हुई शक्तियों को पुर्नप्रतिष्ठित करने के लिए धर्म की रक्षा के साथ धर्मी की रक्षा का भी आह्वान किया और यह भी धर्म की सेवा का ही एक स्वरूप बताया। उक्त विचार विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हनुमंत राव ने विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की अजमेर शाखा द्वारा आयोजित विश्वबंधुत्व समारोह के अवसर पर अग्रवाल स्कूल में व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि भारत की अज्ञानता को स्वयं पर विश्वास रखते हुए ही दूर किया जा सकता है जिसके लिए हमें भारत की आत्मा का अवलोकन करना होगा। भारत की आत्मा धर्म प्रधान है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए अजमेर विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक नरेन्द्र सिंह निर्वाण ने कहा कि अमेरिका में प्रथम संबोधन के द्वारा ही स्वामी विवेकानन्द ने पूरे विश्व पर भारत के वेदान्त की छाप छोड़ी थी। इस अवसर पर दीक्षा सेन ने स्वामी विवेकानंद की भूमिका में ११ सितम्बर का भाषण पढ़ा नगर प्रमुख श्री भारत भार्गव ने बताया कि इस अवसर पर मृणालिनी देसाई द्वारा लिखित पुस्तक तथा डॉ. वासंती साळवेकर द्वारा अनुवादित उपनिषदों के ज्ञान के मोती के सैट का विमोचन किया गया। इस अवसर पर अजमेर दक्षिण विधायक श्रीमती अनिता भदेल, विश्वविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष श्री महिपाल गोदारा, प्रान्त साहित्य सेवा प्रमुख उमेश चौरसिया, प्रान्त सह प्रमुख श्री अविनाश शर्मा, प्रान्त संघटक सुश्री प्रांजलि येरीकर, विश्वविद्यालय के पूर्व डीन छात्र कल्याण प्रो0 प्रवीण माथुर, यूजीसी चेयर प्रोफेसर नरेश कुमार धीमान, योग विभाग के डॉ. लारा शर्मा, डीन शिक्षा प्रो. नागेन्द्र सिंह, श्री बसंत विजयवर्गीय, श्री सुनील दत्त जैन, विद्या भारती के मंत्री श्री वीरेन्द्र शर्मा, श्री सोम रत्न आर्य सहित शहर के कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन विवेकानंद विस्तार युवा प्रमुख लक्ष्मी चौहान ने किया। कार्यक्रम में युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति, विभाग संपर्क प्रमुख श्री रविन्द्र जैन, विभाग प्रमुख अशोक डाणी, विस्तार कार्यपद्धति प्रमुख मीनाक्षी जांगिड़, विवेकानंद विस्तार संचालक श्री जौहरी लाल लवास, विस्तार सह संचालक श्री तेज सिंह, कार्यालय प्रमुख श्री गणपत सिंह, साहित्य सेवा प्रमुख श्री श्यामवीर सिंह आदि का सहयोग रहा।
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:जीवन को बदलने का शास्त्र है योग - हनुमंत राव
09-Sep-2022 | 78 Present
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जीवन को बदलने का शास्त्र योग है। योग भाष्य के अनुसार बिना तप के योग सिद्ध नहीं होता। लक्ष्य की प्राप्ति के प्रयास तथा मन की सोच एवं भावना की सकारात्मक दिशा ही जीवन में तप का आधार होता है। शवासन सबसे कठिन आसन है क्योंकि मृतावस्था की कल्पना करके मन के निर्विचार स्वरूप का दर्शन करना होता है। सजगतापूर्वक उपशमन करना ही सच्चा विश्राम है। योग से जीवन में सुख एवं संतुष्टि का भाव उत्पन्न होना चाहिए। कुटंुब, परिवार एवं समाज में सभी प्राणियों की संतुष्टि का उपकरण बनने वाला ही योग साधक हो सकता है। उक्त विचार विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हनुमंत राव ने महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय के योग विभाग द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर आयोजित योग संवाद कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में व्यक्त किए। उन्होंने योग में विकास के अष्टलक्षणों की चर्चा करते हुए हठयोग प्रदीपिका का उदाहरण देते हुए शरीर का बलिष्ठ होना, नेत्रों का निर्मल होना तथा वाणी का मधुर एवं संयमित होना योग का प्रतिमान बताया। इस अवसर पर विवेकानन्द केन्द्र की प्रांत संगठक सुश्री प्रांजलि येरीकर भी उपस्थित थीं। संवाद कार्यक्रम में योग विभाग की गतिविधियों का परिचय डॉ0 लारा शर्मा ने दिया तथा आभार ज्ञापन विभाग प्रभारी डॉ. ए जयन्ती देवी ने किया। इस अवसर पर प्रो0 सुभाष चन्द्र, प्रो0 भारती जैन, पूर्व प्रो0 लक्ष्मी ठाकुर, प्रो0 अरविंद पारीक, डॉ. आशीष पारीक, संजय पाराशर, डॉ0 स्वतन्त्र शर्मा एवं मीडिया प्रभारी डॉ0 मदन मीणा उपस्थित थे।
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Karyapaddhati
:"हम भारत की संताने
21-Aug-2022 to 21-Aug-2022
विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर के रामकृष्ण विस्तार में संचालित पी डब्ल्यु डी मैदान पुलिस लाइन, अजमेर आज 21/8/22 संस्कार वर्ग का आयोजन किया गया जिसमें तीन ओंकार प्रार्थना से शुरूआत हुई । प्रत्येक रविवार होने वाले संस्कार वर्ग में आज भी हर्षोल्लास के साथ संस्कार वर्ग हुआ। आज आज्ञाभ्यास और सूर्यनमस्कार एवं क्रीडा योग गंगा स्नान और सजगता के खेलों के साथ ही विकास की राह में चल रहे संस्कार वर्ग मे बाल साथियों ने आनंद लिया और जोश के साथ गीत हम भारत की संताने गाया । हम भारत की संतान विषय पर चर्चा के साथ ही इसके महत्व को जानाRead More
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:गीता के सन्देश को आत्मसात करके मनुष्य निर्माण की संकल्पना के साथ मनाया कृष्ण जन्मोत्सव
19-Aug-2022
विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर के विवेकानंद विस्तार में कृष्ण जन्माष्टमी का आयोजन विधायक अनिता भदेल कार्यालय पर किया गया। जिसके अंतर्गत खेल और भजन संध्या का भी आयोजन हुआ। सभी देवताओं के पात्रों का खेल और कृष्ण के नामों के खेल भी खेले गए। साथ ही महाभारत के पात्रों का नाम जानते हुए खेल खेला गया। खेलों के माध्यम से भारतीय हिन्दू संस्कृति के विषय में जानने का अवसर प्राप्त हुआ
तत्पश्चात भजन संध्या की शुरुआत तीन ॐ प्रार्थना ,एक्यमंत्र , गुरू स्तवन से हुई। अनिता भदेल दीदी ने भी कृष्ण का भजन लिया तथा सभी कार्यकर्ताओं ने भाव पूर्ण भजनों की प्रस्तुति की इस अवसर पर प्रान्त कार्यपद्धति प्रमुख डॉ स्वतंत्र शर्मा, युवा प्रमुख अंकुर भैया, जितेंद्र भैया, विवेकानंद विस्तार प्रमुख राजेश भैया, मयूर भैया, चित्रांशु भैया, विवेकानंद विस्तार युवा प्रमुख लक्ष्मी दीदी, विवेकानंद विस्तार कार्यपद्धति प्रमुख मीनाक्षी दीदी, श्री तेजसिंह जी, योगेश जांगिड़, राधे भैया सहित अन्य कार्यकर्तागण उपस्थित थे | केंद्र प्रार्थना के साथ भजनसंध्या का समापन हुआ
भगवान् श्रीकृष्ण को भोग अर्पित करते हुए प्रसाद वितरण किया गया।Read More
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:विवेकानंद विस्तार में मनाया आजादी का अमृत महोत्सव-केंद्र कार्यालय पर फहराया तिरंगा
14-Aug-2022
विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर के विवेकानंद विस्तार में आज केंद्र वर्ग का आयोजन हुआ।
केंद्र वर्ग के दौरान तीन ऊँ, एक्यमंत्र और प्रातः स्मरण मंत्र का उच्चारण साथ-साथ योगाभ्यास और क्रीडा योग में महापुरुषों की संख्या का खेल हुआ। चर्चा के रूप में "आजादी के 75 अमृत महोत्सव और हर घर तिरंगा 13 अगस्त से 15 अगस्त 2022 तक अभियान" के दृष्टिगत रहा। इस अवसर पर उपस्थित साधकों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए। केंद्र वर्ग के दौरान वरिष्ठ कार्यकर्ता आदरणीय कुसुम माताजी (प्रांत निधि संकलन समिति) ने गीत "मातृभूमि गान से गूंजता रहे गगन" गाया।
इस अवसर पर विवेकानंद केंद्र कार्यालय पर अजमेर दक्षिण के विधायक श्रीमती अनीता भदेल के कर कमलों से ध्वजारोहण हुआ एवं पूर्व प्रांत प्रमुख शिवराज जी का सानिध्य प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर वंदे मातरम गीत लक्ष्मी दीदी द्वारा लिया गया।
विधायक श्रीमती अनिता भदेल ने इस अवसर पर संबोधन देते हुए कहा कि आजादी जो मिली है और आज हमारा भारत स्वतंत्र है इसके पीछे कई महापुरुष और क्रांतिकारियों का ही योगदान है और हमें उनके योगदान को हमेशा स्मरण करते रहना चाहिए। इस अमृत महोत्सव में हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम कैसे और किस प्रकार से अपने आप को राष्ट्र कार्य में लगाए रखें। केंद्र पर वरिष्ठ साधकों में नगर युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति, जौहरी जी लावास विवेकानंद विस्तार संचालक, आ. गणपत जी कार्यालय प्रमुख, तेज सिंह जी विवेकानंद विस्तार सह संचालक और युवाओं में जितेंद्र जी ,राजेश जी शर्मा विवेकानंद विस्तार प्रमुख, योगेश भैया, आदर्श नगर योग वर्ग से बीना दीदी, श्याम जी और उत्सव पैलेस योग वर्ग से लक्ष्मी दीदी (विवेकानंद विस्तार युवा प्रमुख), मीनाक्षी दीदी (विवेकानंद विस्तार कार्य पद्धति प्रमुख ) कशाभिका दीदी अन्य कार्यकर्ताओं में यामिनी दीदी और उनके माता-पिता उपस्थित रहे।Read More
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:हर घर तिरंगा अभियान में सक्रिय विवेकानंद विस्तार के कार्यकर्ता
10-Aug-2022 | 98 Present
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घर-घर तिरंगा अभियान से विवेकानंद विस्तार गूँज रहा है | आज 10/8/22 राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय आदर्श नगर घर-घर तिरंगा अभियान के तहत उद्घोष और एक रैली क्षेत्र में निकाली गई आदरणीय नगर प्रमुख भारत भैया ने 75 वा अमृत महोत्सव को ध्यान में रखते हुए महापुरुषों और क्रांतिकारियों के जीवन बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी| युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति ने बताया कि विवेकानंद केंद्र एक अध्यात्म प्रेरित सेवा संगठन है जिसके माध्यम से युवाओं और विद्यार्थियों में राष्ट्र भाव जागरण का कार्य हो रहा है| कार्यक्रम के दौरान राजकीय बालिका विद्यालय के प्रधानाचार्य श्रीमती सुधा माथुरतथा एन एस एस के प्रभारी श्रीमती विनीता रहीं |
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:परस्परावलंबी भाव के साथ होता है योग शिक्षक का निर्माण
07-Aug-2022
योग सत्र में जहां हम योगाभ्यास करना सीखते हैं वही योग वर्ग में परस्परावलंबी भाव अर्थात एक दूसरे से सीखने के भाव के साथ साधकों का स्वरूप शिक्षकों में परिवर्तित होता जाता है। और यह होना भी चाहिए क्योंकि महर्षि पतंजलि का दर्शन बताता है कि कोई भी व्यक्ति अपने आप में परिपूर्ण नहीं है किंतु सामुदायिक रूप से हम सभी सीखने की प्रक्रिया से जुड़े हुए हैं । एक दूसरे के साथ सीखते हुए हम अपना विकास कर सकते हैं। ये विचार विवेकानंद केंद्र के राजस्थान प्रांत कार्यपद्धति प्रमुख डॉ. स्वतंत्र शर्मा ने हरीभाऊ उपाध्याय नगर स्थित सामुदायिक भवन में चल रहे 10 दिवसीय योग सत्र के समापन के अवसर पर व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि अब हम योगाभ्यास की बारीकियों को समझ गए हैं और किस दिशा में अभ्यास को आगे बढ़ाना है यह भी हमें ज्ञात हो चुका है। बस आवश्यकता इस बात की है कि हम सब स्वाबलंबी होते हुए इस अभ्यास को एक सामूहिक अभ्यास में परिवर्तित कर दें और स्वयं ही योग के साधक और शिक्षक बनते हुए इसे नित्य निरंतर बढ़ाते रहें।
इस अवसर पर विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी अजमेर विभाग के विभाग प्रमुख श्री अशोक डानी ने बताया कि यह सत्र सार्थक रहा है और अब 8 अगस्त से यह सत्र शिव मंदिर में स्थानांतरित होगा वहां नित्य योग वर्ग का संचालन किया जाएगा।
इस अवसर पर सभी उपस्थित साधकों ने विगत 10 दिनों के अनुभव भी साझा किए।Read More
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:वंदे मातरम की जय घोष से गूंजा दाहरसेन विस्तार
06-Aug-2022 | 203 Present
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विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर के दाहर सेन विस्तार में हर घर तिरंगा अभियान राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय फायसागर में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के तहत तिरंगा रैली का आयोजन किया गया तथा विद्यालय में घर-घर तिरंगा अभियान को लेकर आजादी के अमृत महोत्सव का महत्व बताया। नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि आजादी का महत्व हम तभी समझ सकते हैं जब हम भारत ने ढाई सौ वर्ष तक इस पीड़ा को सहा है और हमारे वीर क्रांतिकारियों एवं आजादी के सिपाहियों के बलिदान के फल स्वरुप आज हम आजादी का अमृत महोत्सव का 75 वां वर्ष मना रहे हैं। यह अवसर देश के गुणगान करने का है और शहीदों के बलिदान को नमन करने का है। इस अवसर पर अजमेर नगर के युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति भी उपस्थित रहे। राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय फायसागर की प्राचार्य डॉ वीणा शाह एवं कार्यक्रम संयोजक श्रीमती प्रेरणा शर्मा का सक्रिय सहयोग प्राप्त हुआ।
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Karyapaddhati
:योग से मनुष्य निर्माण और केंद्र का कार्यकर्ता
31-Jul-2022
विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर के अंतर्गत विवेकानन्द विस्तार में विधायक श्रीमती अनिता भदेल दीदी के कार्यालय भजनगंज में केंद्र वर्ग का आयोजन किया गया। जिसके अंदर योगाभ्यास, सूर्यनमस्कार तथा साथ ही क्रीड़ा योग डिंग डोंग पिंग पोंग और टिंग टोंग, गिफ्ट ऑफ गंगापुर हुए । गीत- "गिरकर उठना उठकर चलना"तथा केंद्र वर्ग चर्चात्मक विषय:-योग से मनुष्य निर्माण और केंद्र का कार्यकर्ता रखा गया। उपस्थित सभी साधकों ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किए। आदरणीय अनीता भदेल दीदी ने स्वयं के विद्यार्थी जीवन में बाल संस्कार अपने ही गृह स्थान पर लगाते हुए किस प्रकार से स्वयं का निर्माण किया और दूसरों के निर्माण में संस्कार के जीवन मूल्यों को किस प्रकार से प्रस्फुटित किया चर्चा के रूप में अपना अनुभव साझा किया केंद्र के कार्यकर्ताओं को आह्वान किया कि विवेकानंद केंद्र के संस्कार वर्ग और आनंदालय को हम अपने क्षेत्र में शुरू कर के मनुष्य निर्माण का सुंदर कार्य कर सकते हैं उत्सव पैलेस के योग साधक भी केंद्र वर्ग में उपस्थित रहे सभी ने अपने सुंदर विचार व्यक्त करते हुए युवा प्रमुख अंकुर भैया ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हम अपने आस पास के विद्यालयों में जाकर उद्बोधन देते हुए स्वामी विवेकानंद की जीवनी और भारतीय संस्कृति से जुड़े संस्कारों को बताकर एक अच्छा संदेश बच्चों को दे सकते हैं।सभी ने - योग से मनुष्य निर्माण करने का संकल्प लिया जिसमे बच्चों को संस्कार, शिक्षा देना आदि शामिल हैं। ऐसा बताया आज के समय में ज्ञान जितना ग्रहण किया जाये वह कम ही होता है। यदि हमारे अन्दर ज्ञान है और हम उसका विस्तार न करे तो उस ज्ञान का कोई अर्थ नहीं होता है। हमें अपने ज्ञान को दूसरों में बाटना चाहिए। जो हमने सीखा वह दूसरों को भी सिखाएं। हम ये भी जानते है, की जीवन में परिवर्तन होने से हम उस चीज़ को और अच्छे से जान पाते हैं। यही हमारे योग से मनुष्य निर्माण का संकल्प है। इस प्रकार संकल्प को निभाते हुए स्वयं भी आगे बढ़े और दूसरों को भी बढ़ाते रहें। उक्त विचार श्रीमती अनिता भदेल जी ने अंत में केंद्र वर्ग के दौरान सभी साधकों के मध्य व्यक्त किए। अन्त में केन्द्र प्रार्थना के साथ आज का केंद्र वर्ग समाप्त उक्त सुचना नगर प्रमुख भारत भार्गव द्वारा दी गई।Read More
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:मनुष्य निर्माण की संकल्पना को मूर्त रूप दे रहा है विवेकानंद केंद्र - सुश्री प्रांजली येरीकर
31-Jul-2022
मनुष्य निर्माण की संकल्पना में शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, भावनात्मक एवं आध्यात्मिक विकास सम्मिलित होता है। इसी से व्यक्ति के शरीर, मन, एवं बुद्धि के ठीक-ठीक उपयोग से चरित्र का निर्माण भी होता है और यह चरित्र राष्ट्र निर्माण के लिए जब आगे बढ़ता है तब राष्ट्र का पुनरुत्थान संभव हो सकता है.आज ऐसे ही मनुष्यों के निर्माण के लिए विवेकानंद केंद्र अपनी हजार शाखाओं के साथ संपूर्ण भारत में काम कर रहा है। योग, स्वाध्याय एवं संस्कार के द्वारा समाज के प्रत्येक वर्ग को चरित्रवान एवं उद्देश्य पूर्ण जीवन के लिए प्रेरित करते हुए और स्वामी विवेकानंद के विचारों को व्यवहारिक रूप में अपने जीवन में उतारने का संदेश देते हुए यह कार्य निरंतर चल रहा है। पूर्व में हजारों लोग इस कार्य से जुड़े हैं और भविष्य में भी इस महान योजना को साकार करने की दिशा में सभी कार्यकर्ता जुड़ते जा रहे हैं। उक्त विचार विवेकानंद केंद्र की राजस्थान प्रांत संगठक सुश्री प्रांजलि दीदी ने विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की शाखा अजमेर के दाहरसेन विस्तार में आयोजित केंद्र वर्ग के अवसर पर व्यक्त किए। आज केंद्र वर्ग में रामकृष्ण विस्तार के कार्यकर्ता भी सम्मिलित हुए।
इससे पूर्व कार्यपद्धति प्रमुख राजस्थान प्रांत डॉ. स्वतंत्र शर्मा ने सूर्य नमस्कार एवं योगाभ्यास कराया. साथ ही क्रीडा योग में दिशा दर्शन एवं सिंह,मानव एवं बंदूक खेल खिलाए गए।
इस अवसर पर विभाग प्रमुख श्री अशोक डानी, विस्तार संचालक श्री दिनेश नवाल, रामकृष्ण विस्तार प्रमुख श्री कुशल उपाध्याय, विवेकानंद विस्तार प्रमुख श्री राजेश शर्मा, स्वाध्याय प्रमुख श्री शशांक बजाज सहित विवेकानंद केंद्र के योग साधक एवं शिक्षक उपस्थित थे।Read More
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:सफल जीवन नहीं सार्थक जीवन आवश्यक है -सुश्री प्रांजलि येरीकर
31-Jul-2022 | 584 Present
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व्यक्ति का जीवन एक परीक्षा है जो कि प्रतिदिन हमें देनी होती है। हमारा जीवन भावनाओं से जुड़ा है । जीवन में सफलता महत्वपूर्ण है किंतु समाज में रहने वाले लोगों के प्रति उसकी सार्थकता उससे भी अधिक महत्वपूर्ण है। स्वामी विवेकानंद कहते हैं कि मेरा विश्वास युवा पीढ़ी में है और इस युवा पीढ़ी से ही सिंह के समान युवा आएंगे और मेरे देश को गौरवान्वित करेंगे। आज का दिन केवल गौरवान्वित महसूस करने का दिन नहीं है बल्कि सफलता के पीछे जिन लोगों ने त्याग किया है, जिनके कारण हमने अपनी परीक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त किए हैं वह हमारे माता-पिता तथा साथ ही समाज के अनेक लोगों का सहयोग है और उसी योगदान के कारण हम आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं इसलिए हमें समाज के सभी लोगों के योगदान के लिए कृतज्ञ होना चाहिए तथा साथ ही हमें भी अपने जीवन में सफल होकर समाज के और राष्ट्र के प्रति योगदान देने के लिए तैयार रहना चाहिए। उक्त विचार विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी राजस्थान प्रांत के संगठन सुश्री प्रांजलि येरीकर ने विलक्षण प्रतिभा सम्मान समारोह के विशिष्ट अतिथि के रूप में व्यक्त किए. प्रतिभा सम्मान समारोह में प्रसिद्ध उद्योगपति एवं मोटिवेशनल स्पीकर श्री राधे चोयल एवं अजमेर दक्षिण विधायक श्रीमती अनीता भदेल उपस्थित थीं। कार्यक्रम में 541 प्रतिभाओं का सम्मान किया गया।
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Yoga-Satra-And-Modules
:योग से जनचेतना जागरण कर रहा है विवेकानन्द केन्द्र- श्री वासुदेव देवनानी
29-Jul-2022
सामुदायिक भवन हरिभाऊ उपाध्याय नगर (मुख्य) में शुरू हुआ 10 दिवसीय योग सत्र|
संपूर्ण विश्व में भारती की आध्यात्मिक चेतना का उद्घोष करने वाले स्वामी विवेकानन्द के संदेश को अपनी कार्यपद्धति के माध्यम से साकार करने का कार्य विवेकानन्द केन्द्र संपूर्ण भारत में कर रहा है। योग की चार पद्धतियों कर्मयोग, ज्ञानयोग, भक्तियोग एवं राजयोग के द्वारा स्वामी विवेकानन्द ने मनुष्य की मुक्ति का मार्ग बताया है। महर्षि पतंजलि की अष्टांग योग पद्धति पर आधारित स्वामी विवेकानन्द के राजयोग का आचरण करते हुए अपने जीवन में कर्मयोग को अपनाना योग का चरम लक्ष्य है। अपने 50वें वर्ष में संपूर्ण अजमेर में योग के माध्यम से जनचेतना जागरण करने का कार्य विवेकानन्द केन्द्र द्वारा अपने कार्यकर्ताओं द्वारा किया जा रहा है। उक्त विचार पूर्व मंत्री एवं अजमेर उत्तर विधायक श्री वासुदेव देवनानी ने विवेकानन्द केन्द्र द्वारा हरिभाऊ उपाध्याय मुख्य के सामुदायिक भवन में प्रातः 6.00 से 7.30 बजे तक प्रतिदिन आयोजित किए जा रहे दस दिवसीय निःशुल्क योग सत्र के उद्घाटन के अवसर पर व्यक्त किए।
नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि इस सत्र में केन्द्र के राजस्थान प्रान्त के कार्यपद्धति प्रमुख डॉ0 स्वतन्त्र शर्मा योग का प्रशिक्षण दे रहे हैं तथा विभाग प्रमुख अशोक कुमार डाणी, विवेकानन्द विस्तार प्रमुख राजेश शर्मा एवं रामकृष्ण विस्तार प्रमुख कुशल उपाध्याय अपनी सेवायें दे रहे हैं। योग सत्र की व्यवस्था मनोज मामनानी एवं बृजेश गौड़ कर रहे हैं।
आज के सत्र में ओंकार के वैश्वानर, तेजस, प्राज्ञ स्वरों के उच्चारण के साथ ही श्वसन, शिथिलीकरण एवं सूक्ष्म व्यायामों के अभ्यास भी कराये गए। सत्र का समापन 7 अगस्त को होगा।Read More
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Karyapaddhati
:अध्यात्मिक साधना का प्रकटीकरण दैनिक जीवन में होना आवश्यक- सुश्री प्रांजलि येरीकर
15-Jul-2022
हम योगाभ्यास करते हैं और यह अभ्यास हमारी अध्यात्मिक साधना में परिवर्तित होता जाना आवश्यक हैा योग के द्वारा साधना पथ पर आगे बढ़ने का क्रम होना चाहिए। यदि हम योगाभ्यास करने के उपरांत किसी के साथ छल करते हैं अपना काम ईमानदारी से नहीं करते हैं तो ऐसी साधना व्यर्थ है। आध्यात्मिक जीवन के कुछ पैरामीटर्स है जिन्हें नित्य प्रति देखने का कार्य हमें स्वयं को करना चाहिए ताकि हम उत्तरोत्तर आध्यात्मिक विकास के पथ पर आगे बढ़ते रहे। उक्त विचार विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी राजस्थान प्रांत की संघटक सुश्री प्रांजलि येरीकर ने 15 जुलाई को पनिहारी विला गार्डन योग वर्ग के प्रवास के दौरान योगशिक्षकों एवं साधकों के मध्य व्यक्त किये | इस अवसर पर अजमेर दक्षिण की विधायक श्रीमती अनीता भदेल भी उपस्थित थींRead More
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Utsav
:ओंकार उपासना से लक्ष्य प्राप्ति संभव- विवेकानन्द केन्द्र
12-Jul-2022
विवेकानन्द केन्द्र मनुष्य निर्माण का ईश्वरीय कार्य गुरू ओंकार की उपासना करते हुए कर रहा है। वास्तविक रूप में जब हम ओंकार को गुरु के रूप में प्रणाम करते हैं तब अपनी संस्कृति के सारे गुरुओं को प्रणाम कर रहे होते हैं। आज के बदले हुए समय में भारतीय संस्कृति के संरक्षण हेतु कार्य करते हुए ऐसी व्यवस्था खड़ी किए जाने की आवश्यकता है जो स्वयंचलित हो स्वयंपोषित हो और स्वयंप्रेरणा से ध्येय की ओर अग्रेसर हो सके। हमें टीम आधारित कार्य करना होगा। उक्त विचार विवेकानन्द केन्द्र के सह प्रांत प्रमुख अविनाश शर्मा ने विवेकानन्द केन्द्र द्वारा आयोजित गुरूपूर्णिमा उत्सव के दौरान व्यक्त किए।
उन्होंने बताया कि ओंकार उपासना से लक्ष्य प्राप्ति संभव है और यह लक्ष्य है मनुष्य निर्माण करते हुए भारत का पुनरुत्थान। ओंकार को उपनिषदों में धनुष मानकर आत्मा को उस धनुष पर चढ़ाया हुआ वाण माना जाता है। परमतत्व ब्रह्म को उस वाण का लक्ष्य माना जाता है। उन्होंने बताया कि यह ब्रिटिश शासन से भारत की स्वतंत्रता का ७५वा वर्ष तथा विवेकानन्द केन्द्र का ५०वा वर्ष है। इस अवसर पर विवेकानन्द केन्द्र नियोजन करते हुए पूरी शक्ति जुटाकर काम कर रहा है। आज आवश्यकता इस बात की है कि भारत के युवाओं में छिपे हुए किन्तु सदैव विद्यमान आत्मत्याग और देशप्रेम की भावना को जागृत किया जाए तथा देशसेवा हेतु एक अच्छा कार्यकर्ता बनने के लिए लगातार अनावश्यक बातें दूर करते हुए योग, स्वाध्याय एवं संस्कार के माध्यम से राष्ट्र के लिए कार्य को तत्पर हुआ जाए। इसी से भारत विश्वगुरू बन सकेगा।
नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि गुरूपूर्णिमा के अवसर पर भजन संध्या का आयोजन भी हुआ जिसमें मोहे लागी लगन गुरू चरणन की डॉ0 स्वतन्त्र शर्मा ने, सुखकर्ता दुखहर्ता जितेन्द्र गहलोत ने, आत्मारामा आनन्दरमणा कैलाश शर्मा ने, अंकुर प्रजापति ने राजाराम सीता राम भजो रे भजो रे, यामिनी गुप्ता ने श्रीनारायण जय नारायण, लक्ष्मी चौहान ने केशव माधव हरि बोल, मयूर गहलोत एवं रविन्द्र जैन ने भी भजन प्रस्तुत किए। गुरूपूर्णिमा पत्र का वाचन श्वेता गुप्ता ने किया। प्रशाद वितरण के उपरांत कार्यक्रम का समापन हुआ। इस अवसर पर विवेकानन्द केन्द्र राजस्थान के साहित्य प्रमुख उमेश चौरसिया, विभाग प्रमुख अशोक डाणी, सह नगर प्रमुख बीना रानी, जौहरी लाल लवास सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।Read More
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Workshop
:विवेकानन्द केन्द्र का योग वर्ग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर संपन्न
09-Jul-2022
अजमेर के प्रत्येक वार्ड में योग सत्र लगाएगा विवेकानन्द केन्द्र
अमरापुर सेवाघर वृद्धाश्रम में हुआ विभाग स्तरीय योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर
प्रशिक्षण वह कार्य होता है जैसे अंगीठी में देर तक जलते हुए कोयलों को हिलाकर राख को हटाया जाता है और पुनः अंगारों को प्रज्जवलित किया जाता है। राष्ट्रीय स्तर पर विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी द्वारा प्रत्येक प्रान्त में विभिन्न प्रशिक्षण शिविर लगाए जाते हैं उससे दायित्ववान कार्यकर्ताओं की कार्यकुशलता और दक्षता में संवर्द्धन के साथ-साथ समाज एवं राष्ट्र को सकारात्मक लाभ भी मिलता है। उक्त विचार अमरापुर सेवाघर वृद्धाश्रम के अध्यक्ष एवं समाजसेवी कंवल प्रकाश किशनानी ने विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी अजमेर विभाग के योग वर्ग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर के उद्धाटन सत्र में व्यक्त किए।
शिविर में शिथिलीकरण, सूर्यनमस्कार, आसन, प्राणायाम एवं ध्यान के अभ्यासों का सूक्ष्मस्तर पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रान्त कार्यपद्धति प्रमुख डॉ0 स्वतन्त्र शर्मा ने विवेकानन्द केन्द्र के योग अभ्यास को वैदिक शास्त्रों एवं तैतरीय उपनिषद् में व्यक्तित्व विकास के पांच आयामों के प्रगटीकरण का माध्यम बताया। अन्नमय कोश, प्राणमय कोश, मनोमय कोश, विज्ञानमय कोश एवं आनन्दमय कोश के जागरण से व्यक्ति के संपूर्ण व्यक्तित्व का विकास हो जाता है वहीं सूर्यनमस्कार की प्रक्रिया विश्लेषण से संश्लेषण प्रक्रिया पर आधारित है जिससे प्राणिक ऊर्जा का संचरण शारीरिक ऊर्जा के रूप में होने से व्यक्ति की कार्यक्षमता में वृद्धि हो जाती है।
शारीरिक रचना के सत्र में जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय के सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ0 श्याम भूतड़ा ने पाचन तंत्र, श्वसनतंत्र, रक्त परिसंचरण तंत्र, कंकाल एवं पेशीय तंत्र, तंत्रिका तंत्र आदि के महत्वपूर्ण कार्यविधि एवं रचना को योग शिक्षकों को स्पष्ट किया तथा इन पर आसनों का हार्मोन एवं एंजाइम के स्तर पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में बताया।
विवेकानन्द केन्द्र राजस्थान के साहित्य प्रमुख उमेश कुमार चौरसिया ने योग के विस्तारित आयाम पर चर्चा की। आज योग को शारीरिक लाभों तक सीमित कर दिया गया है जबकि विवेकानन्द केन्द्र का योग मनुष्य निर्माण से राष्ट्र पुनरुत्थान की संकल्पना को मूर्त रूप प्रदान करने वाला है। भगवान श्रीकृष्ण द्वारा प्रतिपादित योग शास्त्र भगवद्गीता में योग की दो महत्वपूर्ण परिभाषाओं के अनुसार कर्म के चयन की कुशलता योग है तथा कर्म के परिणाम के प्रति समत्वभाव को विकसित करना उस योग का परिणाम है।
केन्द्र के प्रान्त सह प्रमुख अविनाश शर्मा ने सभी उपस्थित योग शिक्षकों का आह्वान करते हुए अगामी योग दिवस तक एक वर्ष में अजमेर के प्रत्येक वार्ड में निःशुल्क योग वर्गों का संचालन करने का संकल्प दिलाया तथा प्रत्येक विद्यालय में 8 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों को विद्यालयों में जाकर सूर्यनमस्कार प्रशिक्षण हेतु टीमों के निर्माण का संकल्प युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति ने लिया।
नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि इस शिविर में 35 योग शिक्षकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया जिसमें अजमेर, ब्यावर एवं किशनगढ़ के कार्यकर्ता भी सम्मिलित हुए। केन्द्र प्रार्थना के पश्चात् शिविर का समापन हुआ।Read More
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:अध्यात्म प्रेरित सेवा के प्रणेता थे स्वामी विवेकानन्द
04-Jul-2022
संपूर्ण विश्व में भारती की आध्यात्मिक चेतना का उद्घोष करने वाले स्वामी विवेकानन्द ने अपने गुरू ठाकुर रामकृष्ण परमहंस से शिष्यत्व प्राप्त करके नर सेवा ही नारायण सेवा है, यह उद्घोष करते हुए अध्यात्म प्रेरित सेवा की प्रेरणा जन जन तक पहुंचाई। स्वामी विवेकानन्द ने मात्र 39 वर्ष की आयु में संपूर्ण मानव जाति को कर्म आधारित अध्यात्म की शिक्षा दी। युवाओं को संबोधित करते हुए वे कहते हैं कि गीता को पढ़ने से अच्छा है कि फुटबॉल खेलो, फुटबॉल के खेल से बढ़ती हुई शारीरिक क्षमता और दक्षता से कर्मयोग अच्छी तरह समझ आएगा तब भगवान कृष्ण की वाणी भी समझ पाओगे। स्वामी विवेकानन्द के अनुसार यदि एक हजार युवा भारत के भविष्य के लिए अपना तन मन प्राण समर्पित कर दें तो भारत को विश्वगुरू बनने से कोई शक्ति नहीं रोक सकती। विवेकानंद के बारे में कहा जाता है कि वे स्वयं भूखे रहकर अतिथियों को खाना खिलाते थे और बाहर ठंड में सो जाते थे। युवा शक्ति का आव्हान करते हुए स्वामी विवेकानंद ने अनेक मूलमंत्र दिए, जो देश के युवाओं के लिए सदैव प्रेरणास्त्रोत बने रहेंगे। उनका कहना था, ब्रह्मांड की सारी शक्तियां पहले से ही हमारी हैं। वो हम ही हैं, जो अपनी आंखों पर हाथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अंधकार है। मेरा विश्वास युवा पीढ़ी में है, आधुनिक पीढ़ी से मेरे कार्यकर्ता आ जाएंगे। डर से भागो मत, डर का सामना करो। यह जीवन अल्पकालीन है, संसार की विलासिता क्षणिक है लेकिन जो दूसरों के लिए जीते हैं, वे ही वास्तव में जीते हैं।
उक्त विचार विवेकानन्द केन्द्र राजस्थान के कार्यपद्धति प्रमुख डॉ0 स्वतन्त्र शर्मा ने भजनगंज धाननाड़ी रोड स्थित पणिहारी विला गहलोत गार्डन में संचालित किए जा रहे निःशुल्क योग वर्ग में स्वामी विवेकानन्द के महानिर्वाण दिवस के अवसर पर व्यक्त किए।
उन्होंने बताया कि स्वामी विवेकानन्द कहते थे कि उच्चतम आदर्श को चुनो और उस तक अपना जीवन जीयो। सागर की तरफ देखो, न कि लहरों की तरफ। महसूस करो कि तुम महान हो और तुम महान बन जाओगे। काम, काम, काम, बस यही आपके जीवन का उद्देश्य होना चाहिए। धन पाने के लिए कड़ा संघर्ष करो पर उससे लगाव मत करो। जो गरीबों में, कमजोरों में और बीमारों में शिव को देखता है, वो ही सच में शिव की पूजा करता है। पृथ्वी का आनंद नायकों द्वारा लिया जाता है, यह अमोघ सत्य है, अतः एक नायक बनो और सदैव कहो कि मुझे कोई डर नहीं है। मृत्यु तो निश्चित है, एक अच्छा काम के लिए मरना सबसे बेहतर है। कुछ सच्चे, ईमानदार और ऊर्जावान पुरुष और महिलाएं एक वर्ष में एक सदी की भीड़ से अधिक कार्य कर सकते हैं।Read More
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Karyapaddhati
:अग्निपथ बनेगा युवा मन का स्वर्ण पथ
28-Jun-2022
पंचमुखी हनुमान मंदिर स्थित हॉल में आज विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर के विवेकानंद विस्तार द्वारा आयोजित स्वाध्याय वर्ग का आयोजन हुआ इस वर्ग में स्वामी विवेकानंद के प्रेरक विचारों पर लिखी पुस्तक उत्तिष्ठत जाग्रत पर स्वाध्याय का आयोजन हुआ।
स्वामी विवेकानंद के उद्घोष कि केवल दूसरों की हां में हां मिलाकर और दूसरों की नकल के द्वारा ही सभ्यता और महानता के चरम पर नहीं चढ़ा जा सकता इसे लेकर युवाओं ने अपने विचार व्यक्त किए भगिनी निवेदिता के उद्घोष के आज युवा मन को आक्रामक बनाने की आवश्यकता है और सही बात है मिलने के लिए उन्हें मन के विस्तार और शारीरिक श्रम की आवश्यकता है वह शारीरिक श्रम भी राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत हो तो आगामी 10 से 12 वर्षों में सकारात्मक परिणाम किसी भी राष्ट्र के लिए दिखाई दे सकते हैं उपस्थित सभी युवाओं ने इस विचार पर गहन चिंतन किया एवं यह निष्कर्ष निकाला की भारत सरकार द्वारा अग्नीपथ योजना एवं अग्निवीर सैनिकों के निर्माण की योजना स्वामी विवेकानंद द्वारा प्रतिपादित युवा मंच के विस्तार की क्रांतिकारी योजना है और इस योजना पर चलते हुए समाज और राष्ट्र को ऊर्जावान एवं प्रज्ञा बांध युवा प्राप्त हो सकते हैं।
स्वाध्याय वर्ग में मार्गदर्शन करते हुए केंद्र के कार्य पद्धति प्रमुख डॉ स्वतंत्र शर्मा ने बताया विवेकानंद केंद्र एक वैचारिक आंदोलन है जिसके माध्यम से समाज में विचार के नवीन पक्ष एवं सकारात्मक भाव का संचार होता है। आज युवा मन विस्तार चाहता है किंतु वह विस्तार सेवा के रूप में ही फलित हो सकता है और यह सेवा कार्य यदि राष्ट्र सेवा के रूप में हो तो उसके सर्वोत्कृष्ट परिणाम समाज में दिखाई दे सकते हैं।Read More
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:18 स्थानों पर 1585 लोगों के साथ मनाया योग महोत्सव
21-Jun-2022 | 1585 Present
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विवेकानन्द केन्द्र ने अपने चारों विस्तारों में मनाया योग महोत्सव| विवेकानन्द केन्द्र द्वारा अजमेर नगर में अपने चारों विस्तारों में योगदिवस के कार्यक्रमों का आयोजन किया। रामकृष्ण विस्तार में इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टेड अकाण्टेण्ट्स में नगर संचालक डॉ0 श्याम भूतड़ा, उमेश कुमार चौरसिया, अनिता गुप्ता ने अभ्यास कराया।वीर हकीकतराय उद्यान में महावीर इण्टरनेशनल के सहयोग से प्रांत सहप्रमुख अविनाश शर्मा द्वारा योगाभ्यास कराया गया।अटल उद्यान पुलिस लाईन में कुशल उपाध्याय एवं शशांक बजाज ने सहयोग किया वही ंशिवाजी पार्क में दिनेश नुवाल एवं वीर उद्यान वैशाली नगर में डॉ. अशोक मित्तल ने अभ्यास कराया। विवेकानन्द विस्तार में मुख्य आयोजन टोरण्टो पैलेस में हुआ जिसमें यामिनी गुप्ता व लक्ष्मी चौहान ने अभ्यास कराया।राजा कोठी बालिका विद्यालय एवं डीएवी शताब्दी स्कूल मे ंअंकुर प्रजापति, रेल उद्यान में मीनाक्षी जांगिड़ एवं योगेश, श्री जी वाटिका मे नाथूलाल जैन, रेल सुपरवाइजर ट्रेनिंग हॉस्टल में व्यवस्था प्रमुख महेश शर्मा, केण्टोनमेण्ट बोर्ड में चिराग जैन ने अभ्यास कराया।दाहरसेन विस्तार में क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान में डॉ. स्वतन्त्र शर्मा, लघु जिला उद्योग संघ में रविन्द्र जैन ने अभ्यास कराया वहीं पृथ्वीराज विस्तार में बीजीय मसाला अनुसंधान केन्द्र में विनीत जैन तथा फूड कॉरपोरेशन ऑफ इण्डिया में शैफाली सांखला द्वारा अभ्यास कराया गया।नगर प्रमुख भारत भार्गव के अनुसार विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर द्वारा कुल 18 स्थानों पर स्वयं के योग वर्गों एवं अन्य संगठनों के साथ सहयोग करते हुए योग महोत्सव मनाया गया जिसमें 1585 व्यक्ति सम्मिलित हुए।
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Workshop
:सकरात्मक एवं विकासात्मक दृष्टीकोण ही बच्चों की लिए सफलता की कुंजी है- पराग मांदले।
16-Jun-2022 to 21-Jun-2022 | 175 Present
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"दिनांक १६ से २१ जून , २०२२ तक आउट'डोर सम्मर कैंप प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित कार्यशाला के दौरान विभिन्न स्त्रो में मिला विशिष्ठ अतिथियो का मार्गदर्शन" बच्चे सकारात्मक एवं विकासात्मक दृष्टीकोण रख कर ही अपने जीवन की हर परिक्षा मे सफलता अर्जित कर सकते है बच्च अभी कच्ची स्लेट के समान है अभी उन पर जो लिखा जाएगा वही उनके जीवन का आधर होगा यह बात केंद्रीय संचार ब्यूरो, क्षेत्रीय कार्यालय अजमेर के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी पराग मांदले ने विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर की और से 8 से 16 वर्ष के आयु के बालक/ बालिकाओं के लिए पुलिस लाइन स्थिति अटल उद्यान में आयोजित आउटडोर समर कैंप में बच्चों को संबोधित करते हुए बताया । बच्चो को शिक्षा के साथ साथ खेलकूद, व्यायाम, गीत एवं साहित्य का ज्ञान होना भी आवश्यक है जिसमें उनका सर्वागीण विकास हो सके । कैम्प के दौरान बच्चों को कंगारू दौड़ , मेंढक दौड़ ,तीन टांग दौड़ तथा भस्मासुर, हाथी घोड़ा पालकी, डामरू दौड़ खेल सिखाये। आउट'डोर सम्मर कैंप के' दौरान' युवा प्रमुख अंकुर भईया ने बच्चों को अपने जीवन में स्वस्थ रहने के लिए खेलकूद के महत्व । लक्ष्मी दीदी प्रतिदिन बच्चों को देशभक्ति जागृत करने के लिए एक देश भक्ति गीत एव सूर्य नमस्कार का अभ्यास मनीषा दीदी,दीपिका दीदी, कशाभिका दीदी और ऋषभ भईया ने करवया' कैंप के दौरान बच्चों के खेल कहानी ,गीत ,व्यायाम तथा बौद्धिक सत्रों के माध्यम से शारीरिक दक्षता व्यक्तित्व विकास, संस्कारों के निरूपण का प्रयास किया गया जिससे उनके शारीरिक मानसिक बौद्धिक भावनात्मक आध्यात्मिक विकास में सहयोग मिल सके। कैम्प में बच्चों के लिए विभिन्न बौधिक स्तरों का भी आयोजन किया गया
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Yoga-Satra-And-Modules
:योग से उत्साह का संचार कर रहा है विवेकानन्द केन्द्र - अनिता भदेल
04-Jun-2022 to 20-Jun-2022 | 182 Present
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भजनगंज स्थित टोरेण्टो पैलेस गार्डन में प्रारंभ हुआ विशाल योग सत्र| विरुद्ध जीवन शैली के कारण उत्पन्न हुए रोगों के निराकरण एवं स्वास्थ्य चेतना के विस्तार के लिए नित्य योगाभ्यास आवश्यक है। कोरोना संक्रमण काल के पश्चात आज शरीर के साथ साथ मन को भी मजबूत बनाने की आवश्यकता है। वैज्ञानिक योग पद्धति से योग के विभिन्न अभ्यासों का प्रशिक्षण देते हुए जनमानस में योग से उत्साह का संचार विवेकानन्द केन्द्र कर रहा है। उक्त विचार अजमेर दक्षिण विधायक एवं पूर्व मंत्री श्रीमती अनिता भदेल ने भजनगंज स्थित टोरेण्टो पैलेस गार्डन में 21 जून तक चलने वाले निःशुल्क योग प्रशिक्षण सत्र के उद्घाटन के अवसर पर व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि इस योग प्रशिक्षण से न केवल शारीरिक क्षमता का विकास होगा अपितु प्राणिक, मानसिक, भावनात्मक एवं बौद्धिक विकास के आयाम भी खुलेंगे। नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि इस योग सत्र का संचालन प्रान्त कार्यपद्धति प्रमुख डॉ0 स्वतन्त्र शर्मा कर रहे हैं। आज के अभ्यासों में फेंफड़ों को मजबूत करने के लिए श्वसन के अभ्यासों के साथ साथ शिथिलीकरण के अभ्यास भी कराए गए। डॉ0 शर्मा ने इस अवसर पर योग के विषय में बताया कि जीवन में योग का लक्ष्य बहुत बड़ा है और स्वामी विवेकानन्द के विचारों को समाहित करने के लिए इस योग सत्र में प्रायोगिक प्रशिक्षण के साथ साथ सैद्धांतिक प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा। इस अवसर पर विवेकानन्द केन्द्र की संरक्षक श्रीमती कुसुम गौतम द्वारा श्रीमती अनिता भदेल का स्मृति चिन्ह देते हुए सम्मान किया गया। श्री अंकुर प्रजापति ने दिलावर चौहान एवं अरूण शर्मा का मंच पर सम्मान किया। इस योग सत्र में श्यामवीर सिंह, बीना तोमर, बीना रानी, भानुप्रिया, कशाभिका, रिषभ, दीपिका, आयुषी, लक्ष्मी चौहान एवं मीनाक्षी जांगिड़ का सक्रिय सहयोग प्राप्त हो रहा है।
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:अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व तैयारी स्वरुप अटल उद्यान पुलिस लाइन में आयोजित हुआ योग सत्र
03-Jun-2022 to 21-Jun-2022 | 95 Present
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योग वशिष्ठ के अनुसार मन को शांत करने की कला का नाम योग है। महामुनि पतंजलि ने चित्त की वृतियों के निरोध को योग कहा है। शास्त्रों में अहंकार चतुष्टय के नाम से मन बुद्धि चित्त एवं अहंकार को एक रूप करने की कला को भी योग कहा गया है। साधारणतया हमम न की बिखरी हुई अवस्था में रहते हैं जिससे हम कुछ भी करते हुए जल्दी से या तो थक जाते हैं या बोर हो जाते हैं। जब मन, शरीर, बुद्धि एवं प्राण एक रूप हो जाते हैं तब व्यक्ति का जीवन सफल ही नहीं सार्थक बन जाता है। उक्त विचार वरिष्ठ आचार्य एवं विभागाध्यक्ष सर्जरी विभाग डॉ. श्याम भूतड़ा ने विवेकानन्द केन्द्र के रामकृष्ण विस्तार द्वारा पुलिस लाईन के अटल उद्यान में चल रहे योग सत्र में व्यक्त किए। नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि सत्र में साधकों को शिथिलीकरण व्यायाम, सूर्यनमस्कार, आसन प्राणायाम एवं ध्यान का अभ्यास कराया गया.योग सत्र में पार्षद रिंकु जादम सहित विस्तार संचालक दिनेश नुवाल, शशांक बजाज, कुशल उपाध्याय, महेन्द्र काबरा का इस योग सत्र में सक्रिय सहयोग प्राप्त हुआ
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:आधि-व्याधि से मुक्ति प्रदान करता है योग - डॉ0 स्वतन्त्र शर्मा
24-May-2022 to 02-Jun-2022
शास्त्री नगर, वीर हकीकतराय उद्यान में आयोजित हुआ दस दिवसीय योग सत्र
आधुनिक विज्ञान के अनुसार अधिकांश रोग मनोदैहिक - यानी मन से देह पर प्रकट होते हैं। देह पर व्याधि का प्रकटन रोकने के लिए मन की आधि को दूर करना आवश्यक है। मानसिक चंचलता से तनाव होता है और उससे 72000 अकड़ने लगती है। कड़ेपन के कारण नस-नाड़ियाँ शरीर में अपने स्वाभाविक मार्ग को छोड़ देती हैं जिससे प्राणिक असंतुलन पैदा हो जाता है। प्राण के असंतुलन से शरीर में रोग उत्पन्न होने लगते है। व्याधि मिटाने के लिए जहाँ आयुर्वेद एवं प्राकृतिक चिकित्सा श्रेष्ठ है वहीं आधि को दूर करने के लिए योग अभ्यास किया जाता है। उक्त विचार विवेकानन्द केन्द्र राजस्थान के प्रान्त कार्यपद्धति प्रमुख डॉ0 स्वतन्त्र शर्मा ने शास्त्री नगर स्थित वीर हकीकत राय उद्यान, पार्क संख्या 4 में दस दिवसीय योग सत्र के दौरान व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि महर्षि पतंजलि ने चित्त की वृत्तियों के निरोध को योग कहा है। अतः योग के अभ्यास से मन शांत और मस्तिष्क तनाव मुक्त होने लगता है।
नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि इस योग सत्र में श्वसन, शिथलीकरण एवं सूक्ष्म व्यायाम के अभ्यासों सहित व्यान प्राण का अभ्यास कराया गया। इस योग सत्र में शारीरिक एवं मानसिक अभ्यास के साथ साथ प्राण विज्ञान एवं आवर्तन ध्यान के अभ्यास भी कराये गए जिसके जरिए साधकों को तनाव प्रबंधन एवं मानसिक शांति का लाभ प्राप्त हुआ| योग सत्र में प्रान्त सहप्रमुख अविनाश शर्मा, विस्तार संचालक दिनेश नुवाल, स्वाध्याय प्रमुख शशांक बजाज सहित जय गोयल, अजय गोयल, आशीष भटनागर का सक्रिय सहयोग प्राप्त हुआ ।Read More
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:गुलाब बाड़ी स्थित राधे रानी गार्डन में आयोजित हुआ आठ दिवसीय योग सत्र
20-Mar-2022 to 27-Mar-2022
प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में सफलता आवश्यक होती है और यह बुद्धि के कुशलतम उपयोग के द्वारा ही प्राप्त हो सकती है। ईश्वर ने सभी को बुद्धि बराबर दी है लेकिन बुद्धि के अनुप्रयोग में अंतर उसकी एकाग्रता के ऊपर निर्भर करता है। जो व्यक्ति जितना अधिक एकाग्र होता है वह जीवन में उतना ही सफल हो सकता है। प्रत्येक व्यक्ति में एकाग्रता को बढ़ाने के लिए नियमित योगाभ्यास करने की आवश्यकता है। एकाग्रता अभिवृद्धि से प्रारंभिक लाभ तनाव और अवसाद में न्यूनता के रूप में प्राप्त होता है। उक्त विचार विवेकानंद केंद्र के राजस्थान प्रांत कार्यपद्धति प्रमुख डॉ स्वतंत्र शर्मा ने गुलाब बाड़ी स्थित राधे रानी गार्डन में आठ दिवसीय योग सत्र के दौरान व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि विगत 2 वर्षों में कोविड महामारी के कारण तनाव एवं अवसाद के मामलों में वृद्धि हुई है तथा कार्य क्षमता प्रभावित हुई है। कार्य क्षमता को बढ़ाते हुए तनाव मुक्ति प्राप्त करना इस योग सत्र का उद्देश्य है।
नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया इस योग सत्र के दौरान के दौरान शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, प्राणिक और आध्यात्मिक लाभों को प्राप्त करने के लिए योग साधक अभ्यास कर रहे हैं। आज फेफड़ों को मजबूत करने के लिए श्वसन के अभ्यास सिखाए गए तथा प्रारंभिक सूक्ष्म व्यायामों का प्रशिक्षण दिया गया तथा साथ ही अकार, उकार, मकार एवं ओंकार के उच्चारण के अभ्यास एवं उत्पन्न स्पंदनों का भी अनुभव कराया गया। इस सत्र में सूर्य नमस्कार, आसन प्राणायाम तथा ध्यान का भी प्रशिक्षण दिया गयाRead More
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:विश्व के कल्याण को समर्पित थे रामकृष्ण परमहंस
18-Feb-2022
संपूर्ण मानवजाति के कल्याण के प्रति समर्पण की भावधारा को प्रवाहित करने वाले तथा संपूर्ण विश्व के कल्याण के लिए स्वामी विवेकानन्द को प्रेरित करने वाले ठाकुर रामकृष्ण परमहंस थे। ठाकुर के वचनामृत एवं लीला प्रसंगों के माध्यम से ज्ञात होता है कि उन्होंने छोटे छोटे उदाहरणों के द्वारा न केवल तत्कालीन मानव समाज को दिव्य आध्यात्मिक बोध कराया बल्कि उनकी शिक्षाएं आज भी लाखों करोड़ों लोगों का मार्गदर्शन कर रही हैं। सर्वधर्म समभावएवं वसुधैव कुटुम्बकम् की जीवंत प्रतिमूर्ति ठाकुर रामकृष्ण की शिक्षाओं की आज समाज को अत्यंत आवश्यकता है। उक्त विचार विवेकानन्द केन्द्र राजस्थान के कार्यपद्धति प्रमुख डॉ0 स्वतन्त्र शर्मा ने ठाकुर रामकृष्ण परमहंस की जयन्ती पर जयपुर रोड स्थित रामकृष्ण सर्किल पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए व्यक्त किए।
इस अवसर पर नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि ठाकुर की जयन्ती से 15 दिवसीय परिपोषक अभियान की भी शुरूआत हुई है जिसमें विवेकानन्द केन्द्र में सेवारत जीवनवृति कार्यकर्ताओं के लिए निधि संकलन किया जाता है। इस अवसर पर विभाग संचालक सत्यदेव शर्मा, संपर्क प्रमुख रविन्द्र जैन, युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति, स्वाध्याय प्रमुख शशांक बजाज, व्यवस्था प्रमुख नितिन गोयल, बीना तोमर सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।Read More
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:मस्तिष्क को ऊर्जावान बनाता है विवेकानन्द साहित्य- उमेश चौरसिया
27-Jan-2022
साहित्य हमारी कल्पनाशीलता, संवेदना और चिंतन की क्षमता को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रतिदिन स्वामी विवेकानन्द का मात्र एक विचार पढ़ लेने मात्र से व्यक्तित्व में आमूलचूल परिवर्तन आना निश्चित है। विवेकानन्द केन्द्र स्वामी विवेकानन्द के विचारों को योग, स्वाध्याय एवं संस्कार के द्वारा तथा सतसाहित्य के प्रचार प्रसार से आगे बढ़ाने का कार्य निरंतर कर रहा है। उक्त विचार साहित्यकार एवं रंगकर्मी उमेश कुमार चौरसिया ने विवेकानंद केंद्र अजमेर की ओर से केंद्र साहित्य पर लगाई गई स्टॉल के उद्घाटन के अवसर पर व्यक्त किए। इस अवसर पर प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य निकाय प्रकोष्ठ के धर्मेंद्र शर्मा ने कहा कि साहित्य पढ़कर हम अपने जीवन के उच्चतम स्तर पर पहुंच सकते हैं उन्होंने कहा कि युवाओं को स्वामी विवेकानंद जी का जीवन और संदेश जैसी पुस्तकें अवश्य पढ़नी चाहिए और उससे प्रेरणा लेनी चाहिए। इस अवसर पर अजमेर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट डायरेक्टर अविनाश शर्मा भी उपस्थित थे। विवेकानंद केंद्र अजमेर द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, जिसके तहत 26 जनवरी, 22 को आनासागर चौपाटी पर 75 विषयों से संबंधित पुस्तकों की स्टॉल लगाई गई जिसमें प्रणाम, ध्यान, योग, जीवन में सफलता के मंत्र, स्वामी विवेकानंद का जीवन और संदेश, बच्चों के स्वामी जी, कर्मयोग आदि पुस्तकों के प्रति लोगों का विशेष रुझान देखने को मिला। विवेकानंद केंद्र अजमेर द्वारा स्टॉल पर लोगों को केंद्र भारती का निशुल्क वितरण भी किया गया।
केंद्र साहित्य स्टॉल पर डॉ0 स्वतंत्र कुमार शर्मा, कुसुम गौतम रविंद्र जैन, नितिन गोयल, अंकुर प्रजापति, बीना रानी का विशेष सहयोग रहा।Read More
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:ठाकुर रामकृष्ण परमहंस की कृपा अनुभूति का दिन है कल्पतरू दिवस
01-Jan-2022
1 जनवरी 1886 को ठाकुर रामकृष्ण परमहंस ने काशीपुर उद्यान में वर्ष के प्रथम दिन अपने गृहस्थ शिष्यों के ऊपर कृपा की वर्षा की थी और जिसने जो भी कामना की उन्हें वह प्राप्त हुआ ठाकुर रामकृष्ण परमहंस देव की कृपा से उनके गृहस्थ शिष्यों का कल्याण हुआ। इस दिन ठाकुर ने स्वयं को सबके सामने ईश्वरीय अवतार के रूप में प्रकट किया। ठाकुर के परम शिष्य स्वामी विवेकानंद ने ठाकुर के आशीर्वाद से ही संपूर्ण विश्व में भारत के वेदांत का डंका बजाया और भारत माता को विश्व गुरु बनाने का आह्वान किया। विवेकानंद एवं रामकृष्ण भावधारानी प्रत्येक वर्ष 1 जनवरी को कल्पतरु दिवस के रूप में मनाया जाता है।
उक्त विचार विवेकानंद केंद्र के साहित्य प्रमुख उमेश कुमार चौरसिया ने विवेकानंद केंद्र द्वारा आयोजित कल्पतरु दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए।
इस अवसर पर भारत माता का चित्र बनाया गया तथा उसके समक्ष दीपदान भी किया गया।
नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि इस अवसर पर गायत्री परिवार के वीरेंद्र कुमार शर्मा, विवेकानंद केंद्र के नगर संचालक डॉ श्याम भूतड़ा रविंद्र कुमार जैन, कुसुम गौतम, नितिन गोयल, शशांक बजाज अंकुर प्रजापति व वीना रानी का सहयोग प्राप्त हुआ।Read More
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:एकनाथ रनाडे जयंती समारोह पर साधना दिवस पर एकता दौड़ का आयोजन
21-Nov-2021
एकनाथ रनाडे जयंती समारोह पर साधना दिवस कार्यक्रम आयोजित अजमेर दिनांक 21 नवंबर 2021 अध्यात्मिक प्रेरित सेवा संगठन विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की स्थानीय शाखा, अजमेर द्वारा विवेकानंद केंद्र के संस्थापक माननीय एकनाथ रनाडे की जयंती समारोह पर अजमेर के कार्यकर्ताओं के लिए साधना पर्व कार्यक्रम का आयोजन नई चौपाटी मित्तल हॉस्पिटल के सामने किया गया पर्व का आरंभ कार्यकर्ताओं द्वारा एकता दौड़ से किया गया। साधना दिवस विषय प्रवर्तन पर बोलते हुए अजमेर नगर संचालक डॉ श्याम भूतड़ा ने कहा कि साधना दिवस एक ऐसा दिन है जब हम पुनः अपने आप को शरीर - मन से संबंधित क्षुद्र 'मैं ' से ऊपर 'आत्मा' की ओर ले जाते हैं जो सभी में विद्यमान हैं और इस प्रकार यह सभी के कल्याण के लिए है। डॉ भूतड़ा ने अखिल भारतीय संयुक्त महासचिव माननीय निवेदिता भिड़े का कार्यकर्ताओं के नाम संदेश को सुनाते हुए कहा कि जब हम स्वराज के 75 वर्ष का उत्सव मनाने के लिए स्वयं को तैयार कर रहे हैं तो क्या हमारे कान इतने संवेदनशील हैं कि स्वार्थ की आवाज या जीवन के आनंद के आकर्षण के ऊपर इन लाखों नायकों की आवाज सुन सके? क्या हमारा ह्रदय उनकी आशाओं और आकांक्षाओं को अनुभव करने और तदनुसार कार्रवाई कर इसका उत्तर देने के लिए तैयार है? क्या हम मोबाइल, इंटरनेट, उपभोक्तावादी सामान और तथाकथित कैरियर के लालच से छुटकारा पा सकते हैं और अपने जीवन के कम से कम 1 वर्ष के लिए सेवा और समर्पण के जीवन का आनंद ले सकते। साधना पर्व पर कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन देते हुए दिनेश नवाल ने कहा कि सेवा पूर्ण समर्पण के साथ सभी की भलाई का काम है ऐसी सेवा परमात्मा के काम का साधन है और ये सेवा ही साधना है। नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि कार्यक्रम आयोजन में विभाग संपर्क प्रमुख रविंद्र जैन, स्वाध्याय प्रमुख शशांक बजाज, अनीता गुप्ता, नाथूलाल जैन आदि का सहयोग रहा कार्यक्रम में अजमेर नगर के विभिन्न योग वर्गों के साधकों ने भाग लिया।Read More
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Karyapaddhati
:वेद एवं उपनिषद ही सत्य के प्रामाणिक ग्रंथ- उमेश चौरसिया
07-Nov-2021
आज के समय में युवा पीढ़ी सोशल मीडिया एवं इंटरनेट के द्वारा ही सत्य को जानने का प्रयास करती है किंतु अप्रामाणिक एवं भ्रामक जानकारी के कारण वह अर्धसत्य का शिकार होती जा रही है। संपूर्ण विश्व में सत्य की प्रतिष्ठा और ज्ञानयोग का आधार भारतीय वेद, पुराण, उपनिषद एवं उनके भाष्य हैं जिन्हें सत्य का प्रमाण माना जाता है। नित्य स्वाध्याय एवं ज्ञानयोग से हम विवेक, वैराग्य एवं षट्संपत्ति को प्राप्त कर सकते हैं जोकि केवल आत्मचिंतन एवं अवलोकन से ही संभव है। स्वामी विवेकानन्द कहते थे कि दिन में एक बार खुद से बात करो, वरना दुनिया के सबसे श्रेष्ठ व्यक्ति से मिलने से चूक जाओगे। उक्त विचार विवेकानंद केंद्र राजस्थान के साहित्य सेवा प्रमुख एवं साहित्यकार उमेश कुमार चौरसिया ने विवेकानंद केंद्र द्वारा विवेकानंद स्मृति वन कोटडा में आयोजित केंद्र वर्ग के अवसर पर चर्चा करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने बताया विवेकानंद केंद्र हिन्दी प्रकाशन विभाग स्वामी विवेकानंद एवं भारतीय हिंदू दर्शन पर समग्र विवेकानन्द साहित्य के साथ ही अन्य प्रामाणिक पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराता है जिससे आज संपूर्ण विश्व में स्वामी विवेकानंद के वेदांत दर्शन की प्रामाणिक जानकारी मिल रही है।
नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया की प्रत्येक रविवार को अजमेर नगर के विभिन्न स्थानों पर केंद्र वर्ग का आयोजन विवेकानंद केंद्र द्वारा नियमित रूप से किया जा रहा है जिसमें योग स्वाध्याय एवं संस्कार निर्माण की गतिविधियां आयोजित की जाती है।इस अवसर पर नगर संचालक डॉ श्याम भूतड़ा, कुसुम गौतम, रामकृष्ण विस्तार प्रमुख कुशल उपाध्याय, अनिता गुप्ता, अंकुर प्रजापति सहित अन्य साधक उपस्थित थे।Read More
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Karyapaddhati
:ममत्व का समत्व में परिवर्तन ही योग है
31-Oct-2021
विवेकानंद केंद्र द्वारा रविवार को श्रीजी वाटिका में केंद्र वर्ग का हुआ आयोजन
प्रत्येक व्यक्ति सांसारिक जीवन में मोह एवं ममता से युक्त होकर कार्य करता है। अपनी ममता का विस्तार करते हुए यदि परिवार, समाज एवं राष्ट्र से समन्वय स्थापित कर लिया जाए तो वह ममत्व योग में परिवर्तित हो जाता है। ठाकुर रामकृष्ण परमहंस के अनुसार शत्रुओं से लड़ कर जीतने की अपेक्षा उन्हें मित्र बना लेना चाहिए। काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद और मात्सर्य जैसे शत्रुओं को ईश्वराभिमुख कर देने पर वे हमारे मित्र बन जाते हैं। स्वामी विवेकानन्द ने यही विचार पूरी दुनिया में वेदांत के नए दर्शन के रूप में प्रचारित किया कि प्रत्येक आत्मा एक अव्यक्त ब्रह्म है और कर्म, ज्ञान, भक्ति अथवा राजयोग के द्वारा इस ब्रह्म भाव को प्रकट करके मुक्त हो जाना ही योग है। उक्त विचार विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी के प्रांत प्रशिक्षण प्रमुख डॉ स्वतंत्र शर्मा ने नाका मदार स्थित श्रीजी वाटिका में रविवार को हुए केंद्र वर्ग के अवसर पर व्यक्त किए।
नगर प्रमुख भारत भार्गव ने एकता दिवस के अवसर सरदार पटेल को याद करते हुए बताया कि राजनीतिक शक्ति का सकारात्मक उपयोग करते हुए भारत की रियासतों का एकत्रीकरण करने जैसा योग केवल सरदार वल्लभभाई पटेल ही कर सकते थे। संपूर्ण राष्ट्र उनके इस महान कृत्य का सदैव ऋणी रहेगा।
केंद्र वर्ग में योगाभ्यास के अतिरिक्त क्रीडा योग के तहत नमस्ते जी एवं श्रंखला खेल खिलाये गये तथा ओंकार ध्यान कराया गया| संचालन चिराग तथा विनीत ने किया। इस अवसर पर नगर संचालक डॉ श्याम भूतड़ा, विस्तार संचालक दिनेश नवाल, नाथूलाल जैन, रविन्द्र जैन सहित विवेकानंद केंद्र के कार्यकर्ता उपस्थित थे।Read More
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:विवेकानन्द के विचार घर-घर तक पहुंचें - प्रवीण दाभोलकर
27-Oct-2021
अखिल भारतीय संयुक्त महासचिव प्रवीण दाभोलकर के अजमेर प्रवास के दौरान हुआ आयोजन
भारत आजादी का 75वां वर्ष अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है। भारतीय संस्कृति के वेदान्त दर्शन का डंका 1893 में शिकागो सम्मेलन के पश्चात् स्वामी विवेकानन्द ने विश्वभर में बजाया। आज नए भारत की नींव में स्वामी विवेकानन्द के विचारों को प्रत्येक घर तक पहुंचाने की आवश्यकता है। प्रथम विश्व योग दिवस के 6 सालों के बाद आज विश्व में भारत की गौरव प्रतिष्ठा बढ़ी है किंतु भारत की छवि डराने के लिए नहीं बल्कि विश्व को मार्गदर्शन प्रदान करने की है। युवा पीढ़ी से स्वामी विवेकानन्द की बहुत अपेक्षाएं रही हैं जिसे विवेकानन्द केन्द्र अपनी योग, स्वाध्याय एवं संस्कार की कार्यपद्धति से पूर्ण करने के लिए देशभर में प्रयासरत है। उक्त विचार विवेकानन्द केन्द्र के अखिल भारतीय संयुक्त महासचिव प्रवीण दाभोलकर ने उत्तर पश्चिम रेलवे अजमेर के नया छात्रावास परिसर में संचालित नियमित योग वर्ग के अवसर पर व्यक्त किए। दाभोलकर इस सप्ताह राजस्थान प्रवास पर हैं।
इससे पूर्व विवेकानन्द केन्द्र भजनगंज स्थित कार्यालय पर गीता स्वाध्याय में कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित किया। प्रवास के दौरान विवेकानन्द केन्द्र के नवीन माहेश्वरी, डॉ0 श्याम भूतड़ा नगर संचालक, उमेश कुमार चौरसिया, सत्यदेव शर्मा, महेश शर्मा, नगर प्रमुख भारत भार्गव तथा अन्य कार्यकर्ताओं से केन्द्र कार्य की प्रगति एवं विस्तार के संबंध में चर्चा की।Read More
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Karyapaddhati
:विवेकानन्द के विचारों को मूर्त रूप देना ही केन्द्र वर्ग
17-Oct-2021
विवेकानन्द केन्द्र द्वारा सुभाष उद्यान में केन्द्र वर्ग का आयोजन
स्वामी विवेकानन्द का आधुनिक वेदान्तिक विचार जिसमें आत्मा के ब्रह्मभाव के प्रकटीकरण को ही उन्होंने धर्म बताया है। यह प्रगटीकरण चाहे कर्म अथवा मनोनिग्रह के द्वारा हो, ज्ञान अथवा भक्ति के द्वारा, इसे प्रकट करके समस्त प्रकार के बंधनों से मुक्त हो जाना ही मानव धर्म का स्वरूप है। विवेकानन्द केन्द्र इस ब्रह्मभाव के प्रगटीकरण के लिए ही अपनी नियमित कार्यपद्धति का संचालन करता है। केन्द्र वर्ग के द्वारा कहानी, खेल, गीत, योग, स्वाध्याय एवं चिंतन का मार्ग प्रशस्त होता है तथा व्यक्ति के व्यक्तित्व प्रशिक्षण के साथ उसमें राष्ट्रभाव के जागरण की शुरूआत होती है। उक्त विचार विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी के राजस्थान प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख डॉ. स्वतन्त्र शर्मा ने सुभाष उद्यान में विवेकानन्द केन्द्र द्वारा आयोजित केन्द्रवर्ग में व्यक्त किए।
केन्द्र वर्ग समन्वयक एवं नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि संपर्क प्रमुख रविन्द्र जैन, स्वाध्याय प्रमुख शशांक बजाज ने योगाभ्यास कराया तथा क्रीड़ा योग में नेता की पहचान तथा परिचय खेल युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति ने अभ्यास कराया। भारत भार्गव ने बताया कि विवेकानन्द केन्द्र नगर में विभिन्न स्थानों पर दस दिवसीय योग सत्रों का आयोजन करने जा रहा है जिसमें आगामी योग सत्र नगर के गुलाबबाड़ी क्षेत्र में लगाए जाने का निश्चय किया गया है।Read More
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:योग आधारित जीवन के संकल्प के साथ योग सत्र संपन्न
05-Oct-2021 to 16-Jul-2022 | 57 Present
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उत्तर पश्चिम रेलवे के जूनियर इंजीनियर्स हॉस्टल में हो रहा हुआ आयोजन उत्तर पश्चिम रेलवे के जूनियर इंजीनियर्स हॉस्टल में हो रहा हुआ आयोजन प्रतिकूल परिस्थितियों में भी कर्मों के चयन का स्वातन्त्रय ईश्वर ने केवल मनुष्य को ही प्रदान किया है जबकि अन्य प्राणी अपने कर्मों के भोग से ही बंधे हुए हैं। कर्म का कुशलता पूर्वक चयन करते हुए अपने मन की स्थिति का समत्व बनाए रखना ही योग है। ऐसे कर्म जो परिवार ,समाज, राष्ट्र और समष्टि के कल्याण के लिए किए जाते हैं वे हमें ईश्वरत्व से जोड़ते हैं। योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गीता में दी गई कर्मयोग की व्याख्या अनुसार परिणाम की अपेक्षा करने से ही हमारा मन व्यथित या उत्तेजित होता है लेकिन कर्मफल को ईश्वरीय प्रसाद के रूप में संतोष से स्वीकार करना ही समत्व है। उक्त विचार विवेकानंद केंद्र की जीवनव्रती कार्यकर्ता एवं प्रांत संगठक प्रांजलि येरीकर ने उत्तर पश्चिम रेलवे के प्रशिक्षु इंजीनियरों के लिए आयोजित किए जा रहे दस दिवसीय योग प्रशिक्षण के दौरान व्यक्त किए। जीवन में भावपूर्ण साधना करते हुए तमस, रजस एवं सत्व के बीच संतुलन स्थापित करते हुए अपनी चेतना को चरमोत्कर्ष तक पहुंचाने की तकनीक ही योग है। मन, शरीर, प्राण तथा मस्तिष्क में विचारों के सकारात्मक भावों का निर्माण करते हुए एक लक्ष्य निर्धारित करते हुए उद्देश्यपूर्ण जीवन जीने का संदेश स्वामी विवेकानन्द ने संपूर्ण विश्व को दिया। राजयोग के माध्यम से इसका अभ्यास करते हुए जीवन को कर्मयोग में प्रवृत्त करने ही मानव जीवन का उद्देश्य होना चाहिए। उक्त विचार विवेकानन्द केन्द्र के प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख डॉ. स्वतन्त्र शर्मा ने उत्तर पश्चिम रेलवे के प्रशिक्षु इंजीनियरों के लिए आयोजित किए जा रहे दस दिवसीय योग प्रशिक्षण के समापन सत्र में व्यक्त किए। योग सत्र समन्वयक महेश शर्मा ने बताया कि इस 10 दिवसीय प्रशिक्षण में शिथिलीकरण अभ्यास सूर्य नमस्कार सूक्ष्म व्यायाम आसन प्राणायाम एवं आवर्तन ध्यान के अभ्यास सिखाई गई हैं जिससे प्रशिक्षु इंजीनियर्स को शारीरिक, मानसिक एवं प्राणिक स्तर पर लाभ हुआ है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षु इंजीनियर्स को योगाभ्यास शिक्षण का भी प्रशिक्षण दिया गया है जिससे कि यह योगाभ्यास नियमित रूप से आगे चल सके। नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि विवेकानंद केंद्र अनेक सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यालयों में तनाव प्रबंधन एवं कार्यकुशलता के संवर्द्धन हेतु नियमित योग प्रशिक्षण शिविर आयोजित करता है जिसमें विद्यार्थियों, कर्मचारियों, अधिकारियों एवं शिक्षकों के लिए तैयार किए गए विशेष योग मॉड्यूल के तहत योग विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
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Karyapaddhati
:सच्चे अर्थों में राष्ट्रीय स्मारक है विवेकानंद शिला स्मारक
02-Sep-2021
माननीय एकनाथ जी के अथक परिश्रम के परिणाम स्वरूप संपूर्ण राष्ट्र के 35 लाख व्यक्तियों से संपर्क करके 1, 2 और 5 रुपए का सहयोग तथा समस्त राज्य सरकारों द्वारा एक लाख रुपए की प्राप्त सहयोग राशि तथा संपूर्ण देश के 323 सांसदों की सहमति से बने सुदूर दक्षिण में देवी कन्याकुमारी शिला पर बने विवेकानंद शिला स्मारक सच्चे अर्थों में राष्ट्रीय स्मारक है। आज देश में राष्ट्रीय एकता स्थापित करने की प्रेरणा का संदेश देते हुए विवेकानंद शिला स्मारक को 50 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। उक्त जानकारी डॉ स्वतंत्र शर्मा ने विवेकानंद केंद्र द्वारा आयोजित ऑनलाइन केंद्र वर्ग के दौरान प्रदान की। केंद्र वर्ग संचालक यादव राज कुमावत ने कहा कि केंद्र वर्क के दौरान भारत के विभिन्न राज्यों में पहनी जाने वाली वेशभूषा पर आधारित प्रश्नोत्तरी का आयोजन युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति ने किया तथा श्रीमद्भागवत गीता के कर्मयोग श्लोक संग्रह से लिए गए श्लोकों पर चर्चा व स्वाध्याय किया गया। केंद्र वर्ग के अंत में आवर्तन ध्यान का अभ्यास भी करवाया गया।
केंद्र वर्ग में चर्चा में कैलाश नाथ शर्मा, कुसुम गौतम, कपिल खंडेलवाल, बृजेश जैन इत्यादि ने मार्गदर्शन प्रदान किया।Read More
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:धार्मिक सहिष्णुता ही भारत का सार्वभौमिक गुण
29-Aug-2021
शिकागो धर्म सभा में अपने प्रथम संबोधन में स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि मैं ऐसे धर्म का प्रतिनिधि हूं जिसने विश्व को सहिष्णुता तथा सनातन संस्कृति दी है। हम लोग सब धर्मों के प्रति केवल सहिष्णुता में ही विश्वास नहीं करते वरन समस्त धर्मों को सच्चा मानकर स्वीकार करते हैं। उक्त विचार विवेकानंद केंद्र की आईटी सेल के कार्यकर्ता कपिल खंडेलवाल ने स्वामी विवेकानंद के 11 सितंबर के भाषण पर आयोजित ऑनलाइन स्वाध्याय वर्ग में व्यक्त किए।
स्वाध्याय में राजस्थान से सहभागिता कर रहे विभिन्न कार्यकर्ताओं ने चर्चा की कि भारतीय सनातन संस्कृति का विश्वास है किसी भी मार्ग के द्वारा ईश्वर तक पहुंचा जा सकता है। स्वामी विवेकानंद ने विश्व में एकेश्वरवाद को मानने वाले पंथों के बीच भारतीय वैदिक सनातन संस्कृति की अविरल धारा को प्रवाहित किया और विश्व बंधुत्व के विचार को साकार किया जिसकी आज आज के समय में महती आवश्यकता है।
स्वाध्याय वर्ग का संचालन करते हुए नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि सितंबर माह में 11 से 27 सितंबर तक विश्व बंधुत्व पखवाड़े का आयोजन विवेकानंद केंद्र द्वारा किया जाएगा जिसमें स्वामी जी के भाषणों को युवाओं तक पहुंचाने के लिए स्कूल और कॉलेजों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। स्वाध्याय वर्ग में कार्यपद्धती प्रमुख आशा कछवाहा, शशांक बजाज सहित सभी कार्यकर्ताओं का सहयोग रहा।Read More
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Vimarsh
:माननीय एकनाथ जी की पुण्यतिथि पर संस्मरण व्याख्यान आयोजित
22-Aug-2021
विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी के संस्थापक एकनाथजी रानडे श्रम की पराकाष्ठा थे जिन्होंने एक असंभव सा लगने वाला कार्य विवेकानंद शिला स्मारक का निर्माण किया। इस निर्माण के दौरान राजनीतिक, आर्थिक तथा विभिन्न तकनीकी बाधाओं के बावजूद भी मात्र 7 वर्ष की अल्पावधि में सुदूर दक्षिण में कन्याकुमारी में विवेकानंद शिला पर एक सुंदर राष्ट्रीय स्मारक का निर्माण कर दिखाया। सच्चे अर्थों में भारतवर्ष के नागरिकों से एक एक रुपए इकट्ठा करके और प्रत्येक राज्य सरकार से मिले दान के कारण शिला स्मारक आज प्रत्येक भारतीय को राष्ट्रीय गौरव और एकता की प्रेरणा का संदेश देता है। एकनाथजी का जीवन संघर्षों से भरा हुआ रहा और उनकी संगठनात्मक दृष्टि का परिणाम ही है कि आज विवेकानंद केंद्र अपने 50 वर्ष पूरे करने जा रहा है। उक्त विचार विवेकानंद केंद्र हिंदी प्रकाशन विभाग समिति के सदस्य उमेश कुमार चौरसिया ने एकनाथजी की पुण्यतिथि के अवसर पर ऑनलाइन स्वाध्याय में व्यक्त किए। स्वाध्याय प्रमुख शशांक बजाज ने बताया इस अवसर पर अपने विचार रखते हुए प्रांत सह संचालक शिवराज शर्मा ने कहा कि एकनाथ जी का जीवन प्रत्येक उस व्यक्ति के प्रेरणा का मार्ग है जो अपने जीवन में राष्ट्र की साधना करना चाहता है। प्रांत प्रशिक्षण प्रमुख डॉ स्वतंत्र शर्मा ने कहा कि एकनाथजी ने अपने जीवन में जिस सूत्र की साधना की वह था सदाचरण तत्पर। इस ऑनलाइन स्वाध्याय में राजस्थान के विभिन्न ऑनलाइन जुड़े कार्यकर्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन नगर प्रमुख भारत भार्गव ने किया।Read More
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Vimarsh
:सभ्यता ,संस्कृति और अध्यात्म ही अखंड भारत के प्राण स्वर है --हनुमान सिंह राठौड़
18-Aug-2021
विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी अजमेर विभाग द्वारा अखंड भारत दिवस पर आभासी पटेल पर विमर्श कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें भारतवर्ष के विभिन्न क्षेत्रों से लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए चिंतक, विचारक और लेखक हनुमान सिंह राठौड़ ने कहा कि देश के विभाजन की विभीषिका में जितने लोग विस्थापित हुए उनसे कहीं अधिक लोग मारे गए थे। स्वामी विवेकानंद का जन्म और निर्वाण दोनों ही अखंड भारत में हुआ। अखंड भारत के स्वप्न का जो मार्ग स्वामी जी ने दिखाया उसको अपना कर कैसे उसे साकार कर सकते हैं इस पर गहन चिंतन और मंथन करने की आवश्यकता है। राठौड़ ने कहा कि अखंड भारत की कल्पना मात्र भू - भाग की ना होकर सांस्कृतिक कल्पना थी । केवल प्राणी मात्र के कल्याण के लिए ही नहीं अपितु सर्व कल्याण और सर्व हिताय के साथ-साथ जो समस्त संसार को श्रेष्ठ गुणों की आवश्यकता है उस शिक्षा को प्रदान करने का सामर्थ्य केवल मात्र धर्म और अध्यात्म के मार्ग पर प्रबलता से खडे अखंड भारत में ही है। इसलिए अखंड भारत की संकल्पना ही विश्वगुरु का साकार स्वप्न है।
उन्होंने कहा कि विश्व गुरु अखंड भारत का प्रण स्वर यहां की संस्कृति, सभ्यता और अध्यात्म है। ये इतनी सत्य और प्राचीन है कि अनेकानेक आक्रमणों के उपरांत भी जहां विश्व की अनेक सभ्यताएं नष्ट हो गई वहां भारत की सभ्यता आज भी अपने मूल स्वरूप में प्रतिष्ठित है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने अखंड भारत के लिए एक मंत्र दिया और वह था *उठो जागो, कर्म करो और तब तक मत रुको जब तक भारत एक नहीं हो जाता। जब भारत एक होगा तो विजयी होगा और विजयी होगा तो निश्चित ही अखंड होगा।
कार्यक्रम का प्रारंभ तीन ओंकार प्रार्थना से किया गया । कार्यक्रम व वक्त परिचय साहित्यकार उमेश चौरसिया ने दिया विवेकानंद केंद्र के नगर संचालक डॉ० श्याम भूतड़ा ने धन्यवाद दिया। संचालन नगर प्रमुख भारत भार्गव ने किया।Read More
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Workshop
:बच्चे सीखेंगे अध्ययन का वैज्ञानिक तरीका
25-Jul-2021
विवेकानन्द केन्द्र की अनूठी पहल
स्वामी विवेकानन्द की मेधा शक्ति एवं स्मरण शक्ति की मिसालें दी जाती हैं। उनके अध्ययन करने के तरीके का वर्णन विवेकानन्द समग्र साहित्य में मिलता है। इसी को आधार बनाते हुए विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी द्वारा परीक्षा दें हंसते हंसते योग प्रतिमान विकसित किया गया है जिसमें बच्चों को सत्र के प्रारंभ से ही परीक्षा की तैयारी कराई जाती है। इस प्रतिमान की महत्वपूर्ण बात यह है कि इसमें बच्चे स्वयं ही नोट्स बनाने का वैज्ञानिक तरीका, स्मरण शक्ति के विकास की तकनीक तथा सिटिंग कैपेसिटी बढ़ाने के साथ साथ नींद को नियंत्रित करते हुए अधिकतम ऊर्जा का उपयोग जान जाते हैं जिससे कि वे कम समय में ही अधिक अध्ययन कर पाते हैं एवं उसे भूलते भी नहीं हैं। विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी राजस्थान प्रान्त के प्रशिक्षण प्रमुख डॉ. स्वतन्त्र शर्मा ने बताया कि इस योग प्रतिमान का उद्देश्य बच्चों को अनावश्यक ट्यूशन एवं कोचिंग क्लासेज़ के बोझ से बचाना है तथा फोकसिंग एवं डीफोकसिंग तकनीक के द्वारा मस्तिष्क के दायें एवं बांये भाग का संतुलित उपयोग करते हुए विषय को शीर्षक, सिद्धांत एवं जानकारी के बीच बांटते हुए मस्तिष्क में व्यवस्थित फाइलिंग पैटर्न का विकास कराया जाता है जिससे कि अर्जित जानकारी का उपयोग जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में किया जा सके।
नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि यह कार्यशाला 25 जुलाई से प्रत्येक रविवार को सुबह 9 से 10 बजे तक ऑनलाइन आयोजित की जा रही है जिसके लिए निःशुल्क पंजीकरण विवेकानन्द केन्द्र की वैबसाइट rajasthan.vkendra.org पर कराया जा सकता है।Read More
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:हमें धर्म का मार्ग दिखाते हैं गुरु- मानस भट्टाचार्य
24-Jul-2021
गुरु शब्द दो अक्षरों से मिलकर बना है जिसका अर्थ है अंधकार को हटाकर प्रकाश की ओर ले जाने वाला। गुरु वह है जो अज्ञान का निराकरण करता है अथवा गुरु वह है जो धर्म का मार्ग दिखाता है विश्व में केवल भारत ही ऐसा देश है जिसका गुरुत्व पूरा विश्व मानता है और आज के समय में भी विभिन्न राष्ट्र भारतीय संस्कृति से जुड़ाव और उसके प्रति लगाव, खिंचाव अनुभव करते हैं। मनुष्य में मनुषत्व होना ही गुरुत्व की पहली सीढ़ी होती है ।
उक्त विचार विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन के असिस्टेंट सेक्रेटरी मानस भट्टाचार्य ने अध्यात्म प्रेरित सेवा संगठन विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी, अजमेर विभाग द्वारा 24 जुलाई को ऑनलाइन आयोजित गुरु पूर्णिमा उत्सव के दौरान व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि धर्म का अभ्यास और प्रचार करके उसकी रक्षा करने की आवश्यकता है धर्म का अभ्यास आधा अधूरा नहीं हो सकता सनातन धर्म भारत का जीवन केंद्र है भारत ने हजारों वर्षों से अपने राष्ट्रीय जीवन के माध्यम से यह ज्ञान को समझा विकसित किया उसका अभ्यास किया संरक्षित किया और यहां तक कि इस ज्ञान को समूचे विश्व में पहुंचाया।
भट्टाचार्य ने कहा कि विवेकानंद केंद्र राष्ट्रीय उत्थान के लिए कार्य कर रहा है इस प्रकार ईश्वरीय कार्य कर रहा है ।इस दिव्य कार्य में स्वाभाविक रूप से हमारे गुरु ईश्वर हैं जिन्हें ओमकार के रूप में व्यक्त किया गया है ओंकार सर्व समावेशी है सभी नाम और रूप ओंकार से आते हैं इस प्रकार ईष्वरीय कार्य पूरी दुनिया की भलाई के लिए काम कर रहा है भारत राष्ट्र का चयन इस कार्य के लिए हुआ है। इस प्रकार हम उन दृश्यों की आकाशगंगा देखते हैं जिनका आविर्भाव हमारी भूमि का मार्गदर्शन करने के लिए हुआ था और वह अभी भी जन्म लेते हैं स्वामी विवेकानंद ने अपने भाषण भारत के महापुरुष में इसका विवरण किया है वेदों में वह सब है जो मनुष्य की पूर्णता और स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए आवश्यक है वेद हमारे धर्म व्यक्तित्व विशेष पर प्रतिष्ठित ना होकर सनातन सिद्धांतों पर प्रतिष्ठित हैं समय-समय पर इसे लागू करने में मार्गदर्शन की आवश्यकता अलग-अलग समय और स्थानों के अनुसार होती थी जिसके लिए भारत के हर युग में महान शिक्षक आए वह भारत के ऋषि हैं।
इस अवसर पर प्रशिक्षक प्रमुख डॉ स्वतंत्र कुमार शर्मा ने राम के गुरु वशिष्ट जी भगवान श्री कृष्ण के गुरु सांदीपनि मुनि के गुणों की व्याख्या की।
कार्यक्रम में नगर संचालक डॉ श्याम भूतड़ा ने कहां की गुरु की भूमिका अध्यात्म या धार्मिकता तक ही सीमित नहीं है मनुष्य पर आने वाली प्रत्येक विपदा पर उचित सलाह देकर उन्हें उबरना भी है अर्थात अनादि काल से गुरु ने
शिष्य का हर क्षेत्र में व्यापक एवं समग्रता से मार्गदर्शन किया है । कार्यक्रम का आरंभ तीन ओमकार प्रार्थना से करते हुए कार्यक्रम का संचालन स्वाध्याय प्रमुख शशांक बजाज ने किया।Read More
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:युगनायक स्वामी विवेकानन्द की शिक्षा आज भी प्रासंगिक - रघुनन्दन टी
04-Jul-2021 | 91 Present
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स्वामी विवेकानन्द के 118वें महानिर्वाण दिवस पर ऑनलाइन हुआ आयोजन स्वामी विवेकानन्द ने 11 सितंबर 1893 को शिकागो में एक इतिहास रचा। जब वे पहली बार मंच से बोले और पूरे विश्व को बहनों और भाइयों कह कर संबोधित किया वह उस समय भारत की आध्यात्मिक संस्कृति की आवाज बने थे। स्वामी जी का विश्व को संदेश था कि सभी को गले लगाना है। वे जाति के आधार पर छुआछूत के खिलाफ थे एवं संपूर्ण भारत में परिव्राजक सन्यासी के रूप में उन्होंने यह संदेश दिया। स्वामी विवेकानन्द के बारे में भगिनी निवेदिता ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने हिन्दु धर्म का पुनरूत्थान किया। ठाकुर रामकृष्ण परमहंस के बारे में वे कहते थे कि उनमें इतनी शक्ति है कि वे हजारों विवेकानन्द पैदा कर सकते हैं। उक्त विचार प्रसिद्ध चिंतक एवं विचारक रघुनन्दन टी ने केरल से ऑनलाइन जुड़ते हुए विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी अजमेर विभाग द्वारा स्वामी विवेकानन्द के महानिर्वाण दिवस पर आयोजित ऑनलाइन विमर्श कार्यक्रम युगनायक विवेकानन्द के अवसर पर व्यक्त किए। विषय प्रवर्तन करते हुए साहित्यकार उमेश कुमार चौरसिया ने स्वामी विवेकानन्द के महानिर्वाण से पूर्व दिन के संस्मरणों को याद करते हुए बताया कि उन्हें अपने जाने का पूर्वाभास था और अपने साथी सन्यासी एवं भगिनि निवेदिता को इस बात का संकेत भी कर दिया था। स्वामी विवेकानन्द ने 39 वर्ष की आयु में वह कार्य किया है जिसे उनके जाने के 118 वर्षों बाद भी प्रासंगिक है। कार्यक्रम का संचालन ब्यावर नगर प्रमुख यादवराज कुमावत ने किया। अजमेर नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि विवेकानन्द केन्द्र वर्तमान कोरोना काल में ऑनलाइन संस्कार वर्ग, योग वर्ग, स्वाध्याय वर्ग एवं केन्द्र वर्गों का आयोजन कर रहा है जिससे सैंकड़ों लोग प्रतिदिन लाभान्वित हो रहे हैं।
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:‘शंखनाद व चित्रकला प्रतियोगिता के परिणाम घोषित‘
02-Jul-2021 | 116 Present
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श्रीरामदयाल व कलावती चौरसिया स्मृति सम्मान से हुए पुरस्कृत नाट्यवृंद एवं विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर द्वारा आॅनलाइन आयोजित की गई शंखनाद वीडियो प्रतियोगिता एवं विवेक चित्रकला प्रतियोगिता के परिणाम आज स्वामी विवेकानन्द के महानिर्वाण दिवस 4 जुलाई पर घोषित किये गए। ट्रस्ट के पूर्वा एवं निखिल चौरसिया ने बताया कि शंखनाद प्रतियोगिता में प्रथम गहना जोशी, द्वितीय मुकेश पाण्डे व तृतीय रिद्धिमा बल्दवा, दीक्षा मंगलानी और माही राव तथा चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम कुमार अरिजीत मि़श्रा, द्वितीय आर्यन राजेन्द्र जाधव व तृतीय गौरी चौधरी, रूमी हुसैन और तनुश्री सिंह रहे हैं। इनको ‘श्रीरामदयाल एवं कलावती चौरसिया स्मृति सम्मान‘ के तहत पुस्तक सेट एवं स्मृति चिन्ह से पुरस्कृत किया जाएगा। संयोजक भारत भार्गव ने बताया कि ‘शंखनाद‘ में 48 प्रतिभागियोें ने स्वामी विवेकानन्द के संदेशों का प्रभावी उद्घोष करते हुए वीडियो बनाये तथा ‘चित्रकला‘ में 68 बच्चों ने स्वामीजी के सपनों का भारत थीम पर आधारित आकर्षक चित्रांकन किया। निर्णायक मंडल में राजस्थान विश्वविद्यालय नाटक प्रभाग के डाॅ कपिल शर्मा, टीवी एंकर प्रियदर्शिनी, लोक कला विशेषज्ञ संजय सेठी और चित्रकार प्रजेस्ट नागौरा ने सहयोग किया।
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Yoga-Satra-And-Modules
:योग युद्ध- कोरोना के विरुद्ध ऑनलाइन योग पखवाड़ा आयोजित
22-Jun-2021 to 02-Jul-2021
अध्यात्म प्रेरित सेवा संगठन विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की अजमेर, शाखा द्वारा योग पखवाड़े का आयोजन किया गया|
नगर प्रमुख भारत भार्गव में जानकारी देते हुए बताया विवेकानंद केंद्र का प्राण स्वर योग है। योग मनुष्य के मानसिक और शारीरिक संतुलन के लिए अत्यंत आवश्यक है योग के वास्तविक स्वरूप को आम जन तक पहुंचाने के लिए इस योग पखवाड़े का आयोजन किया गया था| इस पखवाड़े के अंतर्गत 10 दिन का योग प्रशिक्षण सत्र कोरोना के विरुद्ध योग युद्ध के रूप में दिया गया जिसमें शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को शामिल करते हुए वर्तमान परिस्थितियों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने एवं मानसिक सुदृढ़ीकरण हेतु योगाभ्यास के तहत आसन, प्राणायाम, सूर्यनमस्कार एवं ध्यान का प्रशिक्षण दिया गया|
पखवाड़े के दौरान आमजन को योग के प्रति जागरूक करने हेतु योग आधारित प्रश्नोत्तरी, चित्रकला , देश भक्ति गीत एवं शंखनाद प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया|
इस योग सत्र में डॉ. स्वतंत्र शर्मा, प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख, भारत भार्गव - नगर प्रमुख अजमेर, श्री यादव राज कुमावत - नगर प्रमुख ब्यावर, श्री अंकुर प्रजापति - युवा प्रमुख, श्रीमती आशा कछवाहा - कार्यपद्धति प्रमुख, श्री शशांक बजाज - योग वर्ग शिक्षक एवं श्री लक्ष्मी चंद मीना का सहयोग रहा|Read More
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Vimarsh
:योग एक जीवन पद्धति है - डॉ. स्वतंत्र शर्मा
21-Jun-2021 | 54 Present
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विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग एक जीवन पद्धति विषय पर विमर्श का आयोजन किया गया | इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए राजस्थान प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख डॉ. स्वतंत्र शर्मा ने योग के विभिन्न आयामों पर विस्तृत चर्चा की| उनहोंने अस्तित्व के सिद्धांत और एकात्मता के सिद्धांत पर जानकारी देते हुए प्रकृत्ति में सर्वत्र योग की अवस्था का बताया| उन्होंने कहा कि प्रत्येक शरीर की आन्तरिक एवं बाह्य प्रकृति ब्रहमांड के सदृश है और व्यक्तित्व का विस्तार ही योग है| स्वामी विवेकानंद की राजयोग पुस्तक का उद्धरण करते हुए उन्होंने कहा की प्रत्येक आत्मा अव्यक्त ब्रह्म है और उसका अंतिम लक्ष्य मोक्ष प्राप्ति है| कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित हुआ|
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Karyapaddhati
:कोविड -19 के संक्रमण से बचाव है जलनेति - डॉ स्वतंत्र शर्मा
08-Jul-2020
आज कोविड-19 के संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं तथा अनेक चिकित्सा पद्धतियों के द्वारा इससे बचने के प्रयास भी चल रहे हैं| योग और आयुर्वेद में षट्कर्म में जलनेति एक ऐसी क्रिया है जिसके नियमित अभ्यास से हमारी श्वसन नली और उससे जुड़े विभिन्न साइनस क्षेत्र स्वच्छ हो जाते हैं और संक्रमण होने की संभावना नगण्य हो जाती है| प्राकृतिक चिकित्सा में जलनेति को ईएनटी केयर बताया गया है जिसके द्वारा हम कान नाक और गला तीनों को स्वच्छ रख सकते हैं और इसके द्वारा विभिन्न प्रकार की एलर्जी और संक्रमण से बचा जा सकता है | जलनेति हमारी आंखों को भी स्वस्थ रखती है और लंबे समय तक जल नेति के अभ्यास द्वारा नेत्रों की ज्योति भी बढ़ाई जा सकती है | उक्त विचार विवेकानंद केंद्र के प्रांत प्रशिक्षण प्रमुख डॉ स्वतंत्र कुमार शर्मा ने विवेकानंद विस्तार में श्रीजी वाटिका में संचालित नियमित योग वर्ग में जल नेति एवं वमन धौति के प्रशिक्षण के दौरान व्यक्त किए| वमन धौति एवं कुंजल क्रिया कराते हुए डॉ शर्मा ने बताया की वमन धौति के द्वारा हम अपने छोटी आंत और पाचन तंत्र के समस्त रोग जैसे अपच, गैस एवं हाइपरएसिडिटी को प्राकृतिक रूप से ही दूर कर लेते हैं |
इस अवसर पर विवेकानंद केंद्र के विभाग संपर्क प्रमुख श्री रविंद्र जैन, नगर प्रमुख श्री अखिल शर्मा, योग वर्ग प्रमुख श्री नाथूलाल जैन, संजीव जैन, श्री धर्मेंद्र जैन, श्री प्रवीण जैन, कैलेन्द्र जैन, अनिल जैन, उमेश जैन, नरेश जैन एवं अन्य जैन समाज के बंधु उपस्थित थे|Read More
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Karyapaddhati
:भजन गंज योग वर्ग में गुरु पूर्णिमा उत्सव का आयोजन
05-Jul-2020
विवेकानंद विस्तार के भजन गंज स्थित राधिका विला गार्डन में संचालित योग वर्ग में आज गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाया गया।
गुरु तत्व का चिंतन और उस पर चर्चा करते हुए केंद्र के प्रांत प्रशिक्षण प्रमुख डॉ स्वतंत्र शर्मा ने बताया की विवेकानंद केंद्र में ओंकार को गुरु स्वीकार किया गया है महामुनि पतंजलि द्वारा ईश्वर के जिस स्वरूप का वर्णन प्रणव के रूप में किया गया है वह ईश्वर क्लेश, कर्म, विपाक और आशय से परे और पुरुष विशेष है जो सर्व कालों में विद्यमान है एवं उससे ऊपर और कोई नहीं है।
चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि जो ज्ञान दे वह गुरु नहीं है अपितु जो चित्त पर पड़े अज्ञान के आवरण को हटाते हुए ज्ञान की ज्योति को प्रकाशित करें वह सच्चे अर्थों में गुरु कहा जा सकता है।
इस अवसर पर योग वर्ग शिक्षक के रूप में वर्ग साधकों द्वारा डॉ शर्मा को साहित्य के रूप में पुस्तक भेंट की गई।
इस अवसर पर अजमेर दक्षिण की विधायक श्रीमती अनिता भदेल सहित श्रीमती रजनी यादव, शुभ्रा यादव, श्री यश, कार्यालय प्रमुख श्री गणपत सिंह जी, विकास सिंह, सुश्री मानसी एवं श्रीमती गुंजन कुलश्रेष्ठ सहित अन्य योग साधक उपस्थित थे।Read More
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:सेवा से ही मानव कल्याण संभव -उमेश कुमार चौरसिया
04-Jul-2020
स्वामी विवेकानंद का जीवन और संदेश हमें वर्तमान परिप्रेक्ष्य में यह संदेश देता है कि नर सेवा और नारायण सेवा का भाव और दरिद्रो देवो भव का भाव जितना हमारे भीतर गहरा उतरेगा उतना ही अपने जीवन को सार्थक कर सकेंगे। जीवन में शौच, संतोष, तप एवं स्वाध्याय का आचरण करने से हम स्वामी विवेकानंद के चारित्रिक गुणों को अपने भीतर प्रतिष्ठापित कर सकते हैं और अपने जीवन में आनंद का अनुभव कर सकते हैं। उक्त विचार प्रसिद्ध रंगकर्मी एवं साहित्यकार तथा विवेकानन्द हिंदी प्रकाशन विभाग जोधपुर की प्रकाशन समिति सदस्य एवं राजस्थान हिन्दी साहित्य अकादमी के पूर्व सदस्य श्री उमेश कुमार चौरसिया ने स्वामी विवेकानंद महानिर्वाण दिवस के अवसर पर चर्चा करते हुए। स्वामी विवेकानंद के जीवन के अनेक प्रसंगों को उल्लेखित करते हुए श्री चौरसिया ने बताया कि आज कोविड-19 के काल में हमें मानव धर्म का आचरण करना है। स्वामी विवेकानन्द शिकागो में कई बार महलनुमा घरों में भी ठहरते थे किंतु वहाँ पर भी वे भारत के दरिद्रों के प्रति अपने करूणाभाव के कारण रात-रात भर सो नहीं पाते थे। अनेकों बार स्वामी विवेकानन्द ने भारत के विश्वगुरू होने के स्वप्न को साकार करने में आज की आधुनिक युवा पीढ़ी की आवश्यकता को अनुभव किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री तथा विधायक अजमेर दक्षिण श्रीमती अनिता भदेल ने अपने वक्तव्य में बताया कि धर्म भारत की आत्मा है तथा धर्मनिरपेक्ष समाज कभी भी उन्नत राष्ट्र का निर्माण नहीं कर सकता। चाहे सामाजिक जीवन हो अथवा राजनीतिक जीवन सभी में धर्म की प्रतिष्ठा अत्यंत आवश्यक है। बिना धर्म की समझ रखें अंग्रेजों द्वारा भारत के संबंध में लिखा गया इतिहास भारत के गौरव को धूमिल करता है किंतु आज संपूर्ण विश्व को भारत की शक्ति का अहसास होने लगा है और आज दुनिया भारत की ओर आशा भरी दृष्टि से देख रही है।
इस अवसर पर विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की अजमेर शाखा के विवेकानन्द विस्तार के कार्यकर्ताओं ने सहभागिता की। नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने बताया कि इस अवसर पर कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए आवश्यक नियम अर्थात् सामाजिक दूरी का पालन किया गया। कार्यक्रम में राजस्थान प्रान्त से प्रशिक्षण प्रमुख डाॅ0 स्वतन्त्र शर्मा, विभाग संपर्क प्रमुख श्री रविन्द्र जैन, विभाग सह संचालिका श्रीमती कुसुम गौतम सहित नगर सह प्रमुख बीना रानी, युवा प्रमुख श्री अंकुर प्रजापति, कार्यालय प्रमुख श्री गणपत सिंह, योग वर्ग प्रमुख श्री नाथूलाल जैन, संजीव जैन सहित समस्त योग वर्गों के प्रमुख एवं योग साधक उपस्थित थे। कार्यक्रम में कुल उपस्थिति 35 रही।Read More
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:अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर विवेकानंद विस्तार में हुआ आयोजन
21-Jun-2020
विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर द्वारा विवेकानंद विस्तार में विभाग संपर्क प्रमुख श्री रविंद्र जी जैन एवं योग प्रशिक्षक श्री नाथू लाल जी जैन के प्रयासों से नाका मदार स्थित अटल उद्यान में पिछले एक माह से योग वर्ग का आयोजन किया जा रहा है।
आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर विशेष सत्र आयोजित किया गया। कार्यक्रम सेंट्रल जीएसटी डिपार्टमेंट के आयुक्त श्री वेद प्रकाश जोशी एवं नगर संचालक एवं वरिष्ठ सर्जन डॉ श्याम भूतड़ा के मुख्य आतिथ्य में सम्पन हुआ। कार्यक्रम में साधकों को भारत सरकार के अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस प्रोटोकॉल के अनुसार योगाभ्यास कराया गया । केंद्र का परिचय देते हुए योग की महत्वता पर विस्तार से चर्चा की गई। योग दिवस के कार्यक्रम में 50 की संख्या सही।Read More
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EBVB
:ध्यान, समर्पण और परिश्रम से ही चैतन्य की प्राप्ति संभव - उमेश चौरसिया
18-Feb-2020
जीवन में ध्यान, समर्पण एवं परिश्रम से ही चैतन्य अवस्था प्राप्त की जा सकती है जो व्यक्ति को इतना सक्षम बना देती है कि वह स्वयं ईश्वर बन सकता है। कलकत्ता में जब रामकृष्ण परमहंस अपने भयकंर गले के कैन्सर की अवस्था इलाज करा रहे थे। रामकृष्ण बोलने व चलने में बिलकुल असमर्थ हो गये थे और शिष्य विवेकान्नद, सारदानंद, अदभुतानंद और गृहस्थ भक्त उनकी सेवा में रात दिन लगे हुए थे। अचानक एक जनवरी 1886 के दिन ठाकुर (रामकृष्ण परमहंस) बिस्तर से उठकर इसी भवन के बगीचे में भक्तों विशेषकर गृहस्थों के बीच आ कर पूछने लगे तुमने मुझमें क्या देखा व समझा। जब भक्तों ने कहा कि आपका बखान बेद ब्यास व बाल्मीकि नही कर सके तो हम क्या हैं। ये सुनकर ठाकुर मुग्ध हो गये और वहाँ पर स्थित 30 भक्तो के प्रति प्रेम व करुणा ने उन्हें भाविष्ट कर दिया और इसी अवस्था में वह सबको स्पर्श करने लगे। इस दिन रामकृष्ण ‘कल्पतरू’ बन गये थे। ठाकुर ने अपने प्रिय शिष्य विवेकानंद द्वारा संघ का गठन करवाकर संसार को सनातन धर्म, राम, व कृष्ण, के अवतार का प्रत्यक्ष प्रमाण दिया। उक्त विचार हिन्दी प्रकाशन विभाग समिति के सदस्य उमेश कुमार चौरसिया ने विवेकानन्द केन्द्र की अजमेर शाखा द्वारा रामकृष्ण सर्किल पर आयोजित कल्पतरु दिवस महोत्सव के अवसर पर संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने बताया कि इस दौरान देश भक्ति गीतों, भजनों का गायन हुआ तथा भारत माता के चित्र पर आमजन द्वारा 101 दीप प्रज्वलित कर दीप दान किया गया। कार्यक्रम में संपर्क प्रमुख रविंद्र जैन सहनगर प्रमुख बीना रानी, युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति, व्यवस्था प्रमुख नितिन गोयल, सह विभाग संचालक कुसुम गौतम तथा पंकज पूनिया का सहयोग रहा।Read More
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Workshop
:सशक्त नारी सामर्थ्यवान समाज का आधार - प्रांजलि येरीकर
18-Jan-2020 | 270 Present
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संस्कारवान एवं सशक्त नारी ही समर्थ समाज और विकसित राष्ट्र का आधार हो सकती है। इसके लिए देश के प्राचीन गौरव और संस्कारों के प्रति निष्ठा एवं आधुनिक समाज व्यवस्था के साथ तालमेल सीखने की आवश्यकता है। भारतीय जीवन में स्त्री ही मूल्यों एवं परंपराओं को आधुनिकता के साथ जोड़ने की महत्वपूर्ण कड़ी है किंतु फैशन की चकाचैंध में उसका यह नैसर्गिक गुण प्रकट नहीं हो पा रहा है। वर्तमान सिनेमा, टीवी धारावाहिकों एवं विज्ञापनों में स्त्री का जो स्वरूप प्रदर्शित किया जाता है वह धीरे-धीरे समाज का रोल मॉडल बनता जा रहा है और प्राचीन भारतीय रोल मॉडल जिनमें सीता, सावित्री, मैत्रेयी, गार्गी, रानी लक्ष्मी बाई और सिस्टर निवेदिता जैसे चरित्रों को विस्मृत होते जा रहे हैं जिसके कारण वर्तमान पीढ़ी संस्कारों से दूर हो रही है। वर्तमान में सोशल मीडिया जहां किशोरियों को अपने परिवार से अलग-थलग कर रहा वहीं इस एकाकीपन को दूर करने के लिए वह कुत्सित षड्यंत्रों का शिकार हो जाती हैं और ऐसे अपराधों की संख्या आज बढ़ती जा रही है। विवेकानंद केंद्र किशोरियों को न केवल आत्म सम्मान से जीने का मार्गदर्शन दे रहा है अपितु उन्हें शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, भावनात्मक और सामाजिक चुनौतियों के बारे में अवगत कराते हुए उनके सर्वांगीण विकास का प्रशिक्षण किशोरी विकास शिविरों के माध्यम से देने का प्रयास कर रहा है। उक्त विचार विवेकानंद केंद्र की प्रांत संगठक प्रांजलि येरीकर द्वारा राजकीय बालिका विद्यालय आदर्श नगर में विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की अजमेर शाखा द्वारा आयोजित किशोरी विकास शिविर के अवसर पर व्यक्त किए गए। इस अवसर पर जानकारी देते हुए केंद्र की सहनगर प्रमुख बीना रानी ने बताया कि किशोरी विकास शिविर में उपस्थित छात्राओं को व्यक्तिगत हाइजीन, विधिक साक्षरता तथा अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी प्रदान की गई। इसके साथ ही खेल खेल में आत्मरक्षा का प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया। किशोरी विकास शिविर के अवसर पर ग्रामीण सामाजिक विकास संस्थान के निदेशक रूपेश शुक्ला, डॉ नेहा कोटिया, शेफाली शर्मा, याशिका यादव और शेफाली सांखला ने भी अपने विचार प्रकट किए। इस अवसर पर प्राचार्या शांता भिरयानी ने भी मार्गदर्शन प्रदान किया।
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Utsav
:एक भारत विजयी भारत की संकल्पना के साथ मनाई गई स्वामी विवेकानंद जी की जयंती
12-Jan-2020 | 200 Present
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विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर की ओर से आनासागर चौपाटी पर स्वामी विवेकानंद जयंती समारोह आयोजित किया गया । युवाओं और आम लोगों को स्वामी विवेकानंद जी के उपदेशों और उद्देश्य की जानकारी देने हेतु चित्र प्रदर्शनी आयोजित की गई साथ ही स्वामी जी के साहित्य की स्टाल भी लगाई गई।जयंती समारोह का शुभारंभ तीन ओंकार प्रार्थना एवं स्वामी जी के भजनों के द्वारा किया गया समारोह में विभिन्न साधकों द्वारा विवेकानंद शिला स्मारक कन्याकुमारी की 50 वी वर्षगांठ पर प्रकाशित पुस्तक का वाचन लगातार जारी रहा सभी साधकों द्वारा भुवनमण्डले नवयुगमुदयतु सदा विवेकानन्दमयम् गीत गाकर उत्सव मनाया गया। नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने बताया कि चौपाटी स्थित विवेकानंद जी के चित्र पर लोगों द्वारा पुष्पांजलि की गई तथा सैकड़ों युवाओं ने स्वामी जी के चित्र के साथ सेल्फी लेकर अपने आपको स्वामी जी के साथ आत्मसात किया। जयंती समारोह में शामिल हुए लोगों को विवेकानंद केंद्र की ओर से कन्याकुमारी स्थित स्वामी विवेकानंद शिला स्मारक का चित्र एवं पुस्तक भेंट की गई और उन्हें शिला स्मारक निर्माण के लिए देशवासियों द्वारा पूर्व में किए गए योगदान से अवगत कराया गया। इसके अतिरिक्त विवेकानंद विस्तार में संचालित संस्कार वर्ग के बच्चो द्वारा स्वामी विवेकानंद जयंती पर रैली का आयोजन किया जिसमें युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति ने मार्गदर्शन किया।
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Workshop
:बच्चों के लिए जरूरी है मैदानी खेल - कीर्ति हाड़ा
27-Dec-2019 to 31-Dec-2019
आज बच्चों में मोबाइल टीवी और सोशल मीडिया के प्रति इतनी सक्रियता हो चुकी है कि उन्हें बाहर के मैदानी खेल खेलने में रुचि ही नहीं बची जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास नहीं हो पाता है। बच्चों को कम से कम दो घंटा मैदानी खेल अवश्य खेलने चाहिए क्योंकि इससे हमारा शरीर एवं मन तरोताजा बनता है जिससे हमारे मस्तिष्क की क्षमता जैसे एकाग्रता, स्मरणशक्ति आदि का विकास होता है। आज यदि हमें कैंसर जैसी बीमारियों से बचना है तो मोबाइल के रेडिएशन से दूर रहना होगा और स्वामी विवेकानंद के विचारों का अनुसरण करते हुए अपने जीवन को उन्नत और श्रेष्ठ बनाने की दिशा में काम करना होगा। उक्त विचार पार्षद कीर्ति हाड़ा ने अध्यात्म प्रेरित सेवा संगठन विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर द्वारा पांच दिवसीय आउटडोर विण्टर कैंप के समापन समारोह में धौला भाटा स्थित महाराणा प्रताप सामुदायिक भवन में व्यक्त किए। केन्द्र के युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति के अनुसार इस पांच दिवसीय कैंप में बच्चों को आदर्श दिनचर्या, पर्यावरण संरक्षण, संतुलित आहार और श्रेष्ठ जीवन तथा एक भारत विजयी भारत की संकल्पना क्रमशः अखिल शर्मा, शुभ्रा यादव, रजनी यादव ने ली। कार्यालय प्रमुख कुलदीप कुमावत ने बताया कि बच्चों को सूर्यनमस्कार एवं आसनों के अतिरिक्त विभिन्न खेल जैसे मगरमच्छ दौड़, किसान लोमड़ी, सुरंग दौड़, चरण स्पर्श आदि खिलाए गए। इस संपूर्ण कैंप के दौरान कैलाश, राकेश, समृद्धि शर्मा का सहयोग रहा।Read More
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:भारत विकास परिषद द्वारा आयोजित योग अमृत महोत्सव में किया सहयोग
24-Dec-2019 | 1275 Present
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योग अमृत (योग प्रतियोगिता ) एक ऐसा आयोजन है जिसका शुभारंभ सन 2017 में एक प्रयोग के रूप में किया गया योग में प्रतियोगिता एक अनूठा प्रयास था परंतु महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के मानवीय चेतना एव योग विभाग के डॉ लारा शर्मा जी की टीम तथा विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी राजस्थान प्रांत के dr स्वतंत्र जी शर्मा के सहयोग से इस कार्यक्रम को एक स्वरूप मिला। इस अवसर पर अजमेर जिले के छठी से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थी योग प्रतियोगिता में सम्मिलित हुए। यह योग प्रतियोगिता विवेकानंद केंद्र द्वारा प्रतिपादित योग की पुस्तक पर आधारित रही। इस कार्यक्रम में अजमेर नगर के प्रतिष्ठित लोकेश जी अग्रवाल ,तिलोक चंद जी सोनी ,श्रीमती अंबिका जी हेड़ा, विवेकानंद केंद्र के नगर संचालक डॉ श्याम भूतड़ा जी जैसे समाजसेवी और अजमेर के सांसद श्री भागीरथ जी चौधरी तथा महापौर श्री धर्मेंद्र जी गहलोत की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को एक नया स्थान प्रदान किया। साथ ही लोढ़ा ग्रीन्स के मालिक श्रीमान रोहित जी लोढ़ा के विशेष योगदान सहित equitas banlk , unicharm india ,एमपी नानिकराम, हार्ट बीट गिफ्ट गैलरी, सतगुरु फैशन ,सन ऑप्टिक्स ,Nilo's सलून, the skool शॉपिं, जैन फर्नीचर हाउस, हिंद स्पोर्ट्स, महालक्ष्मी गजक ,राजपूताना म्यूजिक हाउस, रियल बेकर्स ,SUBG ऑनलाइन मोबाइल ऐप और Feminine एक्स्ट्रा केयर सैनिटरी नैपकिन जैसे स्पॉन्सर्स और शाखा के सभी पुरुष व महिला सदस्यों की शत प्रतिशत सहभागिता ने इस कार्यक्रम को सफल बनाया।
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Karyapaddhati
:विवेक योग संगम
15-Dec-2019
अजमेर नगर में योग चेतना जागरण की दृष्टि से अध्यात्म प्रेरित सेवा संगठन विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की स्थानीय शाखा द्वारा रविवार को प्रातः 6:00 बजे से केंद्र के सभी योग वर्गों का संगम दो स्थानों पर आयोजित किया गया जिसमें नियमित योगाभ्यास के साथ-साथ क्रीडा योग के तहत विभिन्न खेल खेले गए। योग भ्रमण द्वारा पर्यावरण चेतना कार्यक्रम भी हुआ। नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने बताया की रामकृष्ण विस्तार में नगर संचालक डॉ श्याम भूतड़ा के नेतृत्व में चाणक्य स्मारक पंचशील पर विभिन्न योग साधकों ने सूर्य नमस्कार, आसन तथा प्राणायाम का अभ्यास किया। प्रकार विवेकानंद विस्तार में दूसरा कार्यक्रम अलवर गेट स्थित सेवा मंदिर परिसर में आयोजित हुआ। योग संगम में राजकीय महाविद्यालय अजमेर की डॉ.अनीता खुराना, विस्तार संचालक दिनेश नवाल, सुभाष नवाल, युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति, सी ए लव तामरा सहित समस्त योग साधकों ने सहभागिता की।Read More
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:भगवद्गीता का संदेश है युद्ध करो - प्रांजलि येरीकर
08-Dec-2019
प्रत्येक मनुष्य के जीवन में आंतरिक तथा बाहरी युद्ध हो रहा है। इसमें विजयी होने के लिए आज कृष्ण का संदेश देने का कार्य भगवद्गीता ़द्वारा हो सकता है। गीता के द्वारा मोह दूर हो सकता है साथ ही पुरूषार्थ जागरण भी संभव है। गीता का प्रासंगिक संदेश समाजोत्थान के लिए व्यक्ति तटस्थ न होकर आक्रामक बने तभी भारत विजयी हो सकता है। महाभारत के युद्ध में भगवान कृष्ण द्वारा अर्जुन को युद्ध करने के लिए प्रेरित किया जाना केवल धर्म स्थापना ही न होकर अच्छे लोगों के रक्षण तथा दुष्टों के विनाश के लिए भी था। आज समाज में बढ़ती हुई विकृतियों को दूर करने के लिए भले ही हमारे पास कृष्ण न हों किंतु युवाओं के रूप में अर्जुनों की कमी नहीं है। हमें केवल उन्हें संस्कार एवं मूल्य परक शिक्षा देनी होगी जो भगवद्गीता के माध्यम से ही संभव हो सकती है। केवल गीता के अध्ययन से ही यह संभव नहीं होगा बल्कि गीता के संदेश को आचरण में उतारने हेतु युवाओं को प्रशिक्षित करना होगा। समाज को संस्कारवान एवं चरित्रवान युवा देने का कार्य आज विवेकानन्द केन्द्र पूरे भारतवर्ष में कर रहा है। उक्त विचार विवेकानंद केंद्र कीे जीवनव्रती कार्यकर्ता एवं प्रान्त संगठक प्रांजलि येरीकर ने होटल आराम वैशाली नगर में आयोजित गीता जयन्ती महोत्सव के अवसर पर व्यक्त किए।
नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने बताया कि इस अवसर पर गीता पर आधारित प्रश्नोत्तरी का संचालन महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर के योग विभाग के डाॅ0 लारा शर्मा ने किया। इस अवसर पर विजेतागण के बालकिशन ईणानी, कुशल उपाध्याय, राधा राठी, समीर शर्मा, को कर्मयोग की पुस्तक नगर संचालक डाॅ0 श्याम भूतड़ा ने भेंट की। डाॅ0 अनिता खुराना ने कर्मयोग श्लोक संग्रह का सस्वर वाचन किया तथा विवेकानन्द केन्द्र की उपाध्यक्ष पद्मश्री निवेदिता भिड़े द्वारा प्रेषित गीता जयन्ती पत्र का वाचन भी हुआ।Read More
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Karyapaddhati
:विवेक योग संगम
08-Dec-2019
कौन चले भाई कौन चले, स्वामी जी के वीर चले जैसे जय घोषों के साथ आज रविवार को अजमेर , सुभाष उद्यान के योगा पार्क में विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की स्थानीय शाखा द्वारा योग संगम कार्यक्रम आयोजित किया गया । इस कार्यक्रम में क्रीड़ा योग मै पिंग पोंग, रुमाल झपट्टा, नेता की पहचान ,भस्मासुर ,केंद्र चलो तथा योग दर्शन जैसे खेल शुभ शर्मा , कुलदीप, सिद्धार्थ, सावर ,प्रदीप और शेफाली दीदी ने खिलाए । प्रारंभिक शिथलीकरण अभ्यास डॉ0 भरत गहलोत ने लिया। सूर्य नमस्कार का अभ्यास सभी साधकों को डॉ. अनीता खुराना ने करवाया। त्रिकोण आसान, पादहस्तासन, अर्धचक्रासन का अभ्यास करवाया गया । प्रचार प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि योग संगम में विवेकानंद केंद्र के प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख डाॅ0 स्वतंत्र शर्मा, सह प्रांत प्रमुख अविनाश शर्मा, विभाग सह संचालक कुसुम गौतम, नगर प्रमुख अखिल शर्मा, रामकृष्ण विस्तार संचालक दिनेश नवाल, डॉ अशोक मित्तल, सहित विभिन्न दायित्ववान कार्यकर्ता और अजमेर में चल रहे 7 योग वर्गों के लगभग 50 साधकों ने सहभागिता की।Read More
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EBVB
:उत्तर पश्चिम रेलवे: योग एवं तनाव प्रबंधन विषय पर संवाद
26-Nov-2019 | 72 Present
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उत्तर पश्चिम रेलवे के सुपरवाइज़र ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, अजमेर में विभिन्न तकनीकी अधिकारियों के साथ योग एवं तनाव प्रबंधन विषय पर चर्चा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सेण्टर के डायरेक्टर नरेन्द्र सिंह पटियाल भी उपस्थित थे। इस चर्चा के सूत्रधार श्री महेश शर्मा - विभाग व्यवस्था प्रमुख रहे।
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EBVB
:राष्ट्र निर्माता होता है शिक्षक - शिक्षक संवाद
26-Nov-2019 | 102 Present
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शिक्षक मात्र राज्य कर्मचारी नहीं होता बल्कि वह राष्ट्र का निर्माता होता है। उसके चिंतन का क्षेत्र भले ही विश्व हो किंतु उसका प्रभाव क्षेत्र उसकी कक्षा के विद्यार्थी होते हैं जिनको मूल्याधारित शिक्षा एवं संस्कारों को सिंचन करते हुए वह राष्ट्र का निर्माण कर सकता है। शिक्षक कभी असहाय भी नहीं होता तथा समाज में शिक्षकों के योगदान को भी कभी कम नहीं आंका जा सकता। शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में निष्ठा में प्रथम दिन का उद्बोधन करते हुए उक्त विचार विवेकानन्द केन्द्र के जीवनव्रती कार्यकर्ता दीपक खैरे ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि विवेकानन्द केन्द्र समर्थ शिक्षक समर्थ भारत विषयक योग प्रतिमान पर कार्य करता है जिसके द्वारा शिक्षक अपनी छिपी हुई शक्ति का जागरण करते हैं एवं अपना प्रभावी योगदान अपने विद्यालय, समाज एवं देश के लिए दे सकते हैं। इस अवसर पर राजकीय मोईनिया इस्लामिया विद्यालय के प्राचार्य डाॅ. शाहिद उल हक चिश्ती ने कहा कि भारत में अध्यात्म का विशेष महत्व हो चाहे उसका मार्ग हिन्दू अथवा इस्लाम संस्कृति हो। विवेकानन्द केन्द्र अध्यात्म प्रेरित सेवा संगठन जिस शिद्दत से समाज में सेवा कार्य कर रहा है यह प्रेरणादायक है। शिक्षा विभाग के एडीईओ अरूण शर्मा ने इस अवसर पर प्रशिक्षणार्थियों से राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम में पूर्ण मनोयोग से भाग लेने को कहा ताकि नवीनतम अपडेट के साथ शिक्षक अपने विद्यालयों में पहुंचे एवं इस प्रशिक्षण का लाभ विद्यार्थियों को भी प्राप्त हो सके। युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति ने विवेकानन्द शिला स्मारक के चित्र सभी प्रतिभागियों को भेंट किए तथा एक भारत विजयी भारत की संकल्पना पुस्तिका भी सभी को दी गई। इस अवसर पर विवेकानन्द केन्द्र की विभाग सह संचालक कुसुम गौतम, युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति कार्यालय प्रमुख कुलदीप कुमावत उपस्थित थे।
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EBVB
:रिटायर्ड हैं लेकिन टायर्ड नहीं - वरिष्ठ नागरिक सम्मेलन
25-Nov-2019 | 74 Present
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वरिष्ठ नागरिक भले ही रिटायर हों लेकिन उसे टायर्ड अर्थात थका हुआ नहीं होना चाहिए। जब जीवन के सामने एक लक्ष्य एवं ध्येय होता है तब वह लक्ष्य ही हमें सदैव जवान बनाए रखता है। विवेकानंद केंद्र के संस्थापक एकनाथजी रानाडे के जीवन का उदाहरण देते हुए विवेकानंद केंद्र के जीवनव्रती कार्यकर्ता दीपक खैरे ने कहा कि एकनाथजी ने अपने एक जीवन एक ध्येय की संकल्पना को साकार किया। जब लोग जीवन के उत्तरार्द्ध में विश्राम करने का विचार लाते हैं उस उम्र में एकनाथ जी ने समुंद्र लांघने का काम किया और स्वामी विवेकानन्द का एक विशाल राष्ट्रीय स्मारक राष्ट्र को समर्पित कर दिया। इस निर्माण के दौरान आने वाले राजनीतिक, आर्थिक एवं तकनीकी कठिनाइयों को भी उन्होंने अपने कर्मयोग प्रवृत्ति से आसानी से दूर कर लिया। प्रत्येक कठिनाई का समाधान निकल सकता है किंतु दृष्टिकोण की स्पष्टता आवश्यक है। विवेकानंद केंद्र से जुड़े हुए वरिष्ठ नागरिक सत्यदेव शर्मा, कुसुम गौतम, रविंद्र जैन तथा बीना रानी ने अपने जीवन से जुड़े हुए अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि जबसे विवेकानन्द केन्द्र के राष्ट्र कार्य से जुड़े हैं तब उम्र का एहसास समाप्त हो गया है एवं सदैव युवा बने रहते हुए पूरी ऊर्जा से केन्द्र का कार्य कर रहे हैं। कार्यक्रम का संयोजन करते हुए वरिष्ठ नागरिक संस्थान के के के गौड़ ने किया। विवेकानंद केंद्र के नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने वरिष्ठ नागरिकों का केंद्र से जुड़ने का आह्वान किया और विवेकानंद शिला स्मारक का चित्र एवं एक भारत विजयी भारत की संकल्पना पुस्तिका भेंट की।
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EBVB
:महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय में योग द्वारा पर्यावरण प्रबंधन पर संवाद
25-Nov-2019 | 84 Present
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महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय स्थित दयानन्द शोध पीठ एवं विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी के संयुक्त तत्वावधान में योग द्वारा पर्यावरण प्रबंधन विषय पर विद्यार्थियों के साथ संवाद का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर श्री दीपक जी ने पंचमहायज्ञों की संकल्पना तथा पर्यावरण चेतना के जागरण में विवेकानन्द केन्द्र द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर विभाग के अध्यक्ष एवं शोध पीठ निदेशक डाॅ प्रवीण माथुर सहित अनेक शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
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Vimarsh
:विवेकानंद का दर्शन सर्वकालिक - डॉ स्वतंत्र शर्मा
25-Nov-2019 | 78 Present
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आज महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के योग विज्ञान मानव चेतना विभाग में आचार्य महाप्रज्ञ जन्म शताब्दी के उपलक्ष में आचार्य महाप्रज्ञ कृत संबोधी में अहिंसा की दृष्टि विषय पर व्याख्यानमाला आयोजित की गई जिसमें जैन विश्व भारती संस्थान के प्रोफेसर आनंद प्रकाश त्रिपाठी ने अपनी विवेचना प्रस्तुत की। इस अवसर पर विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी के प्रांत प्रशिक्षण प्रमुख डॉ स्वतंत्र कुमार शर्मा ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा के स्वामी विवेकानंद का जीवन और संदेश युवाओं के लिए सर्वकालिक है स्वामी विवेकानंद ने सदैव अपने सकारात्मक एवं ओजस्वी विचारों के द्वारा युवा मन को झकझोरा है और सत्यनिष्ठा एवं देश प्रेम का संदेश अपने विचारों से उकेरा है। आज युवाओं को स्वामी विवेकानंद से मार्गदर्शन प्राप्त करने की अत्यंत आवश्यकता है।
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EBVB
:एक संवाद : अजमेर के जनप्रतिनिधियों के साथ
24-Nov-2019 | 105 Present
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स्वामी विवेकानंद ने पश्चिम बंगाल राज्य के बाद भारत के राजस्थान राज्य में सर्वाधिक समय बिताया और अजमेर भी स्वामी विवेकानन्द की कर्मस्थली रहा है। स्वामी विवेकानंद ने युवा शक्ति जागरण के लिए विभिन्न स्थानों पर प्रशिक्षण केंद्र खोलने का स्वप्न देखा था और उसी स्वप्न को साकार करते हुए एकनाथजी ने राजस्थान का सबसे पहला केंद्र अजमेर में सन 1972 में खोला। आज समय की आवश्यकता है कि अजमेर में एक बृहद प्रशिक्षण केंद्र खोला जाए जिससे बालक, युवा, प्रौढ़, वरिष्ठ नागरिकों सहित समाज का प्रत्येक वर्ग योग, स्वाध्याय, संस्कार, सेवा, एवं नैतिक मूल्यों की स्थापना का स्वामी विवेकानन्द का स्वप्न साकार हो सके। विवेकानन्द केन्द्र के दक्षिण में कन्याकुमारी, उत्तर में काश्मीर तथा पूर्व में गुवाहाटी में प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित हो चुके हैं जिनके द्वारा सांस्कृतिक विरासत एवं योग के प्रशिक्षण का बड़ा कार्य किया जा रहा है। भारत के हृदयस्थल दिल्ली में भी विवेकानन्द इण्टरनेशनल फाउण्डेशन द्वारा विभिन्न देशों की सांस्कृतिक विरासत के सूत्रों को जोड़ने का कार्य भी विवेकानन्द केन्द्र कर रहा है। एकनाथ जी का स्वप्न पश्चिम भारत के अजमेर शहर में प्रशिक्षण केन्द्र खोलकर पूरा किया जाना आज समय की आवश्यकता है। उक्त बात विवेकानंद केंद्र के जीवनव्रती कार्यकर्ता दीपक खैरे ने विभिन्न जनप्रतिनिधियों से राजनीतिक शुचिता एवं योग द्वारा चेतना विषय पर आयोजित संवाद कार्यक्रम में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है की अजमेर में विवेकानंद स्मृति वन जो वर्षों से लंबित है उस पर गंभीरता से कार्य अभी तक नहीं किया गया है। उन्होंने राजस्थान के राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री को इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए अविलंब इस विषय में कार्यवाही करने की अपेक्षा की। इस अवसर पर नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने बताया कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अनिता भदेल ने विवेकानन्द केन्द्र द्वारा योग से जनचेतना के अभियान की सराहना की तथा इसके लिए कार्यकर्ताओं को बड़े पैमाने पर प्रशिक्षित किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया।
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Vimarsh
:राजस्थान मेडिकल शिक्षक एसोशिएशन से योग से समग्र स्वास्थ्य के आयाम- एक संवाद
23-Nov-2019 | 224 Present
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आज विभिन्न शोध अध्ययनों से यह ज्ञात हो चुका है कि आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के साथ योग शिक्षा को समन्वित कर दिया जाए तो मानव जाति के समग्र स्वास्थ्य की प्राप्ति की जा सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन भी शरीर के साथ साथ मानसिक, सामाजिक एवं भावनात्मक विकास को ही अच्छे स्वास्थ की आवश्यकता मानता है। विवेकानंद केंद्र इसमें आध्यात्मिक स्वास्थ्य को भी जोड़ कर देखता है। आज पूरी मानव जाति तनाव, चिंता एवं अवसादजनित मनोदैहिक रोगों से ग्रस्त है जिसकी चिकित्सा अकेले एलोपैथी से ही संभव नहीं है। जहां एलोपैथी उपचारात्मक चिकित्सा पद्धति है वहीं योग से शरीर की प्रतिरोधी क्षमता बढ़ जाती है। उक्त विचार विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी के जीवन वृति कार्यकर्ता दीपक खैरे ने राजस्थान मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित योग से समग्र स्वास्थ्य के आयाम विषय पर अपने विचार प्रकट करते हुए मेडिकल काॅलेज में व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि संपूर्ण विश्व में चिकित्सक को लोग भगवान के समान समझते हैं और समाज के समग्र स्वास्थ्य के लिए चिकित्सकों द्वारा आज योग आसन प्राणायाम इत्यादि को भी अपने चिकित्सा परिचर्या में शामिल किया जाना चिकित्सकों की लोगों के प्रति समग्र स्वास्थ्य की चिंता को ही प्रतिबिंबित करता है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए मेडिकल काॅलेज के अतिरिक्त प्राचार्य डॉक्टर भास्कर ने कहा कि हमें अपनी दृष्टि को प्राकृतिक दृष्टि से रूपांतरित करते हुए आध्यात्मिक दृष्टि में परिवर्तित करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. श्याम भूतड़ा ने इस अवसर पर विवेकानंद केंद्र द्वारा किए जा रहे समाज उपयोगी कार्यों की जानकारी भी प्रदान की। इस अवसर पर डाॅ. मधु माहेश्वरी, डाॅ. संजीव माहेश्वरी, डाॅ. राकेश पोरवाल, डाॅ. कुमकुम सिंह सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
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Workshop
:राजकीय कन्या विद्यालय पहाड़गंज में योग एवं विद्यार्थी जीवन पर कार्यशाला
23-Nov-2019 | 263 Present
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राजकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय पहाड़गंज, अजमेर में योग एवं विद्यार्थी जीवन विषय पर श्री दीपक खैरे ने अपना उद्बोधन प्रदान किया। इस कार्यक्रम कीे मुख्य अतिथि अजमेर दक्षिण विधायक श्रीमती अनिता भदेल थी। श्रीमती भदेल ने विवेकानंद केंद्र द्वारा विद्यार्थियों के लिए परीक्षा का तनाव प्रबंधन, अध्ययन की वैज्ञानिक विधि तथा उससे जुड़े हुए विभिन्न आयामों पर किए गए वैज्ञानिक शोधों एवं प्रतिमानों की सराहना की तथा इसे प्रत्येक विद्यार्थी को अंगीकार करने पर जोर दिया। प्राचार्य श्रीमती बीना जी उपस्थित थीं।
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Workshop
:योग सत्र शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला
22-Nov-2019 to 27-Nov-2019
योग विवेकानंद केंद्र का प्राण स्वर है जिसके द्वारा मनुष्य निर्माण से राष्ट्रपुरुत्थान की संकल्पना को साकार किया जा सकता है। यह साधना व्यक्ति को समाज से जोड़ने तथा मन, शरीर और प्राण की शुद्धि के लिए होती है। जीवन में श्रेष्ठता और देवत्व की ओर बढ़ना ही मनुष्य जन्म की सार्थकता है। स्वामी विवेकानंद इसेे देवत्व का प्रकटीकरण कहते हैं। उक्त विचार विवेकानंद केंद्र के जीवनव्रती कार्यकर्ता दीपक खैरे ने माहेश्वरी सेवा समिति कृष्णगंज में चल रहे पंचदिवसीय योग सत्र शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला के समापन के अवसर पर व्यक्त किए। केंद्र के नगर संचालक डॉ श्याम भूतड़ा ने बताया कि इस कार्यशाला से योग शिक्षकों को आसन, प्राणायाम, सूर्य नमस्कार की बारीकियों को समझने में सहायक हुई एवं नए योगसत्रों को आयोजित करते हुए उन्हें नियमित योग वर्गों में परिवर्तित करने का लक्ष्य भी प्रत्येक योग साधक ने लिया है। नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने बताया की केंद्र के जीवनव्रती कार्यकर्ता दीपक खैरे ने विगत सात दिवसों में अजमेर के विभिन्न विद्यालयों, महाविद्यालयों, तकनीकी संस्थानों, मेडिकल संस्थानों, विद्यार्थियों तथा शिक्षकों के मध्य योगाधारित संवाद किया जो सार्थक रहा। इस अवसर पर विस्तार संचालक दिनेश नवाल, योग शिक्षक राधा राठी, सुधा मालू, शशांक बजाज आदि का सहयोग रहा।Read More
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Workshop
:माहेश्वरी पब्लिक स्कूल :परीक्षा के भय से मुक्ति की कार्यशाला
22-Nov-2019 | 267 Present
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आज के प्रतियोगिता के युग में परीक्षा का तनाव विद्यार्थियों की नैसर्गिक प्रतिभा को उभरने नहीं देता है और वे प्रतिस्पर्धी व्यवहार के कारण अपना श्रेष्ठ परिणाम नहीं निकाल पाते हैं जिससे विद्यार्थी कुंठा ग्रस्त होने लगता है। वस्तुतः परीक्षा एक बोझ नहीं है अपितु यह स्वयं के विकास का एक अवसर है। विवेकानंद केंद्र द्वारा विकसित विसंजा अध्ययन विधि से विद्यार्थी कम समय में वैज्ञानिक तरीके से अध्ययन करते हुए श्रेष्ठ परिणाम प्राप्त किया जा सकता है। योग, प्राणायाम एवं आवर्तन ध्यान की विभिन्न तकनीकों से विद्यार्थी अपनी बैठक क्षमता में अभिवृद्धि कर सकता है। उक्त विचार विवेकानंद केंद्र के जीवनव्रती कार्यकर्ता दीपक खैरे ने माहेश्वरी पब्लिक स्कूल के सीनियर कक्षा के विद्यार्थियों के बीच व्यक्त किए। इस अवसर पर माहेश्वरी पब्लिक स्कूल के प्राचार्य डाॅ. आर के श्रीवास्तव सहित सहयोगी शिक्षकों एवं स्टाफ का पूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ
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Workshop
:राजकीय महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज में योग से व्यक्तित्व निर्माण पर कार्यशाला
22-Nov-2019 | 95 Present
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राजकीय महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज माखुपुरा में योग विषय पर विद्यार्थियों से चर्चा में खैरे ने कहा की योग व्यक्ति के भीतर छिपी हुई असीम संभावनाओं को व्यक्त करने माध्यम है। प्रचंड ऊर्जा योग के चार मार्ग कर्मयोग, भक्तियोग, ज्ञान योग एवं राजयोग के द्वारा व्यक्त होती है। यदि व्यक्ति अपने जीवन में राजयोग का अभ्यास करे और कर्मयोग का आचरण करें तब वह श्रेष्ठत्व की ओर पहुंच सकता है। विवेकानंद केंद्र के नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने बताया की इस अवसर पर महिला पाॅलीटैक्निक काॅलेज की प्राचार्या डाॅ. मधु गोयल का सहयोग प्राप्त हुआ। विवेकानंद शिला स्मारक के 50 वर्ष के अवसर पर किए जा रहे इस संपर्क अभियान के तहत जन जागरण का यह कार्य विवेकानंद केंद्र द्वारा निरंतर चलाया जा रहा है।
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Workshop
:मयूर स्कूल में विद्यार्थी व्यक्तित्व विकास कार्यशाला
21-Nov-2019 | 215 Present
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बचपन से जिन संस्कारों को मानव अपनी आदतों में ढाल लेता है वही संस्कार उसका स्वभाव बन जाते हैं। अच्छी आदतों को किशोरावस्था में ही अंगीकार कर लिया जाता है तो पूरा जीवन सफल और प्रभावी हो जाता है। जीवन में प्रोएक्टिव होना अर्थात पहल करना। जब हम अंतिम लक्ष्य को दृष्टिगत रखते हुए कार्य करना सीखने लगते हैं तो कार्य की समझ, दूसरों के दृष्टिकोण का अनुभव तथा समूह में मिलकर कार्य करने जैसे गुण स्वमेव ही विकसित होने लगते है। स्वामी विवेकानन्द ने इसी को मनुष्य में छिपे हुए देवत्व के प्रगटीकरण का मार्ग बताया है। उक्त विचार विवेकानन्द केन्द्र के जीवनव्रती कार्यकर्ता दीपक खैरे ने विवेकानन्द शिला स्मारक के 50 वें वर्ष के अवसर पर मयूर स्कूल में आयोजित विद्यार्थी संपर्क कार्यशाला के दौरान व्यक्त किए। नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने बताया कि विद्यालय के प्राचार्य अधिराज सिंह से भेंट कर विवेकानन्द केन्द्र के संस्थापक एकनाथ रानडे के जीवन एवं शिला स्मारक की विजयगाथा के बारे में भी बताया गया। विवेकानन्द केन्द्र के रविन्द्र जैन, कुसुम गौतम, बीना रानी, अंकुर प्रजापति, कुलदीप कुमावत तथा मयूर स्कूल से सिंधु चतुर्वेदी, रसल एन्थोनी, शीलू रामचंदानी तथा करूणा टण्डन का सहयोग रहा।
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EBVB
:एचएमटी में जीवन कार्य संतुलन पर व्याख्यान का आयोजन
20-Nov-2019 | 69 Present
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जीवन में सफलता अर्जित करने के लिए प्रत्येक पल महत्वपूर्ण है। समय के पूर्ण नियोजन से ही सबकुछ प्राप्त हो सकता है। विवेकानन्द केन्द्र के संस्थापक एकनाथ रानडे के जीवन को देखते हुए जब हम नियोजन की बात करते हैं तो यह नियोजन इस रूप में हो कि जैसे हम कभी मरने वाले ही नहीं है किंतु जब इस पर क्रियान्वयन की बात आए तब ऐसा भाव हो कि हमारे पास केवल एक ही दिन है और वह है आज। प्रत्येक घंटे के अंतराल पर नियोजन का पुनरावलोकन भी बहुत आवश्यक है। स्वामी विवेकानन्द कहते हैं कि प्रत्येक व्यक्ति की क्षमता असीमित होती है लेकिन उसे पहचानना कठिन होता है। अपनी क्षमताओं की तुलना जब दूसरों होने लगती है तब हम कमजोर हो जाते हैं जबकि यह बात वैज्ञानिक रूप से सिद्ध हो चुकी है कि कठिनतम परिस्थितियों में भी व्यक्ति अपनी विलक्षण क्षमताओं का परिचय देता है किंतु यदि हम मुसीबत से घबरा जाते हैं तब वह क्षमता भी विलुप्त हो जाती है। जीवन की श्रेष्ठता के लिए कुछ बातों को अपनाना अत्यंत महत्वपूर्ण है जिन में सर्वप्रथम प्रातःकाल उठकर योग प्राणायाम इत्यादि करना तथा उसके बाद अपने स्वयं को अपडेट करना। जीवन में निरंतर संवाद चलता रहना चाहिए जिससे हम अपने व्यक्तित्व के विभिन्न आयामों का प्रगटन कर सकें। उक्त विचार विवेकानंद केंद्र के जीवनव्रती कार्यकर्ता दीपक खैरे ने हिंदुस्तान मशीन टूल्स के प्रशिक्षण कार्यक्रम में जीवन कार्य संतुलन विषय पर प्रकट किए। वे विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी के शिला स्मारक के 50 वर्ष के अवसर केन्द्र की अजमेर शाखा द्वारा आयोजित संपर्क कार्यक्रम के तहत अपना संबोधन दे रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता एचएमटी के जनरल मैनेजर श्री नवीन जी गोखरू ने की। उन्होंने विवेकानंद केंद्र द्वारा किए जा रहे कार्य की आवश्यकता तथा स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं के समाज में प्रचार और उनसे युवाओं को प्राप्त प्रेरणा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने हेतु इंगित किया। नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने विवेकानंद केंद्र द्वारा किए जा रहे कार्यों की संक्षिप्त प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर विभाग संपर्क प्रमुख रविंद्र कुमार जैन, युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति तथा कार्यालय प्रमुख कुलदीप कुमावत भी उपस्थित थे।
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EBVB
:एकल संपर्क - मयूर स्कूल के प्राचार्य श्री अधिराज सिंह से संपर्क
18-Nov-2019
Utsav
:साधना दिवस
17-Nov-2019 | 75 Present
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"किसी भी राष्ट्र के पुनरुत्थान के लिए उसके नागरिकों का लोकसंस्कार जरूरी है। लोकसंस्कार का अर्थ सभी जातियों, वर्ण तथा भिन्नता को दरकिनार करते हुए भारत के उत्थान के लिए संगठित होकर काम करना। जब आपसी मतभेदों को बुलाकर एक वृहद् उद्देश्य की पूर्ति के लिए श्रेष्ठ विचार पर श्रद्धा पूर्वक कार्य करना प्रारंभ किया जाता है तब सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण होता है। परंतु इसके लिए आवश्यक है कि हम बिना किसी पूर्वाग्रह के आगे बढ़ें और अपने उद्देश्य के प्रति स्पष्ट रहें। जीवन में सकारात्मक भाव से सबकुछ प्राप्त किया जा सकता है। एक भारत विजयी भारत संपर्क कार्यक्रम के अवसर पर आयोजित साधना दिवस में विवेकानन्द केन्द्र कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अजमेर दक्षिण कीे विधायक अनिता भदेल ने कहा कि विवेकानन्द शिला स्मारक के 50 वर्ष के अवसर पर संपर्क के लिए एक व्यवस्थित योजना बनाते हुए प्रत्येक भारतवासी के हृदय में व्याप्त स्वामी विवेकानंद के प्रति श्रद्धा और उनके विचारों को प्रचारित करने का यह सुनहरा अवसर है। उन्होंने विवेकानंद केंद्र के संस्थापक एकनाथजी रानडे के बारे में बताया कि एकनाथजी लोकसंपर्क को संगठन की आधारशिला मानते हुए इससे वाणी के परिष्कृत होने की बात कहते थे। इस प्रकार जब संपर्क साधना बन जाता है तब ही साधना दिवस का सही अर्थों में मनाना सार्थक होगा। विवेकानन्द केंद्र के नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने बताया एकनाथजी के जन्मदिवस पर आयोजित साधना दिवस को विवेकानंद केंद्र के रामकृष्ण विस्तार में शिवाजी पार्क तथा विवेकानंद विस्तार में भजन गंज योग वर्गों में मनाया गया। इस अवसर योगाभ्यास में आसन, सूर्यनमस्कार तथा विभिन्न खेलों का आयोजन हुआ। इस अवसर पर केंद्र के नगर संचालक डॉ श्याम भूतड़ा, विभाग सह संचालक कुसुम गौतम, विभाग संपर्क प्रमुख रविन्द्र जैन, युवाप्रमुख अंकुर प्रजापति, सह नगर प्रमुख बीना रानी, विस्तार संचालक दिनेश नवाल, विस्तार प्रमुख कुशल उपाध्याय, प्रांत प्रशिक्षण प्रमुख डॉ. स्वतंत्र शर्मा सहित सभी कार्यकर्ताओं का सहयोग रहा। इस अवसर पर विवेकानंद केंद्र की उपाध्यक्ष पद्मश्री निवेदिता भिड़े द्वारा प्रेषित पत्र का वाचन भी किया गया। इस अवसर पर दोनों विस्तारों के 75 लोगों की उपस्थिति थी।"
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Karyapaddhati
:विवेक योग संगम
10-Nov-2019
"व्यक्तिगत चेतना जब समष्टि रूप हो जाती है तब वह परमेष्टि के रूप में संपूर्ण विश्व का मार्गदर्शन करने को प्रवृत्त होती है और यह रूपांतरण केवल योग के द्वारा ही संभव है। सुदूर दक्षिण में वह शिला जिस पर विवेकानंद स्मारक बना हुआ है वह अपनी आध्यात्मिक चेतना को प्रत्येक भारतवासी के हृदय में जाग्रत कर रही है और यही भाव विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी अपनी अजमेर शाखा द्वारा नियमित योग वर्गों के माध्यम से जाग्रत कर रहा है। विवेकानंद केंद्र के संस्थापक एकनाथजी रानडे द्वारा स्थापित यह प्रकल्प आज देश के लाखों युवक-युवतियों के माध्यम से अपनी विशिष्ट कार्य पद्धति जिसमें शिक्षा, चिकित्सा, पर्यावरण संरक्षण, योग, स्वाध्याय एवं संस्कार द्वारा मनुष्य निर्माण से राष्ट्र पुनरुत्थान का कार्य नित्य निरंतर कर रहा है। सुभाष उद्यान में मासिक योग संगम के आयोजन के अवसर पर उक्त विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महानगर संघचालक सुनील दत्त जैन ने व्यक्त किए। इस अवसर पर कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि अजमेर दक्षिण की विधायक श्रीमती अनिता भदेल भी उपस्थित थीं।
योग संगम का संचालन रामकृष्ण विस्तार के शिवाजी पार्क योग वर्ग द्वारा किया गया जिसमें विस्तार संचालक दिनेश नवाल, योग शिक्षक राधा राठी, शशांक बजाज, तृप्ति चंद्रावत सहित सभी कार्यकर्ताओं का सहयोग रहा। "Read More
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EBVB
:एकल संपर्क - श्री भगीरथ चौधरी - माननीय सांसद अजमेर
09-Nov-2019
विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर के कार्यकर्ताओं ने अजमेर के सांसद श्री भगीरथ चौधरी जी से संपर्क किया
इस अवसर पर नगर प्रमुख अखिल शर्मा, विवेकानंद हिंदी प्रकाशन विभाग समिति के श्री उमेश कुमार चौरसिया, विभाग संपर्क प्रमुख श्री रविंद्र जैन, श्री लव तामरा, भारत भार्गव एवं अन्य उपस्थित थेRead More
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EBVB
:एकल संपर्क - डॉ. श्रीगोपाल बाहेती - पूर्व यूआईटी चैयरमेन
08-Nov-2019
"स्वामी विवेकानंद ने पूरे विश्व को एकता के सूत्र में बांधने का संदेश दिया और विवेकानंद शिला स्मारक उसकी एक जीती जागती मिसाल है। देश के अनेक महापुरुषों जिनमें महात्मा गांधी, स्वामी दयानंद, गुरु नानक देव तथा महावीर स्वामी ने भी यही कार्य अपने जीवन में किया है। भारत के इन महापुरुषों के योगदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता किंतु आज देश को अखंड बनाने वाली ताकतों की आवश्यकता है जिसे विवेकानंद केंद्र भली प्रकार से कर रहा है।
उक्त विचार पूर्व विधायक डॉ श्रीगोपाल बाहेती ने विवेकानंद केंद्र के संपर्क अभियान के दौरान व्यक्त किए। इस अवसर पर विवेकानंद केंद्र के नगर संचालक डॉ श्याम भूतड़ा, विस्तार संचालक दिनेश नवाल, विभाग संपर्क प्रमुख रविंद्र जैन, उमेश चौरसिया सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।"Read More
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EBVB
:एकल संपर्क - श्री हनुमान सिंह राठौड़ - क्षेत्र कार्यवाह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
07-Nov-2019
भारतीय सनातन विचार को देश काल परिस्थिति के अनुसार परिभाषित करके उसे नर सेवा नारायण सेवा के रूप में प्रतिस्थापित करने वाले स्वामी विवेकानंद का शिला स्मारक आज करोड़ों भारतीयों का प्रेरणा स्त्रोत है| व्यक्ति के चरित्र का निर्माण करते हुए उसे उत्कृष्ट विचारों के अनुरूप ऊपर उठाना ही स्वामी विवेकानंद का ध्येय था | उन्होंने देश के हजारों युवक-युवतियों का आह्वान किया और भारत के उत्थान के लिए संपूर्ण भारत में जगह-जगह संस्कार केंद्रों की स्थापना करने का लक्ष्य रखा| स्वामी विवेकानंद के इसी विचार को दृश्य रूप में लाने हेतु जिस प्रकल्प को एकनाथ जी ने खड़ा किया उसे आज विवेकानंद शिला स्मारक के रूप में जाना जाता है | विवेकानंद शिला स्मारक इस मायने में महत्वपूर्ण है कि जब श्रीपाद शिला स्वामी विवेकानंद को राष्ट्रभाव जागरण में सहायक हो सकती है उसी प्रकार यह प्रत्येक भारतवासी को भी अपने देश के प्रति समर्पण हेतु प्रेरणा का स्त्रोत बन सकती है | इसी उद्देश्य को पूर्ण करने हेतु इस स्मारक का निर्माण किया गया है| शिला स्मारक वह तपोभूमि है कि यदि वहां पर बैठकर देश के उत्थान का विचार मन में लाया जाता है तो वह सार्थक रूप में फलीभूत होना निश्चित है | यही कारण है कि देश भर के अनेक युवक-युवती उस तपोभूमि की ओर आकर्षित हुए जिन्होंने अपना पूरा जीवन देते हुए जीवनव्रती और समर्पित कार्यकर्ताओं के रूप में काम करते हुए इस राष्ट्र जागरण के जिस कार्य को आगे बढ़ाया उसमे न केवल योग, स्वाध्याय और संस्कार अपितु चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण, ग्राम विकास एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भौगोलिक एवं सांस्कृतिक संबंधों की जड़ों को खोजने का कार्य कर रहा है| यदि भारत के वास्तविक स्वरूप का दर्शन भारत माता के चरणों में बैठकर करना हो तो प्रत्येक भारतीय को विवेकानंद शिला स्मारक अपने जीवन में अवश्य जाना चाहिए | उक्त विचार प्रसिद्ध चिंतक एवं शिक्षाविद हनुमान सिंह राठौड़ ने विवेकानंद शिला स्मारक संपर्क कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किए| इस अवसर पर विवेकानंद केंद्र हिंदी प्रकाशन समिति सदस्य साहित्यकार उमेश कुमार चौरसिया, विवेकानंद केंद्र के प्रांत प्रशिक्षण प्रमुख डॉ स्वतंत्र शर्मा, विभाग संपर्क प्रमुख रविंद्र कुमार जैन, नगर प्रमुख अखिल शर्मा उपस्थित थे|Read More
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EBVB
:महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर में संपर्क
06-Nov-2019
विवेकानंद शिला स्मारक देशवासियों को अपने राष्ट्र के प्रति प्रेमभाव जागृत करने के साथ ही साथ स्वच्छता का संदेश भी देता है। शिला स्मारक का रखरखाव विवेकानंद केंद्र के कार्यकर्ता इतनी कुशलता एवं तत्परता से करते हैं जोकि अपने आप में एक गौरवपूर्ण मिसाल है। संपूर्ण विश्व के मानव समुदाय को वेदांत के व्यावहारिक स्वरूप का परिचय कराने वाले स्वामी विवेकानंद का संदेश विवेकानंद शिला स्मारक विगत 50 वर्षों से दे रहा है। उक्त विचार महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर के कुलपति डॉ आर पी सिंह ने विवेकानंद शिला स्मारक संपर्क कार्यक्रम के तहत व्यक्त किए। उन्होंने अपने महाविद्यालय काल के अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि जब वे विद्यार्थियों को लेकर कन्याकुमारी गए थे तब विवेकानंदपुरम में निवास करने का विचार आया एवं वहां पर निवास के दौरान शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के प्रति किया गया आत्मीय व्यवहार एवं सुंदर आध्यात्मिक वातावरण आज तक स्मरण में आता है। डॉ आर पी सिंह ने विवेकानंद केंद्र द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की तथा विवेकानंद केंद्र कार्यालय के दर्शन की भी इच्छा प्रकट की। संपर्क कार्यक्रम के दौरान आज विश्वविद्यालय में पर्यावरण विभाग के विभागाध्यक्ष एवं दयानंद शोध पीठ के निदेशक प्रो प्रवीण माथुर तथा प्राणी विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ सुभाष चंद्र से भी संपर्क किया गया। नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने बताया कि संपर्क कार्यक्रम में विवेकानंद हिंदी प्रकाशन समिति सदस्य एवं पूर्व राजस्थान साहित्य अकादमी सदस्य उमेश कुमार चौरसिया, प्रांत प्रशिक्षण प्रमुख डॉ स्वतंत्र शर्मा, विभाग संपर्क प्रमुख रविंद्र कुमार जैन तथा योग शिक्षक डॉ रेनू शर्मा भी उपस्थित रहीं।Read More
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Workshop
:विद्यालयीन स्वाध्याय कार्यशाला
05-Nov-2019
अध्यात्म प्रेरित सेवा संगठन विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की अजमेर शाखा द्वारा राजकीय उच्च अध्ययन शिक्षण संस्थान के b.Ed के विद्यार्थियों तथा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नगरा के 11वीं और 12वीं की छात्राओं के साथ युवा सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस आयोजन के दौरान युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति ने बताया कि आज युवा को आधुनिक विचारों के साथ साथ अपने सनातन वैदिक मूल्यों के आधार पर अपने विकास का मार्ग तय करना होगा। यदि हम अपने जीवन के सर्वोच्च लक्ष्यों को प्राप्त करना चाहते हैं तो स्वामी विवेकानंद का जीवन और संदेश हमें इस लक्ष्य प्राप्ति में सहायक हो सकता है। प्रजापति ने कहा कि विवेकानंद केंद्र अपनी निश्चित कार्य पद्धति द्वारा युवाओं में न केवल संस्कारों का पोषण करता है अपितु उन्हें आदर्श जीवन शैली के आचरण के साथ अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने का मार्ग भी दिखाता है। युवा सम्मेलन में नगर सह प्रमुख बीनारानी तथा कार्यालय प्रमुख कुलदीप कुमावत भी उपस्थित थे। उठो जागो युवा प्रतियोगिता में सफल रहे विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गएRead More
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EBVB
:एकल संपर्क - प्रो- वासुदेव देवनानी
03-Nov-2019
वर्ष 1970 में माननीय एकनाथजी रानडे द्वारा संपूर्ण भारत को स्वामी विवेकानंद के नूतन विचारों के प्रेरणा स्रोत के रूप में सुदूर दक्षिण छोर पर स्थित श्रीपाद शिला पर निर्मित विवेकानंद शिला स्मारक आज संपूर्ण विश्व में नूतन भारत के ओजस्वी विचारों का संप्रेषण कर रहा है । यह एक शाश्वत सत्य है कि जब जब भारत एक हुआ है तब तब वह विजयी भी हुआ है। अतः हम सब का कर्तव्य भारत को एक करना होना चाहिए जिसमें विवेकानंद केंद्र अपनी विशिष्ट कार्य पद्धति के साथ अपना महत्वपूर्ण योगदान प्रदान कर रहा है। उक्त विचार अजमेर उत्तर के विधायक वासुदेव देवनानी ने विवेकानंद शिला स्मारक के 50 में वर्ष के तहत चलाए जा रहे संपर्क अभियान के अंतर्गत व्यक्त किए। इस अवसर पर देवनानी ने माननीय एकनाथ जी के साथ बिताए अपने महत्वपूर्ण क्षणों को भी याद किया उन्होंने कहा कि संपूर्ण विश्व को शिकागो से अपना संदेश देने वाले स्वामी विवेकानंद का यह शिला स्मारक प्रत्येक भारतवासी के एक और दो रुपयों के सहयोग से निर्मित हुआ है जिसमें तत्कालीन सारे भारत की राज्य सरकारों ने अपने राजनीतिक स्वार्थों से ऊपर उठकर आर्थिक सहयोग प्रदान किया था जिसके कारण सच्चे अर्थों में यह एक राष्ट्रीय स्मारक है और हमें इस राष्ट्रीय स्मारक की विजय गाथा का अध्ययन करना चाहिए और राष्ट्रहित में अधिक से अधिक इसका प्रचार करना चाहिए। इस अवसर पर विवेकानंद हिंदी प्रकाशन विभाग की प्रकाशन समिति के अध्यक्ष डॉ अशोक माथुर, सीमा माथुर, प्रकाशन समिति के सदस्य उमेश कुमार चौरसिया, विवेकानंद केंद्र के प्रांत प्रशिक्षण प्रमुख डॉ स्वतंत्र शर्मा, युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति, सह नगर प्रमुख बीना रानी, प्रचार प्रमुख भारत भार्गव तथा केंद्र कार्यकर्ता मनीषा दीदी भी उपस्थित थीRead More
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Karyapaddhati
:विवेक योग संगम
20-Oct-2019
अध्यात्म प्रेरित सेवा संगठन विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी के रामकृष्ण विस्तार का योग संगम शहीद भगत सिंह उद्यान वैशाली नगर में आयोजित किया गया। इस योग संगम में उद्यान के योग वर्ग सहित चाणक्य स्मारक पंचशील नगर, श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर परिसर एलआईसी कॉलोनी तथा शिवाजी पार्क कृष्णगंज के योग वर्ग के साधकों ने भी भाग लिया।शिथिलीकरण अभ्यास, सूर्य नमस्कार, आसन एवं प्राणायाम के अभ्यास सहित क्रीड़ा योग के तहत विभिन्न खेल खेले गए। योग चर्चा करते हुए विवेकानंद हिंदी प्रकाशन विभाग समिति सदस्य उमेश कुमार चौरसिया ने बताया की योग संगम के द्वारा विवेकानंद केंद्र अपने विभिन्म विस्तारों में योग का प्रसार कर रहा है। योग के द्वारा शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक तथा भावनात्मक विकास की ओर जब व्यक्ति बढ़ने लगता है तब उसे अध्यात्म की सिद्धि प्राप्त होती है और संपूर्ण विश्व में आज यह सिद्ध हो चुका है कि विकास का आधार यदि अध्यात्म नहीं होता है तो वह विकास विनाश का कारण बन जाता है। इसी कारण वैश्विक स्तर पर शांति की स्थापना करने के लिए योग का अनुसरण पूरी दुनिया करने को प्रवृत्त हो रही है। ऐसे में भारतीय होने के नाते हम सबको योग से जुड़कर समाज और राष्ट्र के कल्याण के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान करना चाहिए। आज के इस योगसंगम में विस्तार संचालक दिनेश नवाल, विस्तार प्रमुख कुशल उपाध्याय, योग वर्ग प्रमुख डॉ भरत सिंह गहलोत सहित केंद्र के युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति तथा जीवनव्रती कार्यकर्ता मनीषा दीदी का भी सानिध्य प्राप्त हुआ।Read More
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EBVB
:सामूहिक संपर्क - वरिष्ठ नागरिक
19-Oct-2019
स्वामी विवेकानंद के जन्मशती वर्ष 1963 चीन के हाथों हार हो जाने पर जब पूरे देश में एक अवसाद का वातावरण था उससे उबरने के लिए स्वामी विवेकानंद के विचारों को लेकर एक आध्यात्मिक जागरण और भारत के गौरव को बढ़ाने के लिए जिस सकारात्मक ऊर्जा की आवश्यकता होती है उसका प्रसारण समाज और राष्ट्र में विवेकानंद शिला स्मारक के द्वारा हुआ स्मारक के संस्थापक एकनाथजी रानडे का जीवन हमें इस बात के लिए प्रेरित करता है कि जीवन में कठिनाइयों के सामने कभी झुकना नहीं है और एक से एक जुड़ते हुए संगठन बनाते हुए आगे बढ़ते जाना है यही विचार आज पूरे देश में विवेकानंद केंद्र शिला स्मारक के 50 में वर्ष में प्रवेश करने के अवसर पर प्रचारित प्रसारित कर रहा है उक्त विचार विवेकानंद केंद्र के प्रकाशन समिति के सदस्य तथा राजस्थान साहित्य अकादमी के सदस्य श्री उमेश कुमार चौरसिया ने शिला स्मारक के संपर्क अभियान के अवसर पर सीनियर सिटीजन ग्रुप 3 की बैठक में व्यक्त किए संपर्क अभियान के दौरान ही श्री मदनलाल शर्मा तथा सुभाष चांदना ने विवेकानंद शिला स्मारक पर अपने बिताए हुए क्षणों को याद किया और विभिन्न संस्करणों को लोगों से साझा किया संपर्क अभियान हेतु आयोजित इस बैठक का संचालन विभाग संपर्क प्रमुख रविंद्र जैन ने किया सदस्यता अभियान के बारे में जानकारी विभाग संचालक सत्यदेव शर्मा ने दी कार्यक्रम में विभाग सह संचालक कुसुम गौतम नगर सह प्रमुख बीना रानी तथा नगर व्यवस्था सह प्रमुख लव तामरा का भी सहयोग प्राप्त हुआRead More
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Utho-Jaago
:युवा सम्मलेन
18-Oct-2019
अध्यात्म प्रेरित सेवा संगठन विवेकानंद केंद्र अपनी बहुआयामी कार्य पद्धति के प्रशिक्षण से युवा को आध्यात्मिक स्तर पर संकल्पित करने के प्रति कटिबद्ध तो है ही साथ ही वह शारीरिक मानसिक बौद्धिक भावनात्मक एवं आध्यात्मिक स्तर पर इस कार्य पद्धति के द्वारा युवाओं को प्रशिक्षण देने का कार्य भी निरंतर कर रहा है योग स्वाध्याय एवं संस्कार के द्वारा समाज को दिशा प्रदान करने वाले ऐसे युवाओं का प्रशिक्षण हो रहा है जो विद्यालयों में जाकर नई पीढ़ी को स्वामी विवेकानंद के विचारों से अवगत करा सकें स्वामी विवेकानंद के गुरु ने उन्हें आत्म कल्याण के मार्ग पर न चलकर राष्ट्र कल्याण के मार्ग का रास्ता दिखाया और यही कार्य विवेकानंद केंद्र मनुष्य निर्माण से राष्ट्र पुनरुत्थान के कार्य को आगे बढ़ाते हुए कर रहा है समर्थ और संकल्पित युवा इस देश की सांस्कृतिक विरासत एवं भौतिक उन्नति का आधार बन सकता है यदि वह अपने जीवन में संस्कारों को व्यावहारिक रूप से जीने का प्रशिक्षण प्राप्त कर लेता है उक्त विचार विवेकानंद केंद्र के प्रांत प्रशिक्षण प्रमुख डॉ स्वतंत्र शर्मा ने महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर के योग एवं मानव चेतना विभाग में आयोजित युवा सम्मेलन के अवसर पर व्यक्त किए युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति ने बताया कि युवा सम्मेलन में असंभव को संभव कर लेने की क्षमता के लिए जिन चारित्रिक गुणों की आवश्यकता होती है और संकल्प बद्ध होकर कार्य कैसे किया जाता है इस विषय पर अनेक युवाओं ने अपना प्रेजेंटेशन दिया साथ ही युवाओं को नमस्ते जी तिलक ताली तथा हाथी घोड़ा पालकी जैसे खेल खिलाए गए इस दौरान योग विभाग के डॉ लारा शर्मा एवं विभागाध्यक्ष डॉ जयंती देवी भी उपस्थित थे केंद्र कार्यकर्ताओं के रूप में कुलदीप कुमावत तथा आशीष गिरिधर का सहयोग रहाRead More
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Utho-Jaago
:युवा सम्मलेन
14-Oct-2019 | 62 Present
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अध्यात्म प्रेरित सेवा संगठन विवेकानंद केंद्र द्वारा अजमेर के जियालाल टीटी कॉलेज में उठो जागो युवा प्रतियोगिता के आयोजन के दूसरे चरण में एक दिवसीय युवा सम्मेलन का आयोजन किया गया नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने बताया कि इस युवा सम्मेलन में 80 युवक-युवतियों ने सहभागिता की । सम्मेलन के दौरान क्रीडा योग में घूमता किला तथा हाथी घोड़ा पालकी खेल खिलाए गए युवाओं को समूह चर्चा हेतु विषय दिया गया क्या अकेला चना भाड़ फोड़ सकता है और इस विषय पर समूह चर्चा करते हुए विभिन्न समूहों ने अपना प्रेजेंटेशन दिया राष्ट्रीय कार्य के लिए एक जीवन एक ध्येय की आवश्यकता होती है और इसी पर आधारित विवेकानंद केंद्र के संस्थापक माननीय एकनाथजी रानडे के जीवन और चरित्र से जुड़े हुए प्रसंगों पर आधारित प्रेजेंटेशन विद्यार्थियों द्वारा किए गए विभाग सह संचालक कुसुम गौतम ने बताया कि आज युवाओं को अच्छे संस्कार तथा साथ ही अध्यात्म आधारित विकास की संकल्पना समझने की महती आवश्यकता है अपने जीवन मूल्यों को स्थापित करने के लिए जिस प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है वह प्रशिक्षण विवेकानंद केंद्र अपने व्यक्तित्व विकास शिविरों के माध्यम से युवाओ को देने का प्रयास केंद्र कर रहा है युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति ने आगामी 8 से 12 नवंबर को जोधपुर में आयोजित होने वाले आवासीय उठो जागो युवा प्रेरणा शिविर के पंजीकरण हेतु आह्वान किया जिसमें से 20 विद्यार्थियों ने पंजीकरण की स्वीकृति प्रदान की है युवा सम्मेलन में केंद्र के शिक्षा संस्कार प्रकल्प की कार्यकर्ता शेफाली सांखला ने भी सहयोग किया सम्मेलन के अंत में विवेकानंद केंद्र द्वारा सभी विद्यार्थियों को उठो जागो युवा प्रतियोगिता के सर्टिफिकेट बांटे गए
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Karyapaddhati
:विवेक योग संगम
13-Oct-2019 | 70 Present
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"विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की अजमेर शाखा द्वारा विवेकानंद विस्तार में अजमेर दक्षिण विधायक के कार्यालय पर 10 दिवसीय योग सत्र का प्रारंभ किया गया जिस का समापन 13 अक्टूबर को योग संगम के तहत किया गया समापन कार्यक्रम में विधायक अनिता भदेल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि अध्यात्म प्रेरित सेवा संगठन अपने मनुष्य निर्माण से राष्ट्र पुनरुत्थान के ध्येय के साथ योग के द्वारा प्राचीन पुरातन संस्कृति को आधुनिक नूतन संस्कृति से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है वह समाज के लिए अत्यंत आवश्यक एवं उपयोगी है। जन जन को योग से जोड़ने पर कार्य करने की आवश्यकता है तथा स्वामी विवेकानन्द के विचारों को जब तक गांव ढाणियों तक नहीं पहुंचा दिया जाता तब तक हमें चैन से नहीं बैठना चाहिए। विवेकानन्द केन्द्र द्वारा जनहित में किया जा रहा कार्य अनुपम है तथा इसे नित्य निरंतर बढ़ते ही रहना है। नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने बताया कि सुभाष उद्यान की सुबह योग के उद्घोष से रोमांचित हो उठी जब अजमेर नगर में संचालित आठों योग वर्गों के योग साधक योग भ्रमण पर प्रातः छः बजे सुभाष उद्यान में प्रभात फेरी पर निकले। उसके बाद योगाभ्यास में शिथलीकरण, सूर्यनमस्कार, आसन तथा क्रीड़ा योग के तहत डमरू दौड़ तथा गुरू चेला खेल खेले। "
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Camp
:स्वच्छता अभियान - रेल उद्यान
02-Oct-2019
भारत सरकार द्वारा गांधी जयंती 2 अक्टूबर के दिन अखिल भारतीय स्वच्छता अभियान के अंतर्गत क्षेत्रीय 50 भाग सूचना मंत्रालय भारत सरकार सहयोग से राजा साइकिल चौराहा स्थित रेल उद्यान में स्वच्छता अभियान चलाया गया के तहत विवेकानंद केंद्र के विवेकानंद विस्तार के कार्यकर्ताओं द्वारा सक्रिय सहभागिता की गई अभियान में 30 कार्यकर्ताओं ने सहभागिता कीRead More
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Yoga-Satra-And-Modules
:योग सत्र - विधायक कार्यालय भजन गंज
02-Oct-2019
वर्तमान युग में प्रत्येक व्यक्ति आधिजा व्याधि से ग्रस्त है। ये आधिजा व्याधि मनोदैहिक रोगों के रूप में मधुमेह, हाइपरटेंशन, हृदयरोग के रूप में कुख्यात हैं जिनका मूल कारण तनाव, चिंता तथा आधुनिक जीवनशैली हैं। ये समस्त व्याधियाँ सर्वप्रथम तनाव एवं चिंताओं के कारण आधि के रूप में मन में उत्पन्न होती हैं और बाद में इनका निराकरण समय पर न होपाने के कारण शरीर पर व्याधि के रूप में प्रकट होती है। दुनिया में योग के अतिरिक्त और कोई भी चिकित्सा पद्धति इन मनोदैहिक रोगों की व्याधियों का पूर्ण निराकरण नहीं कर सकती है। यदि रोगों को जड़ से समाप्त करना है तो प्रतिदिन नियमित योगाभ्यास की आदत को विकसित करना होगा। उक्त विचार विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी के प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख डाॅ0 स्वतन्त्र शर्मा ने भजनगंज स्थित विधायक कार्यालय पर चल रहे योग सत्र के दौरान व्यक्त किए।
उन्होंने बताया कि स्वचालित नर्वस सिस्टम के अनुकंपी एवं परानुकंपी तंत्र में संतुलन होना अत्यंत आवश्यक है। आधुनिक जीवन शैली के चलते इनमें आया असंतुलन नए रोगों का कारण बनता जा रहा है जिनमें सामान्य पेट की बीमारी से लेकर कैंसर तक के रोग शामिल हैं।
प्रचार प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि यह योग सत्र 13 अक्टूबर तक चलेगा। आज के अभ्यासों में शिथलीकरण व्यायाम के उपरांत सूर्यनमस्कार का चरणबद्ध प्रशिक्षण प्रदान किया गया तथा आसनों में अर्द्धकटिचक्रासन, पादहस्तासन एवं अर्द्धचक्रासन का अभ्यास कराया गया। सत्र में युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति, प्रदीप ओझा, शैफाली सांखला आदि सहयोग कर रहे हैंRead More
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Utsav
:विश्व बंधुत्व दिवस कार्यक्रम
19-Sep-2019 | 618 Present
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महान आत्माओं का परिचय उनके कार्य से ही पता चलता है। जगत के हित के लिए किया गया कार्य ही आत्मा का मोक्ष होता है। बल संख्या या अर्थ से नहीं आता है बल्कि बल आत्मा से ही आता है। शक्ति का एकमात्र स्रोत आत्मा है। जीवन का पाठ कंठस्थ करने से नहीं बल्कि जीवन में उसे उतारने से याद होता है। स्वामी विवेकानन्द ने ईसाई व इस्लाम का गहन अध्ययन किया। रिलीजन का अनुसाद धर्म नहीं है। भारत का धर्म आध्यात्मिकता है। भारतीय समाज शासक को आदर्श नहीं मानता बल्कि त्यागियों और तपस्वियों को आदर्श मानता है। भारत के केवल दो राष्टीय आदर्श हैं त्याग और सेवा। विश्वधर्म संसद यह मान चुकी थी कि स्वामी विवेकानन्द के सुनने के बाद भारत में धर्म के प्रचार के लिए ईसाई मिशनरी भेजना मूर्खता है। रविन्द्रनाथ टैगौर भारत को जानने के लिए विवेकानन्द के अध्ययन की बात करते थे। पूरी दुनिया भारत को ज्ञान का केन्द्र मानती है क्योंकि भारत में वो युगपुरूष हुए हैं जो दुनिया से अज्ञान की धूल हटाते हैं। उक्त विचार केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने ‘अध्यात्म प्रेरित सेवा संगठन’ विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी के विवेकानन्द शिला स्मारक के 50वें वर्ष में प्रवेश करने के अवसर पर ‘एक भारत विजयी भारत’ संपर्क महाअभियान के दौरान मनाए जाने वाले विश्वबंधुत्व दिवस पर व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि सत्य केवल एक ही है कि दूसरों का हित करना ही पुण्य है और दूसरों का अहित करना ही पाप है। यही भारत के धर्म का निचोड़ है। हमारी संस्कृति ने ही हमें बचा कर रखा है। दुनिया के तमाम बड़े लोग यह मानते हैं कि भारत के ज्ञान की आवश्यकता पूरी दुनिया को है। भारत की भूमि ही दुनिया की सबसे पवित्र और मानव जीवन के लिए सबसे अनुकूल भूमि थी इसीलिए आदम को भारत की धरती पर उतारा गया। मोहम्मद साहब मदीने में बैठकर भी भारत से ज्ञान की ठण्डी हवा के झोंके महसूस करते थे। इस कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि महापौर धर्मेन्द्र गहलोत ने कहा कि सिद्धांतों को जीवन में उतारने का उदाहरण स्वामी विवेकानन्द का जीवन बताता है। विवेकानन्द ने अपने जीवन में जब कोचवान बनने इच्छा प्रकट की तब उनकी मां ने उनको प्रोत्साहित किया और भगवान कृष्ण के जैसा कोचवान बनने को प्रेरित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रान्त प्रमुख भगवान सिंह ने एक भारत विजयी भारत महासंपर्क अभियान की सार्थकता पर विचार प्रकट किए तथा अखिल भारतीय स्तर पर राष्ट्रवादी विचारवान लोगों का एकत्रीकरण करते हुए भारत को विश्वगुरू की ओर अग्रसर करने का संकल्प व्यक्त किया। नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने बताया कि इस अवसर पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान द्वारा विवेकानन्द केन्द्र की उपाध्यक्ष पदम्श्री निवेदिता भिड़े द्वारा लिखित पुस्तक हमारे शाश्वत प्रेरणास्रोत का विमोचन भी किया गया। पुस्तक में विवेकानन्द केन्द्र के संस्थापक एकनाथजी द्वारा स्वामी विवेकानन्द के 100 वर्ष पूर्ण होने पर कन्याकुमारी शिला पर स्मारक बनाने की विजयगाथा के रूप में संक्षिप्त वर्णन किया गया है। कार्यक्रम के आयोजन में भारत विकास परिषद् की अजमेर शाखा का सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन उमेश कुमार चौरसिया ने किया तथा आभार ज्ञापन नगर संचालक डाॅ0 श्याम भूतड़ा ने किया। कार्यक्रम में प्रान्त संघटक प्रांजलि येरीकर प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख डॉ. स्वतंत्र शर्मा प्रान्त संपर्क प्रमुख अशोक खंडेलवाल प्रान्त सह प्रमुख अविनाश शर्मा सहित विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी तथा भारत विकास परिषद् के कार्यकर्ताओं का सहयोग रहा।
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EBVB
:एकल संपर्क - महापौर अजमेर से संपर्क
11-Sep-2019
Karyapaddhati
:विवेक योग संगम
08-Sep-2019
विवेकानंद केंद्र के अजमेर में संचालित विभिन्न योग वर्गों का एकत्रीकरण किया गया जिसमें अखिल भारतीय संपर्क कार्यक्रम के विषय में सभी वर्गों को जानकारी दी गई तथा संपर्क सामग्री का वितरण करते हुए बताया गया आज से हमारा प्रांत स्तर पर संपर्क अभियान प्रारंभ होने जा रहा है और उसमें सभी कार्यकर्ताओं को टोलियां बनाकर कार्य करना है इस एकत्रीकरण में प्रान्त संघटक सुश्री प्रांजलि येरीकर, प्रान्त संपर्क प्रमुख श्री अशोक खंडेलवाल तथा प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख डॉ. स्वतंत्र शर्मा सहित विभाग एवं नगर के सभी दायित्ववान कार्यकर्ता उपस्थित थेRead More
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Yoga-Satra-And-Modules
:दिव्यांग नेत्रहीनों के लिए विशेष योग सत्र का आयोजन
29-Aug-2019 to 18-Sep-2019
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरंभ किए गए फिट इंडिया अभियान के अंतर्गत 29 अगस्त 2019 को राजस्थान के एकमात्र अंध विद्यालय आदर्श नगर ,अजमेर मैं नेत्रहीन विद्यार्थियों को भी योग का प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए, ऐसी भावना के तहत विवेकानंद केंद्र अजमेर द्वारा 21 दिवसीय योगसत्र आरंभ किया गया।
43 नेत्रहीन विद्यार्थियों के साथ तत्कालीन फॉरेस्ट ऑफिसर श्रीमती सुदीप कौर एवं विवेकानंद केंद्र के प्रांत प्रशिक्षण प्रमुख डॉ स्वतंत्र शर्मा के मुख्य आतिथ्य में इस सत्र का शुभारंभ हुआ।
केंद्र की ओर से मुख्य योग प्रशिक्षक अखिल शर्मा ने 3 युवा कार्यकर्ताओं कुलदीप कुमावत, कार्तिक एवं शुभ शर्मा की सहयोगी टीम के साथ 21 दिन के इस अत्यंत ही चुनौतीपूर्ण एवं विशिष्ट सत्र का सफलतापूर्वक संचालन किया, एवं नेत्र हीन दिव्यांग विद्यार्थियों को भी योग एवं सूर्य नमस्कार में पारंगत किया।Read More
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Vimarsh
:संवाद कार्यक्रम
28-Aug-2019 | 150 Present
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"एक भारत ही विजयी भारत का मार्ग -पदम श्री निवेदिता भिंडे विवेकानंद केंद्र का एक भारत विजय भारत विमर्श संपन्न। जब भारतवासी एक हुए हैं तब तब भारत की विजय हुई है हमारे एक होने का सूत्र है भारत की संस्कृति से जुडना ।भारत वह पुण्य भूमि है जहां केवल कर्म करते हुए ही ईश्वर से जुड़ा जा सकता है आज स्वामी विवेकानंद के विचारों को लेकर अपने सांस्कृतिक मूल्यों से जोड़कर त्याग और सेवा का भाव रखते हुए प्रत्येक भारतवासी को गले लगाना है। इसकी उन्नति का मार्ग भारत के उत्थान से ही संभव है अतः हमें अपने राष्ट्र की उन्नति के लिए ही कार्य करना होगा। उक्त विचार विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पदम श्री निवेदिता भिंडे ने सूचना केंद्र सभागार में एक भारत विजय भारत विमर्श कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि सांसद भागीरथ चौधरी ने कहा कि विवेकानंद केंद्र का कार्य अनुकरणीय है तथा भारत को एक करने का कार्य भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर में धारा 370 हटा कर कर दिया है आज पूरे भारत में राष्ट्रवाद की सुनामी आ रही है भारत एक हो और विजयी होकर विकसित राष्ट्र की श्रेणी में खड़ा हो यही सपना साकार करने के लिए एक भारत विजय भारत की संकल्पना विवेकानंद केंद्र द्वारा रखी गई है। प्रचार प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि स्वागत उद्बोधन उमेश चौरसिया ने दिया, नगर संघचालक डॉ श्याम भूषण ने सभी का आभार व्यक्त किया कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर स्वतंत्र कुमार शर्मा ने किया कार्यक्रम में प्रांत संगठन प्रांजली दीदी सहित अविनाश शर्मा, शिवराज शर्मा ,सत्यदेव शर्मा, महेश शर्मा ,रविंद्र जैन ,अखिल शर्मा ,कुसुम गौतम ,नितिन गोयल, सविता शर्मा, अंकुर प्रजापति ,दिनेश नुवाल, कुशल उपाध्याय ,कांत किशोर शर्मा, अनीता खुराना ,सहित नगर के गणमान्य व्यक्तियों में से शिक्षाविद हनुमान सिंह राठौड़ तथा डॉक्टर कमला गोखरू उपस्थित थी ।"
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Karyapaddhati
:विवेक योग संगम
11-Aug-2019
कौन चले भाई कौन चले, स्वामी जी के वीर चले जैसे जय घोषों के साथ आज रविवार को अजमेर , सुभाष उद्यान के योगा पार्क में विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की स्थानीय शाखा द्वारा योग संगम कार्यक्रम आयोजित किया गया । इस कार्यक्रम में क्रीड़ा योग मै पिंग पोंग, रुमाल झपट्टा, नेता की पहचान ,भस्मासुर ,केंद्र चलो तथा योग दर्शन जैसे खेल शुभ शर्मा , कुलदीप, सिद्धार्थ, सावर ,प्रदीप और शेफाली दीदी ने खिलाए । प्रारंभिक शिथलीकरण अभ्यास डॉ0 भरत गहलोत ने लिया। सूर्य नमस्कार का अभ्यास सभी साधकों को डॉ. अनीता खुराना ने करवाया। विवेकानंद कन्याकुमारी की जीवन वृत्ति कार्यकर्ता मनीषा दीदी ने त्रिकोण आसान, पादहस्तासन, अर्धचक्रासन का अभ्यास करवाया। प्रचार प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि योग संगम में विवेकानंद केंद्र के प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख डाॅ0 स्वतंत्र शर्मा, सह प्रांत प्रमुख अविनाश शर्मा, विभाग सह संचालक कुसुम गौतम, नगर प्रमुख अखिल शर्मा, रामकृष्ण विस्तार संचालक दिनेश नवाल, डॉ अशोक मित्तल, सहित विभिन्न दायित्ववान कार्यकर्ता और अजमेर में चल रहे 7 योग वर्गों के लगभग 50 साधकों ने सहभागिता की।Read More
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Workshop
:संस्कार वर्ग प्रशिक्षण
04-Aug-2019
विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर की ओर से आयोजित विशेष संस्कार वर्ग में राजस्थान प्रान्त संघटक आदरणीय प्रांजली दीदी ने 24 विद्यार्थियों के साथ चर्चा की तथा उन्हें जीवन में संस्कारों का महत्व बताया यह आयोजन भजन गंज स्थित सामुदायिक भवन में हुआRead More
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Project
:आनन्दालय - शिक्षा संस्कार प्रकल्प
01-Aug-2019 | 60 Present
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"शिक्षा जीवन के उत्थान का साधन बने - डाॅ0 कुमकुम सिंह जीवन में कुछ अच्छा जानना, उसमें सफल होना और वह सफलता समाज के लिए उपयोगी हो तथा यह शिक्षा स्वयं के जीवन के उत्थान का भी साधन बने यही विवेकानन्द केन्द्र के शिक्षा संस्कार प्रकल्प का उद्देश्य होना चाहिए। यह केवल विद्यार्थियों के लिए ही नहीं अपितु परिवार, समाज और राष्ट्र के लिए भी वैचारिक आंदोलन बनना चाहिए। उक्त विचार वरिष्ठ सर्जन एवं पूर्व विभागाध्यक्ष सर्जरी डाॅ0 कुमकुम सिंह ने विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी के शिक्षा संस्कार प्रकल्प के तहत छठी से दसवीं तक के विद्यार्थियों के लिए प्रारंभ की जा रही निःशुल्क कोंचिंग के उद्घाटन के अवसर पर व्यक्त किए। साहित्य अकादमी के सदस्य उमेश कुमार चौरसिया ने विद्यार्थियों खेल खेल में शिक्षा प्राप्त करते हुए आत्मबल, दृढ़ता के साथ आत्मविश्वास तथा लक्ष्य के प्रति एकाग्रता के बारे में बताया। कार्यक्रम में नगर संचालक डाॅ0 श्याम भूतड़ा ने विवेकानन्द केन्द्र की नगर में चल रही योग, स्वाध्याय एवं संस्कार की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। इस अवसर पर प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख डाॅ0 स्वतन्त्र शर्मा, नगर प्रमुख अखिल शर्मा, नगर सहप्रमुख बीनारानी, कुलदीप कुमावत, शैफाली सांखला, सावरलाल, प्रदीप ओझा, कार्तिक ने सहयोग दिया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षा संस्कार प्रकल्प प्रमुख शुभ शर्मा ने किया।"
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Workshop
:योग प्रतिमान - परीक्षा दें हँसते-हँसते
24-Jul-2019 | for Students
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विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर के कार्यालय पर युवा साथियों के साथ परीक्षा दे हंसते-हंसते कार्य शाह 5 दिन आयोजन किया गया इस कार्यशाला में विद्यार्थियों को परीक्षा के संबंध में वैज्ञानिक विधि नोट बनाने की कला पढ़ने का सही तरीका नींद का विज्ञान तथा ऊर्जा विज्ञान के साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की गई
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Chalo-Gaon-Ki-Or
:स्वच्छ ग्राम देश की पहचान - अखिल शर्मा
23-Jul-2019 | 175 Present
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विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर द्वारा नेहरू युवा केंद्र के साथ ग्राम तबीजी में स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वच्छ ग्राम देश की पहचान का सन्देश दिया गया | इस अवसर पर केंद्र के नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने ग्राम के सरपंच एवं राजकीय विद्यालय के विद्यार्थियों के सहयोग से स्वछता रैली का आयोजन किया इस आयोजन में नेहरू युवा केंद्र के शरद त्रिपाठी एवं केंद्र के शुभ शर्मा का भी सहयोग रहा
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Workshop
:Idea Exchange Programme
21-Jul-2019
विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर के कार्यालय पर दिनांक 21 जुलाई 2019 को युवा कार्यकर्ताओं के साथ आइडिया एक्सचेंज प्रोग्राम का आयोजन किया गया जिसमें समाज के तत्कालीन विषयों पर प्रभावी चिंतन किया गयाRead More
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Workshop
:संपर्क प्रशिक्षण कार्यशाला
19-Jul-2019
विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर के कार्यालय पर दिनांक 19 जुलाई को संपर्क प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें 7 कार्यकर्ताओं ने सहभागिता कीRead More
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Utsav
:गुरु पूर्णिमा
16-Jul-2019 | for Karyakartas
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"दायित्वग्रहण के साथ विवेकानन्द केन्द्र ने मनाई गुरूपूर्णिमा अध्यात्म प्रेरित सेवा संगठन विवेकानन्द केन्द्र ने माहेश्वरी सेवा समिति भवन कृष्णगंज में गुरूपूर्णिमा महोत्सव मनाया। गुरू पर आधारित भजनों के साथ विवेकानन्द केन्द्र की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष निवेदिता भिड़े का संदेश पत्र पढ़कर सुनाया गया। इस अवसर पर विवेकानन्द केन्द्र के दायित्ववान कार्यकर्ताओं ने मनुष्य निर्माण से राष्ट्र पुनरुत्थान के उद्देश्य से दायित्वों को ग्रहण किया। इस अवसर पर वार्षिक प्रतिवेदन का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर प्रान्त संचालक बद्री प्रसाद पंचोली, उमेश कुमार चैरसिया, डाॅ0 स्वतन्त्र शर्मा, डाॅ0 श्याम भूतड़ा, अखिल शर्मा, कुसुम गौतम, सविता शर्मा आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।"
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Karyapaddhati
:विवेक योग संगम
13-Jul-2019 | 78 Present
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"*भरतपुर योग साधक त्रासदी पर अर्पित की श्रद्धांजलि* कौन चले भाई कौन चले, स्वामी जी के वीर चले जैसे जय घोषों के साथ शनिवार को अजमेर के सुभाष उद्यान के योगा पार्क में विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की स्थानीय शाखा द्वारा योग संगम कार्यक्रम आयोजित किया गया । इस कार्यक्रम में क्रीड़ा योग के तहत राम राजा रावण, आग लग रही है, योगिक वॉलीबॉल तथा योग दर्शन जैसे खेल खिलाए गए। यौगिक भ्रमण के साथ ही अर्धकटिचक्रासन, पादहस्तासन, अर्धचक्रासन, वक्रासन तथा सूर्य नमस्कार का भी अभ्यास कराया गया। कार्यक्रम के अंत में भरतपुर जिले के कुम्हेर गांव में हुई योग साधकों के आकस्मिक निधन पर 1 मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई। प्रचार प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि योग संगम में विवेकानंद केंद्र के प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख डाॅ0 स्वतंत्र शर्मा, विभाग संचालक सत्यदेव शर्मा , विभाग सह संचालक कुसुम गौतम, नगर संचालक डॉ श्याम भूतड़ा, नगर प्रमुख अखिल शर्मा, सहनगर प्रमुख बीना रानी, रामकृष्ण विस्तार संचालक दिनेश नवाल तथा विस्तार प्रमुख कुशल उपाध्याय सहित विभिन्न दायित्ववान कार्यकर्ताओं सहित सभी सात योग वर्गों के साधकों ने सहभागिता की।"
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Karyapaddhati
:स्वामी विवेकानंद महानिर्वाण दिवस कार्यक्रम
04-Jul-2019 | 93 Present
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"‘अध्यात्म प्रेरित सेवा संगठन’ विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की स्थानीय शाखा द्वारा स्वामी विवेकानन्द के महानिर्वाण दिवस पर रामकृष्ण विस्तार एवं विवेकानन्द विस्तार में संचालित विभिन्न योग वर्गों में स्वामी विवेकानन्द के विचारों पर चर्चा एवं समष्टि में सकारात्मक भाव के निर्माण हेतु मंत्रोच्चारण के साथ मनाया। इस अवसर पर विवेकानन्द केन्द्र राजस्थान प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख डाॅ0 स्वतन्त्र शर्मा ने कृष्णगंज स्थित शिवाजी पार्क में संचालित योग वर्ग में चर्चा करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने भारत और पश्चिम के लिए अलग अलग संदेश दिया। जहाँ पश्चिमी देशों में जाकर भारत से आध्यात्मिक ज्ञान को सीखने का मंत्र दिया वहीं भारतीयों को धार्मिक रूढ़िवादिता एवं अंधविश्वासों को दूर करने के लिए विज्ञान और तकनीक अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। स्वामी विवेकानन्द ने संपूर्ण विश्व के उत्थान का मार्ग अभ्युदय और निःश्रेयस को बताया जिसमें अध्यात्म प्रेरित विकास ही विश्व में सुख और शांति का आधार हो सकता है। संपूर्ण भारत के भ्रमण में उन्होंने भारत की गरीबी को निकट से देखा और युवाओं को गाँव-गाँव में ऐसे वैचारिक केन्द्र खोलने का आहवान किया जिनमें युवा अपने नैतिक मूल्यों एवं संस्कृति को सीखकर आधुनिक ज्ञान के साथ उसका समन्वय स्थापित कर सकें। प्रचार प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि महानिर्वाण दिवस पर विवेकानन्द केन्द्र के द्वारा निःशुल्क योग अभ्यास वर्गों में शहीद भगत सिंह उद्यान वैशाली नगर में डाॅ0 भरतसिंह गहलोत, भीष्म टेवानी एवं डाॅ0 अशोक मित्तल, चाणक्य स्मारक पंचशील नगर पर डाॅ0 अनिता खुराना एवं डाॅ0 सुरेश बबलानी, शिवाजी पार्क कृष्ण गंज में डाॅ0 महेश गुप्ता एवं सुभाष नवाल, छतरी योजना उद्यान में कुशल उपाध्याय एवं सुनील गर्ग, रेल उद्यान में रविन्द्र जैन एवं नाथूलाल जैन तथा गाँधी भवन उद्यान आदर्श नगर में अखिल शर्मा एवं बीना तोमर ने स्वामी विवेकानन्द के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला। कुल छह योग वर्गों में आयोजन हुए एवं उपस्थिति 93 रही "
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Workshop
:संस्कार वर्ग प्रशिक्षण
30-Jun-2019
राजा साइकिल चौराहा स्थित रेल उद्यान में पांच दिवसीय संस्कार वर्ग प्रशिक्षण शिविर शाम 5:30 से 7:00 बजे तक प्रारंभ किया गया उक्त जानकारी देते हुए नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने बताया कि बच्चों को कहानी खेल गीत तथा सूर्य नमस्कार के माध्यम से अच्छे संस्कार देने का प्रयास किया जा रहा है आज खिलाए गए खेलों में किसान लोमड़ी राम राजा रावण खेल हुए तथा सूर्य नमस्कार का विभागशः अभ्यास कराया गया संग्राम जिंदगी है गीत के साथ बच्चों को थाली में झूठा नहीं छोड़ना भोजन करने के बाद अपने झूठे बर्तन स्वयं उठा कर रखना तथा अपने अंतर्वस्त्रों को स्वयं धोना जैसे संकल्प दिलाए गएRead More
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Workshop
:संपर्क प्रशिक्षण कार्यशाला
23-Jun-2019 to 23-Jun-2019
23 जून 2019 को विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर की संपर्क कार्यशाला का आयोजन किया गया इस कार्यशाला का आयोजन पुष्कर स्थित नवाल कृषि फार्म पर हुआ कार्यशाला में प्रांत संपर्क प्रमुख श्री अशोक जी खंडेलवाल प्रांत संगठन सुश्री प्रांजली दीदी उमेश कुमार चौरसिया एवं डॉ स्वतंत्र शर्मा भी उपस्थित थेRead More
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:योग सत्र - रेल उद्यान अजमेर
22-Jun-2019
समाज में व्यक्ति का आचरण श्रेष्ठ हो तथा उसका अनुसरण करने वाले लोगों से मिलकर ही श्रेष्ठ समाज का निर्माण संभव है। जहाँ सत्य का आचरण वाणी का प्रभाव सिद्ध कर देता है वहीं अहिंसा के आचरण से वैर का त्याग हो जाता है। अस्तेय के आचरण से समाज में भयमुक्त वातावरण का निर्माण होता है वहीं अपरिग्रह द्वारा व्यक्ति अपने जन्म का उद्देश्य तक ज्ञात कर सकता है। आज समाज में सबसे ज्यादा आवश्यकता ब्रह्मचर्य के पालन की है जिससे समाज के युवाओं में संयम एवं वीरता का भाव उत्पन्न हो सके। उक्त विचार ‘आध्यात्म प्रेरित सेवा संगठन’ विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की प्रान्त संगठक प्रांजलि येरीकर ने राजा साइकिल चैराहा स्थित रेल उद्यान में संचालित किए जा रहे योग सत्र के चैथे दिन व्यक्त किए।
नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने बताया कि शिथलीकरण व्यायामों का अभ्यास रविन्द्र जैन ने कराया तथा सूर्यनमस्कार में एन एल जैन का सहयोग रहा। आज अर्द्धकटिचक्रासन, पादहस्तासन एवं अर्द्धचक्रासन का सामूहिक अभ्यास हुआ। योग सत्र में माधुरी रोतवाल, बीना रानी, कुसुम गौतम, सीए लव तामरा, कार्तिक, कुलदीप तथा सांवरलाल आदि केन्द्र कार्यकर्ता सहयोग कर रहे हैं।"Read More
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:अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर 13 स्थानों पर योगाभ्यास कार्यक्रम
21-Jun-2019 | 1435 Present
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‘आध्यात्म प्रेरित सेवा संगठन’ विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की अजमेर शाखा द्वारा अजमेर में 13 स्थानों पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के तहत किए गए आयोजनों में 1435 योग साधकों ने सामूहिक योगाभ्यास किया। मुख्य कार्यक्रम उत्तर पश्चिम रेलवे के जीएलओे ग्राउंड पर हुआ जिसमें डीआरएम राजेश कुमार कश्यप मुख्य अतिथि थे। इस कार्यक्रम में सर्जन एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ श्याम भूतड़ा ने योग पर अपने विचार प्रस्तुत किए। एडीआरएम संजीव कुमार तथा सीनियर डीपीओ आर एस परिहार भी मौजूद थे। राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसंधान संस्थान तबीजी में विवेकानन्द केंद्र के विभाग व्यवस्था प्रमुख महेश शर्मा ने योग पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। शहीद भगत सिंह उद्यान वैशाली नगर अजमेर में मुख्य अतिथि रोटरी क्लब के अध्यक्ष गोप मीरानी तथा मुख्यवक्ता डॉ. सौरभ गहलोत थे। छतरी योजना उद्यान वैशाली नगर में जेके जैन के मुख्य आतिथ्य में यह कार्यक्रम हुआ तथा सीए फाउंडेशन कोटडा में राकेश शर्मा के निर्देशन में सीए विद्यार्थियों को योग कराया गयां। इस कार्यक्रम में केंद्र के उमेश कुमार चैरसिया ने योग पर अपने विचार व्यक्त किए। चाणक्य स्मारक पंचशील नगर पर मुख्य अतिथि डॉ पीएन राठी तथा विशिष्ट अतिथि पार्षद प्रकाश मेहरा के सानिध्य में योगाभ्यास हुआ। रेल उद्यान में सेंट्रल जीएसटी के आयुक्त वी पी जोशी मुख्य अतिथि थे। लक्ष्मी नारायण मंदिर परिसर एलआईसी कॉलोनी वैशाली नगर में मुख्य अतिथि भगवान स्वरूप शर्मा तथा विशिष्ट अतिथि दुर्गा लाल त्रिपाठी थे। शिवाजी पार्क कृष्णगंज अजमेर में मुख्य अतिथि माहेश्वरी सेवा समिति के अध्यक्ष बीपी राठी एवं विशिष्ट अतिथि पार्षद धर्मेंद्र शर्मा के सानिध्य में योगाभ्यास का आयोजन किया गया। आदर्श नगर स्थित गांधी भवन उद्यान में आयोजन के मुख्य अतिथि वीरेंद्र शर्मा थे। केन्द्र के नगर प्रमुख अखिल शर्मा ने नसीराबाद स्थित 146 लाइट मिलिट्री यूनिट में सैन्य अधिकारियों को योगाभ्यास कराया। रविन्द्र जैन ने वैशाली नगर बैंक आॅफ बड़ौदा कार्यालय में योगाभ्यास कराया।
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Vimarsh
:योग आधारित जीवन पद्धति - एक संवाद
21-Jun-2019 | 200 Present
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विश्व में दो प्रकार की दष्टि है जो भोग एवं योग का प्रतिनिधित्व करती है। भोग की दृष्टि जहां व्यक्ति का सर्वनाश कर देती है वहीं योग की दृष्टि से व्यक्ति आत्मकल्याण तक कर सकता है। आज भारत विश्व में जिस योग की परम्परा का प्रवर्तक है उसके व्यक्ति को राष्ट्रीयप्राणायाम के रूप में भारत का चिंतन करने की आवष्यकता है। जब हमारे जीवन की सारी आवश्यक्ता समाज के उपर ही निर्भर करती है तो हमारी कमाई का एक अंश समाज धारणा के लिए देना ही यज्ञ का रूप होता है। आज समाज धारणा के लिए संवेदनशीलता की आवश्यकता है और यही संवेदनशील व्यवहार ही योग है। उक्त विचार विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी राजस्थान प्रान्त की प्रान्त संगठक सुश्री प्रांजलि येरीकर ने राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद् नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की अजमेर शाखा के रामकृष्ण विस्तार के सहयोग से योग आधारित जीवन पद्धति विषयक एक संवाद के अवसर पर शिवाजी पार्क कृष्ण गंज में व्यक्त किए। मुख्य अतिथि प्रो वासुदेव देवनानी ने कहा कि योग की अनुभूति गर्व का विषय है तथा हमें सात्विक इच्छा शक्ति का जागरण करते हुए योग का आचरण करना चाहिए। परिषद् के सदस्य डाॅ0 सुरेश बबलानी ने कार्यक्रम में सिंधी भाषा के गौरव को योग की थाती बताया तथा सिंधी भाषा के विकास में राष्ट के योगदान को भी प्रतिपादित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विस्तार संचालक डाॅ. श्याम भूतड़ा ने कहा कि योग पर संवाद के साथ ही हमें यह बात अच्छी तरह समझ लेनी चाहिए कि योग का उपयोग हमारी जीवनशैली में शुद्ध आचरण एवं व्यवहार के लिए होना चाहिए जिसके लिए नियमित अभ्यास की आवश्यकता होती है। इस अवसर पर विवेकानन्द केन्द्र के रामकृष्ण विस्तार के सभी गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम में सुभाष नुवाल, राधी राठी, सुधा मालू, राकेश शर्मा, मनोज बीजावत, तृप्ति चन्द्रावत, राजेन्द्र सोमानी, शशांक बजाज, दिनेश नुवाल आदि का सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. अनिता खुराना ने किया।
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:आकाशवाणी एवं दूरदर्शन केंद्र जयपुर पर योग वार्ता
15-Jun-2019
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:योग सत्र - मंडल रेल कार्यालय
12-Jun-2019
विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर की ओर से मंडल रेल कार्यालय पर 10 दिवसीय योग प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया जो कि विशेष रूप से रेल कार्मिकों के लिए रखा गया इसमें 14 लोगों ने भाग लियाRead More
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:योग सत्र - सूर्य नमस्कार प्रशिक्षण, सुभाष उद्यान
12-Jun-2019
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:योग सत्र - सेठ लादू राम धर्मशाला, नसीराबाद
01-Jun-2019
विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी अजमेर विभाग द्वारा नसीराबाद स्थित सेठ लादूराम अग्रवाल धर्मशाला में 10 दिवसीय योग सत्र का आयोजन किया गया इस योग सत्र में अग्रवाल समाज के 35 साधकों ने भाग लिया कार्यक्रम संयोजक श्री राकेश जी बंसल नितिन जी एवं अमित जी थे कार्यक्रम के सूत्रधार श्री संदीप जी अग्रवाल थेRead More
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:योग सत्र - छतरी योजना वैशाली नगर
22-May-2019
नेति की क्रिया सिर व नाक, कान व गले के सभी अवयवों को शुद्ध एवं स्वच्छ रखती है। इसको आधुनिक भाषा में ईएनटी केयर कहा जाता है। यह न केवल नासिकाद्वारों को स्वच्छ करती है बल्कि विभिन्न प्रकार की एलर्जी से छुटकारा दिलाती है। जलनेति से दृष्टिदोष दूर होकर नेत्रज्योति बढ़ती है वहीं वमन धौति के द्वारा पेट की गैस एवं अतिअम्लीयता से छुटकारा मिलता है तथा श्वास के रोगियों के लिए भी यह अत्यंत लाभकारी है। उक्त विचार विवेकानन्द केन्द्र के प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख डाॅ0 स्वतन्त्र शर्मा ने छतरी योजना उद्यान, वैशाली नगर में चल रहे योग एवं प्राणायाम प्रशिक्षण सत्र के सातवें दिन के सत्र में जलनेति एवं वमनधौति का अभ्यास करवाते हुए व्यक्त किए। योग सत्र समन्वयक डाॅ0 श्याम भूतड़ा ने बताया कि सत्र का समापन रविवार 31 मई को होगा तथा इसके उपरांत निःशुल्क योग कक्षा का प्रारंभ छतरी योजना पुराना उद्यान में किया जा रहा है। योग कक्षा के प्रभारी सुनील गर्ग होंगे तथा उनकी टीम के रूप में निशा जैन, सविता यादव, बीना जैन आदि सहयोगी शिक्षक रहेंगे। Read More
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:योग सत्र - छत्रपति शिवाजी उद्यान, कृष्ण गंज
13-May-2019
मानवीय चेतना परिवार के रूप में विकसित होती है और परिवार समाज के रूप में विस्तारित होता है। अनेक समाजों के एकत्व से राष्ट्र निर्मित होता है और अनेक राष्ट्र मिलकर विश्व का निर्माण करते हैं। ब्रह्माण्ड में अनेक विश्व मिलकर परमात्मा का निर्माण करते हैं। व्यष्टि से परमेष्टि तक की इस यात्रा में चेतना का ऊध्र्वगामी विस्तार व्यक्ति को आनन्द का अनुभव कराता है। मानव चेतना यही विस्तार योग है। प्रत्येक राष्ट्र का एक आनुवांशिक गुणसूत्र होता है। भारत का गुणसूत्र आध्यात्म है तथा इसके आधार त्याग और सेवा हैं। व्यक्तिगत चेतना के विभिन्न सोपानों से होकर राष्ट्र की चेतना तक पहुंचने की प्रक्रिया ही कर्मयोग है जिसके प्रशिक्षण का माध्यम राजयोग है। उक्त विचार विवेकानन्द केंद्र के प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख डाॅ0 स्वतन्त्र शर्मा ने कृष्णगंज स्थित शिवाजी पार्क में चल रहे योग एवं प्राणायाम सत्र के तृतीय दिवस के अवसर पर व्यक्त किए। योग सत्र समन्वयक डा. श्याम भूतड़ा ने बताया कि इस योग सत्र में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक योग का सैद्धांतिक एवं व्यवहारिक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। आज सूर्यनमस्कार का समूह अभ्यास कराया गया जिसमें केन्द्र के मनोज बीजावत, राकेश शर्मा, कुशल उपाध्याय, लक्ष्मीचंद मीणा, अंकुर प्रजापति आदि ने सहयोग किया। Read More
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:योग सत्र - शहीद भगत सिंह उद्यान वैशाली नगर
03-May-2019
केवल मात्र शरीर को स्वस्थ कर लेना, शरीर को लचीला बना लेना, आसनों एवं प्राणायाम के अभ्यास में निपुणता प्राप्त कर लेना ही योग नहीं है। वेदों के अनुसार सुख की प्राप्ति के दो मार्ग श्रेय एवं प्रेय बताए गए हैं। जहाँ प्रेय मार्ग के अनुसरण में तात्कालिक सुख की प्राप्ति अनुभव होती है किंतु अंत दुःखदायी होता है वहीं श्रेय का मार्ग प्रारंभ में दुष्कर एवं कंटकाकीर्ण लगता है किंतु इस मार्ग पर बाद में सुख ही सुख मिलता है। योग का मार्ग भी श्रेय की प्राप्ति का मार्ग है। प्रारंभ में कठिन होते हुए भी इस मार्ग पर चलकर मोक्ष तक प्राप्त हो सकता है। जीवन के सभी तनावों को दूर करते हुए सच्चे सुख का मार्ग ही योग है तथा इसे मन के माडिफिकेशन से प्राप्त किया जा सकता है। उक्त विचार विवेकानन्द केन्द्र के प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख डा0 स्वतन्त्र शर्मा ने शहीद भगतसिंह उद्यान में चल रहे योग एवं प्राणायाम प्रशिक्षण सत्र में व्यक्त किए।Read More
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:योग सत्र - चाणक्य स्मारक, पंचशील नगर
28-Apr-2019
योग से स्वस्थ जीवन शैली को अपनाने के उद्देश्य से विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी शाखा, अजमेर अपने रामकृष्ण विस्तार एवं पंचशील विकास समिति सैक्टर ए के संयुक्त तत्वावधान में प्रातः 5.30 बजे से चाणक्य स्मारक पर योग सत्र का आयोजन हो रहा है। सत्र का आरंभ दीपप्रज्जवलन से हुआ जिसमें Dr. सुरेश बबलानी, प्रकाश मेहरा एवं ज्ञान सिंह पंवार उपस्थित थे।योग सत्र समन्वयक डाॅ. अनिता खुराना ने बताया कि इस योग सत्र का संचालन विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी राजस्थान प्रान्त के प्रशिक्षण प्रमुख डाॅ. स्वतन्त्र शर्मा द्वारा किया जा रहा है। सत्र के समापन पर क्रीड़ा योग के तहत पिंगपोंग खेल युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति ने खिलाया गया। सत्र में निधि शर्मा, कांत किशोर शर्मा, शशि जैन, चंदा केसवानी आदि का सहयोग रहा।Read More
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:योग सत्र - लक्ष्मी नारायण मंदिर परिसर, LIC कॉलोनी वैशाली नगर
19-Apr-2019
विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर के रामकृष्ण विस्तार द्वारा 19 अप्रैल से 28 अप्रैल तक एलआईसी कॉलोनी स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर परिसर में योग सत्र का आयोजन किया गया इस दो दिवसीय योग सत्र में विवेकानंद केंद्र द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार योगाभ्यास कराया गया इस योगाभ्यास के समन्वयक विवेकानंद केंद्र के नगर संचालक डॉक्टर श्याम जी भूतड़ा थे इस योग सत्र में विस्तार प्रमुख श्री कुशल उपाध्याय मनोज बीजावत लक्ष्मी नारायण मीणा एवं डॉ स्वतंत्र शर्मा का सहयोग रहाRead More
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Workshop
:सूर्य वंदन से शौर्य अभिनंदन संस्कार निर्माण सत्र
11-Apr-2019
विवेकानंद केंद्र की ओर से 8:00 से 16:00 की आयु के बालक बालिकाओं के लिए 11 अप्रैल से 15 अप्रैल 2019 तक सूर्य वंदन से शौर्य अभिनंदन संस्कार निर्माण सत्र आयोजित किया गया इस आयोजन का लक्ष्य बच्चों का शारीरिक मानसिक बौद्धिक भावनात्मक एवं आध्यात्मिक विकास था इस सत्र में कुल 15 बालक बालिकाओं ने सहभागिता कीRead More
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